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भोपाल, जबलपुर समेत 28 जिलों में शीतलहर: ​​​​​​​एमपी में अगले 4 दिन कड़ाके की सर्दी; दिन भी ठंडे रहेंगे – Bhopal News

मध्यप्रदेश में अगले 4 दिन तक कड़ाके की सर्दी पड़ने का अलर्ट है। शुक्रवार को भोपाल, जबलपुर समेत 28 जिलों में कोल्ड वेव (शीतलहर) चलेगी। रात के साथ दिन भी ठंडे रहेंगे। पहाड़ों में बर्फबारी और वेस्टर्न डिस्टरबेंस की वजह से सर्द हवा चलना इसकी वजह है। इंदौर औ

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मौसम विभाग के अनुसार, ‘शुक्रवार को जबलपुर, निवाड़ी, टीकमगढ़, छतरपुर, पन्ना, सतना, रीवा, मऊगंज, मैहर, उमरिया, शहडोल, डिंडौरी, सिवनी, नर्मदापुरम में सर्द हवा चलेगी। भोपाल, राजगढ़, शाजापुर, नीमच, विदिशा, सीहोर, रायसेन, कटनी, सीधी में कोल्ड-डे और सर्द हवाएं दोनों का असर रहेगा। मंडला, मंदसौर, रतलाम, बैतूल, नरसिंहपुर में कोल्ड डे यानी ठंडा दिन रहेगा।’

उधर, कड़ाके की ठंड पड़ने से भोपाल, इंदौर समेत कई जिलों में स्कूलों की टाइमिंग बदल गई है। स्कूल 1 घंटे बाद 9 बजे से लग रहे हैं। भोपाल के वन विहार, इंदौर, ग्वालियर के जू में जानवरों को सर्दी से बचाने के लिए हीटर लगाए गए हैं। मंदिरों में भगवान को भी ठंड से बचाने के जतन हो रहे हैं।

फोटो रायसेन का है। ठंड की वजह से कई जिलों में स्कूलों की टाइमिंग सुबह 9 बजे से कर दी गई है।

इस बार पहले पखवाड़े में ही कड़ाके की ठंड इस साल दिसंबर की सर्दी ने ट्रेंड बदल दिया है। पिछले 10 साल का रिकॉर्ड और ट्रेंड देखें, तो दिसंबर के दूसरे पखवाड़े में कड़ाके की ठंड पड़ती रही है, लेकिन इस बार पहले ही पखवाड़े में तेज सर्दी का असर है। भोपाल और इंदौर की रात तो पिछले 2 साल में सबसे ठंडी रही है, यानी दिसंबर की ठंड का रिकॉर्ड टूट गया है।

नवंबर में भी सर्दी तोड़ चुकी रिकॉर्ड नवंबर में भी सर्दी रिकॉर्ड तोड़ चुकी है। भोपाल में तो 36 साल का रिकॉर्ड टूटा है। इंदौर, उज्जैन, जबलपुर और ग्वालियर में भी पारा सामान्य से 7 डिग्री तक नीचे रहा। अब दिसंबर में भी कड़ाके की ठंड पड़ रही है।

तस्वीरों में देखिए…

नौगांव (छतरपुर) में न्यूनतम तापमान 5 डिग्री के आसपास चल रहा है।

नौगांव (छतरपुर) में न्यूनतम तापमान 5 डिग्री के आसपास चल रहा है।

सागर में सुबह हल्की धुंध। दिन में भी सर्द हवाएं ठिठुरा रही हैं।

सागर में सुबह हल्की धुंध। दिन में भी सर्द हवाएं ठिठुरा रही हैं।

विदिशा में न्यूनतम तापमान 4.5 डिग्री पहुंच गया है। अधिकतम तापमान 21 डिग्री के आसपास है।

विदिशा में न्यूनतम तापमान 4.5 डिग्री पहुंच गया है। अधिकतम तापमान 21 डिग्री के आसपास है।

एमपी में कड़ाके की ठंड पड़ने की 2 वजह आईएमडी, भोपाल की सीनियर वैज्ञानिक डॉ. दिव्या ई. सुरेंद्रन ने बताया, ‘उत्तर भारत में बर्फबारी होने से सर्द हवाएं प्रदेश में आ रही है। इस वजह से ज्यादातर हिस्सों में कड़ाके की ठंड पड़ रही है।’ उन्होंने दो पॉइंट बताए…

  • पश्चिम-उत्तर भारत में 12.6 किमी की ऊंचाई पर 278 किमी/घंटे की गति से सब ट्रॉपिकल जेट स्ट्रीम हवाएं बह रही हैं। हवा की ऊंचाई कम होगी या रफ्तार तेज होगी, तो ठंड का असर और बढ़ जाएगा।
  • उत्तरी पाकिस्तान के ऊपर एक वेस्टर्न डिस्टरबेंस और निकटवर्ती क्षेत्रों में एक साइक्लोनिक सर्कुलेशन सिस्टम एक्टिव है। इस वजह से बर्फ पिघल रही है। इस वजह से भी हवा में ठंडक है।

बुधवार रात, गुरुवार दिन में मौसम का मिजाज

शहडोल का कल्याणपुर सबसे ठंडा, पारा 3.1 डिग्री रहा प्रदेश में पिछले 4 दिन से कड़ाके की ठंड पड़ रही है। दिन-रात दोनों ही लोगों को कंपकंपा रहे हैं। बुधवार-गुरुवार की रात शहडोल का कल्याणपुर सबसे ठंडा रहा। यहां न्यूनतम पारा 3.1 डिग्री और शिवपुरी के पिपरसमा में पारा 3.3 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। पचमढ़ी में यह 3.4 डिग्री रहा।

राजधानी भोपाल, इंदौर, ग्वालियर, उज्जैन और जबलपुर में भी पारे में गिरावट आई है। भोपाल में 6.9 डिग्री, इंदौर में 8.6 डिग्री, ग्वालियर में 6 डिग्री, उज्जैन में 7.5 डिग्री और जबलपुर में 6.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।

कल्याणपुर, पिपरसमा और पचमढ़ी के अलावा रायसेन, गुना, उमरिया, मंडला और नौगांव में टेम्प्रेचर 6 डिग्री के नीचे रहा। रायसेन में 4.8 डिग्री, गुना-उमरिया में 5 डिग्री, मंडला में 5.2 डिग्री और नौगांव में 5.3 डिग्री रहा।

28 जिलों में शीतलहर, भोपाल, जबलपुर में भी चली ठंडी हवाएं प्रदेश के 28 जिलों में गुरुवार को शीतलहर का असर देखने को मिला। भोपाल, जबलपुर में भी ठंडी हवाएं चलीं। नीमच, मंदसौर, रतलाम, आगर-मालवा, राजगढ़, शाजापुर, सीहोर, विदिशा, रायसेन, नर्मदापुरम, बैतूल, नरसिंहपुर, सिवनी, मंडला, डिंडौरी, कटनी, उमरिया, शहडोल, सीधी, मैहर, पन्ना, सतना, रीवा, मऊगंज, छतरपुर, टीकमगढ़ और निवाड़ी में भी असर देखा गया। कुछ जिलों में कोल्ड डे की स्थिति भी रही।

मौसम विभाग के अनुसार, ‘गुरुवार को बालाघाट के मलाजखंड में पारा 22.4 डिग्री, टीकमगढ़ में 23.8 डिग्री, रीवा में 23.7 डिग्री, नौगांव में 24 डिग्री, नरसिंहपुर में 23.4 डिग्री, बैतूल में 24.8 डिग्री, पचमढ़ी में 23.6 डिग्री, रायसेन में 23 डिग्री, रतलाम में 24.6 डिग्री, शिवपुरी में 24 डिग्री दर्ज किया गया। बड़े शहरों की बात करें तो भोपाल में 23.4 डिग्री, इंदौर में 24.8 डिग्री, ग्वालियर में 23.9 डिग्री, उज्जैन में 26 डिग्री, जबलपुर में 25.6 डिग्री रहा।

एमपी के 5 बड़े शहरों में दिसंबर का ट्रेंड

भोपाल में 3.1 डिग्री रिकॉर्ड हो चुका टेम्प्रेचर: भोपाल में दिसंबर में दिन-रात ठंड और बारिश का ट्रेंड रहा है। 10 में से पिछले 5 साल से भोपाल दिसंबर में भीग रहा है। आधा से पौन इंच तक बारिश हो गई। इस बार भी बारिश होने के आसार हैं। दिसंबर में ठंड की बात करें तो 11 दिसंबर 1966 की रात में पारा 3.1 डिग्री पहुंच गया था। यह अब तक का ओवरऑल रिकॉर्ड है। 3 साल पहले 2021 में पारा 3.4 डिग्री पहुंच चुका है।

इंदौर में 5 से 8 डिग्री के बीच रहा पारा: इंदौर में दिसंबर में रात का तापमान 5 से 8 डिग्री के बीच रहता है। पिछले साल तापमान 10.1 डिग्री तक पहुंच गया था। 10 साल के आंकड़ों पर नजर डालें तो दिन में पारा 28 से 31 डिग्री के बीच ही रहता है। इस महीने इंदौर में बारिश भी होती है। पिछले 4 साल से बारिश हो रही है।

31 दिसंबर 2015 को दिन का सर्वाधिक तापमान 33 डिग्री दर्ज किया गया था। 27 दिसंबर 1936 की रात में टेम्प्रेचर 1.1 डिग्री रहा था। सर्वाधिक कुल मासिक बारिश वर्ष 1967 को 108.5 मिमी यानी 4.2 इंच हुई थी। 24 घंटे में सर्वाधिक 53 मिमी यानी 2.1 इंच बारिश 17 दिसंबर 2009 को हुई थी।

ग्वालियर में सबसे ज्यादा सर्दी: ग्वालियर में दिन में गर्मी तो रात में ठंड रहती है। पिछले 10 साल में यहां अधिकतम तापमान 26.2 से 31.6 डिग्री तक रह चुका है। वहीं, रात में पारा 1.8 से 6.9 डिग्री दर्ज किया गया। 6 दिसंबर 2006 को दिन का तापमान 32.1 डिग्री सेल्सियस पहुंच चुका है। 26 दिसंबर 1961 को न्यूनतम तापमान 0.4 डिग्री पहुंचा था। वर्ष 1997 में कुल मासिक बारिश 106.6 मिमी यानी 4.1 इंच हुई थी। 24 घंटे में सर्वाधिक बारिश 13 दिसंबर 2013 को 32.1 मिमी यानी 1.2 इंच हुई थी।

जबलपुर में दिसंबर में होती है बारिश: जबलपुर में दिसंबर में बारिश होने का भी ट्रेंड है। 28 दिसंबर 1960 को दिन का तापमान 33.2 डिग्री पहुंच चुका है। 28 दिसंबर 1902 की रात में रात का तापामन 0.6 डिग्री रहा था। यह ओवरऑल रिकॉर्ड है। वर्ष 1885 को सर्वाधिक मासिक बारिश 125 मिमी यानी 4.9 इंच हुई थी। 24 घंटे में सर्वाधिक बारिश का रिकॉर्ड 68.1 मिमी यानी 2.6 इंच 16 दिसंबर 1885 को हुई थी।

उज्जैन में भी ठंड का असर तेज: उज्जैन में दिन का औसत तापमान 28.2 डिग्री और रात में 9.4 डिग्री है। इस महीने औसत 4.6 मिमी बारिश होती है। पिछले पांच साल से उज्जैन में दिसंबर में बारिश हो रही है। 18 दिसंबर 2002 को दिन में टेम्प्रेचर 34.9 डिग्री पहुंच चुका है। यह ओवरऑल रिकॉर्ड है। 28 दिसंबर 1968 और 29 दिसंबर 1983 को रात में पारा 0.5 डिग्री पहुंच चुका है। वर्ष 1997 को कुल मासिक बारिश 119.4 मिमी यानी 4.7 इंच बारिश हो चुकी है। 24 घंटे में सर्वाधिक बारिश की बात करें तो 11 दिसंबर 1967 को 35.3 मिमी यानी 1.3 इंच बारिश हुई थी।

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