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आधे एमपी में कोहरे की चादर: ग्वालियर-चंबल में 3 दिन 50 मीटर दूर देखना भी मुश्किल; 5 जिलों में आज कोल्ड-डे – Bhopal News

अशोकनगर में शनिवार को सुबह घना कोहरा छाया रहा। लोगों वाहनों की हेडलाइट जलाकर स्कूल-दफ्तर निकले।

मध्यप्रदेश का आधा हिस्सा कोहरे से ढंक गया है। शनिवार को प्रदेश के 23 जिलों में कोहरा रहा। ग्वालियर-चंबल में तो 50 मीटर दूर देखना भी मुश्किल रहा। अगले 3 दिन कोहरे और कोल्ड-डे का अलर्ट है। रविवार सुबह भी 20 से ज्यादा जिलों में कहीं मध्यम तो कहीं घना को

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मौसम वैज्ञानिकों के मुताबिक, बर्फीली हवा से प्रदेश ठिठुर रहा है। शनिवार को जेट स्ट्रीम हवा 241 किमी प्रतिघंटा की रफ्तार से चलती रही। रविवार को भी जेट स्ट्रीम से पूरा प्रदेश ठिठुरेगा।

मौसम विभाग का सुझाव- स्कूलों में छुट्‌टी कर सकते हैं मौसम विभाग ने पहली बार स्कूलों में छुट्‌टी करने का सुझाव भी दिया है। वहीं, अस्पतालों में पर्याप्त इलाज और मजदूरों के रात व सुबह के समय काम करने पर रोक लगाने की बात भी कही है।

अगले 3 दिन ऐसा रहेगा मौसम

  • 19 जनवरी: भोपाल, ग्वालियर, इंदौर, उज्जैन, श्योपुर, मुरैना, भिंड, दतिया, शिवपुरी, गुना, अशोकनगर, राजगढ़, विदिशा, रायसेन, सीहोर, राजगढ़, शाजापुर, रतलाम, धार, नीमच, निवाड़ी, टीकमगढ़, छतरपुर, सतना, मैहर, सीधी, सिंगरौली, रीवा और मऊगंज में कोहरा रहेगा। शाजापुर, सीहोर, रायसेन, रतलाम, सिंगरौली में कोल्ड-डे का अलर्ट है।
  • 20 जनवरी: ग्वालियर, श्योपुर, मुरैना, भिंड, दतिया, निवाड़ी, टीकमगढ़ और छतरपुर में कोहरा रहेगा।
  • 21 जनवरी: ग्वालियर, छतरपुर, टीकमगढ़, निवाड़ी, दतिया, भिंड, मुरैना और श्योपुर में कोहरे का अलर्ट है।

शिवपुरी में पारा 19 डिग्री रहा, ग्वालियर में 21 डिग्री प्रदेश के कई शहरों में शनिवार को कोल्ड-डे जैसी स्थिति रही। शिवपुरी में सबसे कम 19 डिग्री दर्ज किया गया। दमोह में 20 डिग्री, खजुराहो में 22.2 डिग्री, नौगांव में 22.5 डिग्री, नरसिंहपुर में 22.6 डिग्री, रीवा-पचमढ़ी में 23 डिग्री रहा। बड़े शहरों में ग्वालियर सबसे ठंडा रहा। यहां दिन का तापमान 21 डिग्री दर्ज किया गया। भोपाल में 25.6 डिग्री, उज्जैन में 29 डिग्री, इंदौर में 27.9 डिग्री और जबलपुर में 25 डिग्री दर्ज किया गया।

इससे पहले सुबह ग्वालियर, भिंड, मुरैना, दतिया, शिवपुरी, निवाड़ी, छतरपुर, नीमच, आगर-मालवा, मंदसौर, रतलाम, गुना, अशोकनगर, टीकमगढ़, छतरपुर, पन्ना, सतना, मंडला, खजुराहो, नौगांव में कोहरे का असर देखने को मिला। कहीं 50 से 100 मीटर तो कहीं 1 से 2 किमी तक विजिबिलिटी दर्ज की गई। वहीं, दोपहर में कई शहरों में बादल छाए रहे। भोपाल में दिनभर बादल छाए रहे।

MP के 5 बड़े शहरों में जनवरी में ऐसा रहा सर्दी का ट्रेंड…

भोपाल में 0.6 डिग्री पहुंच चुका टेम्प्रेचर भोपाल में जनवरी में कड़ाके की ठंड पड़ती है। दिन में गर्मी का एहसास और बारिश का ट्रेंड भी है। 18 जनवरी 1935 को रात का टेम्प्रेचर रिकॉर्ड 0.6 डिग्री सेल्सियस रहा था। वहीं, 26 जनवरी 2009 को दिन में तापमान 33 डिग्री दर्ज किया गया था। पिछले 10 में से 7 साल बारिश हो चुकी है। 24 घंटे में सबसे ज्यादा 2 इंच बारिश 6 जनवरी 2004 को हुई थी। वहीं, सर्वाधिक मासिक 3.8 इंच बारिश जनवरी 1948 को हुई थी।

इंदौर में माइनस 1.1 डिग्री पहुंच चुका पारा इंदौर में जनवरी में सर्दी का रिकॉर्ड माइनस में पहुंच चुका है। 16 जनवरी 1935 को पारा माइनस 1.1 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था। यह ओवरऑल रिकॉर्ड है। वहीं, 27 जनवरी 1990 को दिन का तापमान 33.9 डिग्री रहा था। 24 घंटे में सर्वाधिक बारिश होने का रिकॉर्ड 6 जनवरी 1920 के नाम है। इस दिन 3 इंच से ज्यादा पानी गिरा था। वहीं, वर्ष 1920 में सर्वाधिक मासिक बारिश 4 इंच दर्ज की गई थी।

जबलपुर में 1946 में रिकॉर्ड 1.1 डिग्री रहा था पारा जबलपुर में भी जनवरी में ठंड-बारिश का ट्रेंड है। 7 जनवरी 1946 को रात का पारा रिकॉर्ड 1.1 डिग्री सेल्सियस पहुंच गया था। वहीं, दिन का उच्चतम तापमान 33.4 डिग्री 7 जनवरी 1973 को रहा था। इस महीने बारिश भी होती है। 24 घंटे में सर्वाधिक बारिश 24 जनवरी 1919 को 2.5 इंच हुई थी। इसी साल पूरे महीने 8 इंच से ज्यादा पानी गिरा था।

उत्तरी हवा आने से ग्वालियर सबसे ठंडा उत्तरी हवाओं की वजह से प्रदेश का ग्वालियर-चंबल सबसे ठंडा रहता है। जनवरी में यहां कड़ाके की ठंड का ट्रेंड है। पिछले 10 साल का रिकॉर्ड देखें तो 2018 में तापमान 1.9 डिग्री और 2019 में 2.4 डिग्री दर्ज किया गया था। 24 जनवरी 1954 को रात का तापमान माइनस 1.1 डिग्री सेल्सियस रहा था। ग्वालियर में जनवरी में बारिश भी होती है। साल 2014 से 2024 के बीच 9 साल बारिश हो चुकी है। 24 घंटे में सर्वाधिक बारिश का रिकॉर्ड 8 जनवरी 1926 को है। इस दिन 2.1 इंच पानी गिरा था। वहीं, 1948 को कुल मासिक बारिश 3.1 इंच हुई थी।

उज्जैन में जीरो डिग्री रह चुका पारा उज्जैन में भी उत्तरी हवा का असर रहता है। इस वजह से यहां कड़ाके की ठंड पड़ती है। 22 जनवरी 1962 को पारा 0 डिग्री सेल्सियस रहा था। पिछले 10 साल में टेम्प्रेचर 2 से 5.8 डिग्री तक रह चुका है। 24 घंटे में सर्वाधिक बारिश होने का रिकॉर्ड 11 जनवरी 1987 के नाम है। इस दिन सवा इंच पानी गिरा था। वहीं, सर्वाधिक कुल मासिक 2.2 इंच 1994 को हुई थी।

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