अमेरिकी एजेंसी नेशनल ओशनिक एंड एटमॉस्फेरिक एडमिनिस्ट्रेशन (NOAA) का कहना है कि लेटेस्ट फ्लेयर की वजह से पृथ्वी पर कोई जियोमैग्नेटिक तूफान या ऑरोरा दिखाई नहीं देगा।
This one deserves a close up! 📸
Here’s another, multi-wavelength look at today’s X8.7-class solar flare, the most powerful of this solar cycle. pic.twitter.com/TxxGDNTXmF
— NASA Sun & Space (@NASASun) May 14, 2024
यह सब AR3664 नाम के एक सनस्पॉट का नतीजा है। बीते कई दिनों से इससे सोलर फ्लेयर निकल रहे हैं। 10 मई को इस सनस्पॉट से X5.8 कैटिगरी का सोलर फ्लेयर निकला था। मंगलवार को इस सनस्पॉट से एक के बाद एक 3 एक्स कैटिगरी के सोलर फ्लेयर निकले। इनमें X8.7 सबसे पावरफुल है। कहा जाता है कि सूर्य की 11 साल की सोलर साइकिल में इससे ताकतवर फ्लेयर नहीं निकला है।
अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा (Nasa) पहले ही बता चुकी है कि सूर्य में बार-बार सौर विस्फोटों के होने की संभावना है। ये विस्फोट साल 2025 तक जारी रहेंगे। इसकी वजह से सैटेलाइट्स और अंतरिक्ष यात्रियों पर असर पड़ सकता है। यह सोलर साइकल 25 है, जिसकी शुरुआत दिसंबर 2019 से लगाई गई है।
सोलर फ्लेयर क्या हैं
जब सूर्य की चुंबकीय ऊर्जा रिलीज होती है, तो उससे निकलने वाली रोशनी और पार्टिकल्स से सौर फ्लेयर्स बनते हैं। हमारे सौर मंडल में ये फ्लेयर्स अबतक के सबसे शक्तिशाली विस्फोट हैं, जिनमें अरबों हाइड्रोजन बमों की तुलना में ऊर्जा रिलीज होती है और अपना असर दिखाती है।
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2024-05-15 09:01:39
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