मकर संक्रांति पर मध्यप्रदेश में कोहरे का असर है। भोपाल, ग्वालियर समेत 20 से ज्यादा जिलों में कोहरा छाया हुआ है। वहीं, 15 जनवरी को मावठा गिरेगा। वेस्टर्न डिस्टरबेंस (पश्चिमी विक्षोभ) की वजह से भोपाल, इंदौर, ग्वालियर और उज्जैन संभाग में बारिश हो सकती ह
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मौसम वैज्ञानिक प्रकाश धामले ने बताया, 14 जनवरी से एक वेस्टर्न डिस्टरबेंस एक्टिव हो रहा है। इसका असर 15 और 16 जनवरी को प्रदेश में देखने को मिलेगा। सिस्टम जैसे ही गुजरेगा, प्रदेश में ठंड का असर फिर से बढ़ जाएगा।
4 दिन ऐसा रहेगा मौसम
- 14 जनवरी: भोपाल, ग्वालियर, श्योपुर, मुरैना, भिंड, दतिया, शिवपुरी, गुना, अशोकनगर, राजगढ़, विदिशा, सीहोर, रायसेन, निवाड़ी, टीकमगढ़, छतरपुर, सतना, रीवा, मऊगंज, मैहर, सीधी और सिंगरौली में कोहरा रहेगा।
- 15 जनवरी: भोपाल, इंदौर, उज्जैन, ग्वालियर, श्योपुर, मुरैना, भिंड, दतिया, शिवपुरी, निवाड़ी, टीकमगढ़, छतरपुर, सागर, दमोह, गुना, अशोकनगर, विदिशा, रायसेन, नर्मदापुरम, सीहोर, राजगढ़, शाजापुर, आगर-मालवा, देवास, हरदा, खंडवा, बुरहानपुर, खरगोन, बड़वानी, धार, अलीराजपुर, झाबुआ, रतलाम, नीमच, मंदसौर में हल्की बारिश हो सकती है।
- 16 जनवरी: विदिशा, सागर, दमोह, पन्ना में हल्की बारिश हो सकती है।
- 17 जनवरी: इस दिन मौसम साफ रहेगा। कोहरे या बारिश का अलर्ट नहीं है।
24 शहरों में पारा 23 डिग्री से नीचे सर्द हवाओं की वजह से सोमवार को पूरा प्रदेश ठिठुर गया। दिन के तापमान में कहीं 2 तो कहीं 5 डिग्री तक की गिरावट हुई। सबसे कम तापमान रायसेन में 17.8 डिग्री दर्ज किया गया। भोपाल में 18.8 डिग्री रहा। यहां एक ही दिन में पारा 3 डिग्री तक लुढ़क गया।
इसी तरह सिवनी में 18.4 डिग्री, धार-पचमढ़ी में 18.9 डिग्री, उज्जैन में 19 डिग्री, नर्मदापुरम में 19.4 डिग्री, इंदौर में 19.5 डिग्री, रीवा में 19.7 डिग्री, शिवपुरी, मलाजखंड-सीधी 20 डिग्री, गुना-रतलाम में 20.2 डिग्री, जबलपुर में 20.3 डिग्री, नौगांव में 20.5 डिग्री, बैतूल में 20.7 डिग्री, उमरिया में 20.8 डिग्री, दमोह में 21 डिग्री, ग्वालियर में 21.2 डिग्री, सतना में 21.4 डिग्री, सागर में 21.8 डिग्री, खजुराहो में 22.4 डिग्री, मंडला में 22.8 डिग्री तापमान रहा।
24 घंटे में बारिश, कोहरा भी रहा इससे पहले भोपाल समेत 8 जिलों में हल्की बारिश हुई। ग्वालियर-इंदौर समेत 15 जिलों में सुबह कोहरा रहा। वहीं, पूरे प्रदेश में रात के तापमान में गिरावट देखने को मिली। मौसम विभाग के अनुसार, रविवार-सोमवार की रात में इंदौर में 7.6 डिग्री, उज्जैन में 9 डिग्री, भोपाल में 10 डिग्री, ग्वालियर में 10.8 डिग्री और जबलपुर में पारा 12.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।
रात में सबसे ठंडा धार रहा। यहां रात का पारा 6.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। राजगढ़ में 7 डिग्री, पचमढ़ी में 7.9 डिग्री, रतलाम में 8.5 डिग्री, गुना में 9 डिग्री, नौगांव में 9.6 डिग्री, नरसिंहपुर में 10 डिग्री, टीकमगढ़ में 10.3 डिग्री, रायसेन में 10.7 डिग्री और रीवा में 10.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। अन्य शहरों में भी पारे में गिरावट हुई है।
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सोमवार को इन शहरों में छाया रहा कोहरा सोमवार सुबह मलाजखंड में घना कोहरा रहा। यहां विजिबिलिटी 200 से 500 मीटर तक रही। ग्वालियर, नर्मदापुरम, रायसेन, रतलाम, खजुराहो, नौगांव, सतना और उमरिया में विजिबिलिटी 500 से एक हजार मीटर दर्ज की गई। भोपाल, उज्जैन, शिवपुरी, राजगढ़, इंदौर, गुना, टीकमगढ़ में कोहरा रहा। भोपाल में सुबह 10 बजे के बाद ही धूप निकली।
नवंबर-दिसंबर में भी रिकॉर्ड तोड़ चुकी ठंड इस बार कड़ाके की ठंड पड़ रही है। नवंबर-दिसंबर में भी ठंड रिकॉर्ड तोड़ चुकी है। नवंबर की बात करें तो भोपाल में तो 36 साल का रिकॉर्ड टूटा है। इंदौर, उज्जैन, जबलपुर और ग्वालियर में भी पारा सामान्य से 7 डिग्री तक नीचे रहा। वहीं, दिसंबर में भी ठंड ने रिकॉर्ड तोड़ा। स्थिति यह रही कि पूरे प्रदेश में जनवरी से भी ठंडा दिसंबर रहा।
भोपाल समेत कई शहरों में ठंड ने रिकॉर्ड तोड़ दिए। 9 दिन से शीतलहर चली। भोपाल में दिसंबर की सर्दी ने 58 साल का रिकॉर्ड तोड़ दिया। भोपाल, इंदौर, ग्वालियर समेत कई जिलों में स्कूलों की टाइमिंग बदल दी गई है, जबकि भोपाल के वन विहार नेशनल पार्क में जानवरों को सर्दी से बचाने के लिए हीटर लगाए गए। भगवान को भी ठंड से बचाने के लिए जतन किए गए।
MP के 5 बड़े शहरों में जनवरी में ऐसा रहा सर्दी का ट्रेंड…
भोपाल में 0.6 डिग्री पहुंच चुका टेम्प्रेचर भोपाल में जनवरी में कड़ाके की ठंड पड़ती है। वहीं, दिन में गर्मी का अहसास और बारिश का ट्रेंड भी है। 18 जनवरी 1935 को रात का टेम्प्रेचर रिकॉर्ड 0.6 डिग्री रहा था। वहीं, 26 जनवरी 2009 को दिन में तापमान 33 डिग्री दर्ज किया गया था। पिछले 10 में से 7 साल बारिश हो चुकी है।
24 घंटे में सबसे ज्यादा 2 इंच बारिश 6 जनवरी 2004 को हुई थी। वहीं, सर्वाधिक मासिक बारिश 3.8 इंच जनवरी 1948 को हुई थी।
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इंदौर में माइनस 1.1 डिग्री पहुंच चुका पारा इंदौर में जनवरी में सर्दी का रिकॉर्ड माइनस में पहुंच चुका है। 16 जनवरी 1935 में पारा माइनस 1.1 डिग्री दर्ज किया गया था। यह ओवरऑल रिकॉर्ड है। वहीं, 27 जनवरी 1990 को दिन का तापमान 33.9 डिग्री रहा था।
24 घंटे में सर्वाधिक बारिश होने का रिकॉर्ड 6 जनवरी 1920 के नाम है। इस दिन 3 इंच से ज्यादा पानी गिरा था। वहीं, साल 1920 में सर्वाधिक मासिक बारिश 4 इंच दर्ज की गई थी। अबकी बार भी कड़ाके की ठंड पड़ने का अलर्ट है। ऐसे में पिछले साल का टेम्प्रेचर का रिकॉर्ड टूट सकता है।
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जबलपुर में 1946 में 1.1 डिग्री रहा था पारा जबलपुर में भी जनवरी में ठंड-बारिश का ट्रेंड है। इस महीने सबसे ज्यादा ठंड पड़ती है। 7 जनवरी 1946 को रात का पारा रिकॉर्ड 1.1 डिग्री सेल्सियस पहुंच गया था। वहीं, दिन का उच्चतम तापमान 33.4 डिग्री 7 जनवरी 1973 को रहा था। इस महीने बारिश भी होती है।
24 घंटे में सर्वाधिक बारिश होने का रिकॉर्ड 24 जनवरी 1919 को 2.5 इंच हुई थी। इसी साल पूरे महीने 8 इंच से ज्यादा पानी गिरा था। इस बार मावठा गिरने का अनुमान है।
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उत्तरी हवा आने से ग्वालियर सबसे ठंडा उत्तरी हवाओं की वजह से प्रदेश का ग्वालियर-चंबल सबसे ठंडा रहता है। जनवरी में यहां कड़ाके की ठंड का ट्रेंड है। पिछले 10 साल का रिकॉर्ड देखे तो 2018 में तापमान 1.9 डिग्री और 2019 में 2.4 डिग्री दर्ज किया गया था।
24 जनवरी 1954 को रात का तापमान माइनस 1.1 डिग्री रहा था। ग्वालियर में जनवरी में बारिश भी होती है। साल 2014 से 2024 के बीच 9 साल बारिश हो चुकी है। 24 घंटे में सर्वाधिक बारिश का रिकॉर्ड 8 जनवरी 1926 को है। इस दिन 2.1 इंच पानी गिरा था। वहीं, 1948 को कुल मासिक बारिश 3.1 इंच हुई थी।
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उज्जैन में जीरो डिग्री रह चुका पारा उज्जैन में भी उत्तरी हवा का असर रहता है। इस वजह से यहां कड़ाके की ठंड पड़ती है। 22 जनवरी 1962 को पारा 0 डिग्री सेल्सियस रहा था। पिछले 10 साल में टेम्प्रेचर 2 से 5.8 डिग्री तक रह चुका है। 24 घंटे में सर्वाधिक बारिश होने का रिकॉर्ड 11 जनवरी 1987 के नाम है। इस दिन सवा इंच पानी गिरा था। वहीं, सर्वाधिक कुल मासिक बारिश 2.2 इंच 1994 को हुई थी।
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