साइबर ठग गिरोह का सरगना शशिकांत कुमार उर्फ मनीष पूछताछ में लगातार चौंकाने वाला खुलासा कर रहा है। भोपाल से गिरफ्तार सात में से छह साइबर ठगों को जेल भेज दिया गया है। शशिकांत कुमार 20 नवंबर तक रिमांड पर है। उसने एमपी में रहने के दौरान इंदौर में सबसे ज्य
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फर्जीवाड़े से कमाई रकम उसने बिहार में पटना के पास स्थित एक गांव में इन्वेस्ट की। दो साल में उसने यहां 13 एकड़ जमीन सहित एक मकान खरीदा है। एक पुराने मकान को रेनोवेट कराने में भी पैसा खर्च किया है। उसके गिरोह का एक अन्य सदस्य संजय कुमार फर्जी खाते बेचने बिहार गया है। पुलिस की एक टीम उसकी तलाश में बिहार में है। संजय की गिरफ्तारी के बाद गिरोह के और भी काले कारनामे उजागर होने की पुलिस को उम्मीद है।
पुलिस की एक और टीम इंदौर में है। आरोपियों ने इंदौर में 400 खाते खोले और बेचे हैं। वहीं, आरोपी हैदराबाद और अहमदाबाद में भी बड़ी संख्या में खाते बेच चुके हैं। यहां भी पुलिस टीम जांच करने जा सकती है।
बैंक खाता खोलने से पहले आधार कार्ड के ऑथेंटिकेशन के लिए फिंगरप्रिंट लिए जाते हैं। मिस मैच होने की हालत में बैंक को मैनुअल वेरिफिकेशन करने का अधिकार है। इसी का फायदा उठाकर आरोपियों ने फर्जी दस्तावेजों से बड़ी संख्या में खाते खुलवा लिए थे।
देशभर में सबसे अधिक अकाउंट बिहार में बेचे
डीसीपी रियाज इकबाल ने बताया कि आरोपी 1800 फर्जी खाते बेच चुके हैं। इनमें से 80 प्रतिशत बैंक अकाउंट बिहार में ही बेचे गए। वहीं, पुलिस को आरोपियों के पास डायरी में बैंक अकाउंट के रिकार्ड मिला है। जिसमें इंदौर से करीब 400 और भोपाल से 130 अकाउंट का रिकार्ड है। पुलिस ने सभी बैंक अकाउंट को भारत सरकार के साइबर पोर्टल पर फर्जी फोन नंबर और बैंक खातों को बंद करा दिया है।
400 सिम डी एक्टिवेट कराई
गिरोह के सरगना आरोपी शशिकांत कुमार ने मुंबई, हैदराबाद जैसे बड़े शहरों में करीब 350-350 फर्जी अकाउंट बनाए हैं। इन अकाउंट को बेचने में जो रकम आरोपी शशिकांत को प्राप्त हुई है, उससे बिहार में प्रॉपर्टी खरीदी गई है। फिलहाल पुलिस इसकी डिटेल निकाल रही है। पुलिस ने आरोपियों से मिली 400 सिमों को डिएक्टिवेट करा दिया है।
पुलिस ने 7 बैंकों से मांगी बैंक खातों की डिटेल्स
पुलिस ने सोमवार को सात बैंकों से पत्राचार किया है। उनसे आरोपियों द्वारा खोले गए खातों की पूरी जानकारी मांगी है। इस बात का भी जवाब मांगा है कि बैंक का खाता खोलने से पूर्व वेरिफिकेशन की क्या प्रोसेस है। आसानी से खाता खुल जाने से किस स्तर पर लापरवाही बरती गई है।
एसीपी राकेश बघेल बोले- बिहार पहुंची टीम
संजय की तलाश में एक टीम बिहार गई है। दूसरी टीम इंदौर में है। आरोपी ने फर्जी तरीके से कमाई रकम को बिहार में प्रॉपर्टी में इन्वेस्ट किया है।
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भोपाल में फर्जी बैंक अकाउंट बेचने वाला गिरोह पकड़ाया
भोपाल पुलिस ने फर्जीवाड़ा करने वाले नेटवर्क का खुलासा किया है।
भोपाल पुलिस ने फर्जी दस्तावेज के आधार पर बैंक अकाउंट बनाकर उन्हें बेचने वाले बड़े नेटवर्क का खुलासा किया है। पुलिस ने इस मामले में 7 आरोपियों को गिरफ्तार किया है। इनमें से एक महिला है। फर्जीवाड़ा करने वाला ये बिहार का अंतरराज्यीय गिरोह है। पूरी खबर यहां पढ़ें..
300 नाबालिगों के आधार से खोले फर्जी बैंक खाते
पुलिस कमिश्नर हरिनारायण चारी मिश्रा ने मामले का खुलासा किया था।
भोपाल में गिरफ्तार सात में से छह साइबर ठगों को पुलिस ने जेल भेज दिया है। गिरोह का सरगना शशिकांत कुमार उर्फ मनीष 20 नवंबर तक रिमांड पर है। पुलिस को उसके मोबाइल में कई संदिग्ध ऐप मिले हैं। पूछताछ में उसने चौंकाने वाले खुलासे किए हैं। पूरी खबर यहां पढ़ें..
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