0

फिफ्टी-फिफ्टी डील और अध्यक्ष का इस्तीफा: प्रशासनिक मुखिया की बैठकों से अफसर परेशान; फुस्सी ‘बम’ के सहारे विरोधी दल – Bhopal News

सत्ताधारी दल के एक विधायक इन दिनों सुर्खियों में हैं। वे एक स्थानीय मुद्दे को लेकर पुलिस और प्रशासन के सामने आ गए हैं। अपनी जिद पर इस कदर अड़े हैं कि कई घंटों तक उन्हें नजरबंद तक रखना पड़ा। अब इन सब के पीछे विधायक जी का असल एजेंडा क्या है?, उनकी मंशा

.

विधायक विंध्य क्षेत्र के एक नवगठित जिले से आते हैं। यहां के कलेक्टर से लेकर एसपी तक इनसे परेशान हैं। सत्ताधारी दल के सीनियर नेता भी इनके काम के तौर-तरीके से खुश नहीं हैं। इसी के चलते पिछले महीने विधायक को पार्टी के प्रदेश मुख्यालय तलब भी किया गया था।

50-50 डील के तहत इस्तीफा, नया अध्यक्ष चुना सूबे के सबसे सीनियर एमएलए इस बार मंत्री बनने से चूक गए, लेकिन उनके इलाके में पब्लिक से लेकर पॉलीटिशियन्स तक उनकी पकड़ सबसे मजबूत है। उनके क्षेत्र में नगर पालिका और मंडी समितियों के चुनावों में चेयरमैनशिप को लेकर 50-50 की डील हुई थी। मतलब आधे कार्यकाल एक व्यक्ति पद पर रहेगा और बाकी बचा हुआ आधा कार्यकाल दूसरा नेता पूरा करेगा।

इसी डील के तहत नेताजी के इलाके की नगर पालिका जो उनके अध्यक्ष बनने के 44 साल बाद सामान्य (अनारक्षित) हुई थी, वहां की महिला अध्यक्ष ने इस्तीफा दिया। फिर सर्वसम्मति से दूसरी दावेदार को बाकी के कार्यकाल के लिए अध्यक्ष चुना गया है। अब मंडी समितियों के अध्यक्ष भी इसी फॉर्मूले के तहत इस्तीफा देंगे।

कोई दिल्ली, कोई बैचमेट, तो कोई सरकार के भरोसे सूबे की पुलिस का नया मुखिया कौन होगा? इसके लिए दिए गए नौ नामों में से टॉप तीन नाम का पैनल सामने आ गया है। ये तय माना जा रहा है कि इन तीन नामों में से ही किसी एक को जिम्मेदारी मिलेगी। लेकिन, असली जोर आजमाइश तो तब शुरू होगी, जब सरकार के पास पैनल की चिट्‌ठी आएगी। पुलिस चीफ बनने के तीनों ही दावेदार अपनी-अपनी जगह पर पावरफुल रहे हैं।

ऐसे में एक अधिकारी ने अपने बैचमैट सीएस को साध रखा है, तो दूसरे को दिल्ली दरबार के नेताओं और अफसरों पर भरोसा है। वहीं एक अफसर अपने अलग ही समीकरण साधने में लगे हैं।

कलम के पक्के साहब से कैसे पास कराएं फाइल हर अधिकारी की अपनी वर्किंग स्टाइल होती है। कुछ की सख्त, कुछ नरम और कुछ कलम के पक्के। तीसरी श्रेणी वाले ऐसे ही एक अफसर टेक्नोलॉजी से जुड़े विभाग पहुंचे तो वहां खलबली मच गई।

अपनी पसंद की फाइलों को सरपट दौड़ाने के आदी अफसर-बाबू थोड़ा असहज महसूस करने लगे। वे अपना दर्द कुछ यूं बयां करते हैं- कैसी भी फाइल हो, साहब क्वेरी का पेंच फंसा ही देते हैं। यह पेंच भी ऐसा कि आसानी से निकलता नहीं।

अब पूरा अमला यही कामना कर रहा है कि साहब की यहां से किसी भी तरह विदाई हो जाए। बता दें अमेरिका गए प्रमुख सचिव स्तर के एक अधिकारी की जगह इन साहब को इस विभाग में भेजा गया है।

साहब की मीटिंग में फंसने वाले अफसरों का दर्द प्रदेश के नए प्रशासनिक मुखिया काफी सख्त नजर आ रहे हैं। उनकी वर्किंग स्टाइल के चलते कुछ अफसर दुखी दिख रहे हैं। दरअसल, साहब ने ब्यूरोक्रेसी में कसावट लाने के लिए अफसरों को वर्किंग का मैसेज दे दिया है।

मंत्रालय में बैठने के दौरान मीटिंग में व्यस्त रहने वाले प्रशासन के मुखिया की मीटिंग्स में कई अफसरों का अक्सर जाना होता है। अफसर अपना दर्द बयां करते हैं कि फाइल पर साइन कराना हो या सिर्फ किसी विषय पर चर्चा करनी हो, साहब के चैंबर में जाने पर उन्हें पूरी मीटिंग में मौजूद रहना पड़ रहा है। भले ही संबंधित मीटिंग से उनका कोई लेना-देना न हो।

और अंत में…

अब भी फुस्सी ‘बम’ के सहारे विरोधी दल! लोकसभा चुनाव में विरोधी दल ने एमपी की आर्थिक राजधानी में सत्ताधारी दल से दो-दो हाथ करने के लिए ‘बम’ प्लांट किया था, लेकिन ‘बम’ का बारूद रूलिंग पार्टी के लीडर्स ने निकाल दिया था। इलेक्शन के बीच बड़ा उलटफेर हो गया। जिसके बाद विरोधी दल ने अपने ही ‘बम’ को फुस्सी ‘बम’ कह दिया था। लेकिन अब विरोधी दल इसी फुस्सी बम के सहारे नजर आया।

दरअसल, आर्थिक राजधानी में इंटक का एक प्रोग्राम हुआ। जिसमें पदाधिकारियों और वर्कर्स के लंच को लेकर चर्चा है कि पूरी व्यवस्था इन्हीं ‘बम’ के यहां से ही हुई थी।

इससे जुड़ी ये खबर भी पढ़ें-

पूछता है विपक्ष- पब्लिक टॉयलेट क्यों तोड़ा? क्या सूबे की सरकार में ‘ऑल इज वेल’ की स्थिति नहीं है? दरअसल, ये सवाल इसलिए उठ रहा है, क्योंकि एक मंत्री ने कैबिनेट की बैठक से दूरी बना ली है। कभी सीएम की रेस में शामिल रहे मालवा के ये बड़े नेता कैबिनेट की पिछली चार-पांच बैठकों में नहीं दिखे। पढ़ें पूरी खबर…

#फफटफफट #डल #और #अधयकष #क #इसतफ #परशसनक #मखय #क #बठक #स #अफसर #परशन #फसस #बम #क #सहर #वरध #दल #Bhopal #News
#फफटफफट #डल #और #अधयकष #क #इसतफ #परशसनक #मखय #क #बठक #स #अफसर #परशन #फसस #बम #क #सहर #वरध #दल #Bhopal #News

Source link