पश्चिमी देशों से आए कलाकारों और कला व संस्कृति को समेटे ग्वालियर के कलाकारों की प्रस्तुतियों ने ऐसा समां बांधा कि दर्शक एकटक देखते रह गए। मौका था पैनोरमा एडिशनज् के चौथे संस्करण का। पैनोरमा एडिशन में विश्व के 17 देशों के राजनयिक दूतावासों और सांस्कृतिक केंद्रों की साझेदारी रही।
By Mahesh Gupta
Publish Date: Sun, 17 Nov 2024 02:14:39 PM (IST)
Updated Date: Sun, 17 Nov 2024 02:14:39 PM (IST)
HighLights
- पैनोरमा एडिशन का चौथा संस्करण
- 45 मिनट में कलाकारों ने किए तीन एक्ट
- अपनी भाव भंगिमा से सब कुछ किया बयां
नईदुनिया प्रतिनिधि, ग्वालियर। ग्वालियर किले पर शनिवार को दो संस्कृतियों का संगम देखने को मिला। पश्चिमी देशों से आए कलाकारों और कला व संस्कृति को समेटे ग्वालियर के कलाका
रों की प्रस्तुतियों ने ऐसा समां बांधा कि दर्शक एकटक देखते रह गए। यहां पाश्चात्य एवं ठेठ देशी लोकरंग का रसपान दर्शकों ने किया। मौका था पैनोरमा एडिशनज् के चौथे संस्करण का, जिसमें भारत सहित 23 देशों के 48 कलाकारों ने अपनी प्रस्तुतियों से हर एक का दिल जीत लिया।इनमें 23 विदेशी और 25 ग्वालियर के कलाकार शामिल थे। उल्लेखनीय है कि पैनोरमा एडिशन के पिछले संस्करणों का आयोजन पटियाला, जोधपुर और जैसलमेर के विरासत स्थलों पर किया जा चुका है। यह आयोजन पर्यटन एवं संस्कृति विभाग, ग्वालियर जिला प्रशासन, यूनेस्को, जयविलास पै
लेस, राजदूत मोनिका कपिल मोहता और सोपान के सिद्धांत के सहयोग से किया गया। पैनोरमा एडिशन का यह चौथा संस्करण रहा, जिसकी रचना फिल्म निर्माता सारा सिंह की थी।17 देशों के एंबेसडर आए ग्वालियर
पैनोरमा एडिशन में विश्व के 17 देशों के राजनयिक दूतावासों और सांस्कृतिक केंद्रों की साझेदारी रही। जिसमें जर्मनी, पोलैंड, स्पेन, इटली, ग्रीस, हंगरी, स्विटजरलैंड, पुर्तगाल, बेल्जियम, आस्ट्रिया, स्वीडन, नीदरलैंड, डैनमार्क, यूक्रेन, ग्वाटेमाला और लिथुआनिया देश शामिल थे।
जहांगीर महल के झरोखों से बिखरे सुर
कला उत्सव “ए स्ट्रीट कार्ट नेम्ड डिजायर” में अंतरराष्ट्रीय स्तर के कलाकारों ने नान स्टाप ओपेरा में पिरोकर एक से बढ़कर एक प्रस्तुतियां दीं। कार्यक्रम की शुरुआत हूलाला नृत्य व भारतीय शास्त्रीय संगीत की सुमधुर प्रस्तुति के साथ हुई। जहांगीर महल के झरोखों से कलाकार शास्त्रीय संगीत के सुर बिखेरते नजर आए तो जौहर कुंड के समीप बने मंच पर विदेशी कलाकारों ने अपने पारंपरिक नृत्य दिखाया। फ्लेमेंगो डांस व सेक्सोफोनिस्ट सहित अन्य पाश्चात्य व हिन्दुस्तानी प्रस्तुतियों के फ्यूजन ने समा बांध दिया।
सायलेंट प्ले: हर एक्ट की अलग थीम
यह एक सायलेंट प्ले के रूप में अंतरराष्ट्रीय कलाकारों ने नान स्टाप ओपेरा के माध्यम से अपनी प्रस्तुति दी, जिसमें कलाकारों ने बिना कुछ कहे अपनी भाव भंगिमाओं से सबकुछ बयां कर दिया। 45 मिनट के शो में तीन एक्ट दिखाए गए। पहले की थीम च्काल मीज् दूसरे की च्गिव इन द ट्रापिक्सज् और तीसरे की थीम च् स्ट्रीट कार्ट नेक्ड डिजायर रही।
मोबाइल की टार्च से रोशनी कर स्थल तक पहुंचे मेहमान
मोबाइल की टार्च से रोशनी कर स्थल तक पहुंचे मेहमान पैनोरमा एडिशन को देखने के लिए विभिन्न देशों से आए मेहमानों को मोबाइल के टार्च की रोशनी से रास्ता देखते हुए कार्यक्रम स्थल तक पहुंचना पड़ा। क्योंकि राज्य पुरातत्व के प्रवेश द्वार से लेकर कार्यक्रम स्थल यानी जहांगीर महल तक लाइट की कोई व्यवस्था नहीं थी।
प्ले के बीच में आवारा श्वान का प्रवेश
प्ले के बीच में आवारा श्वान का प्रवेश प्ले के बीच में आवारा श्वान आ गया, जो तकरीबन 15 मिनट का वहीं घूमता रहा। कई लोगों ने उसे प्ले का एक हिस्सा भी समझ लिया। चूंकि प्ले चल रहा था और सभी मेहमान वहां बैठे हुए थे, इसलिए उसे भगाया भी नहीं जा सकता था।
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