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इंदौर में कल्पद्रुम महामंडल विधान का तीसरा दिन: मुनि विनम्र सागर बोले- विधान से जागृत होता है अंतर्मन, आचार्य विद्यासागर का समाधि स्थल बना श्रद्धा का केंद्र – Indore News

तिलक नगर स्थित महावीर नगर ग्राउंड पर आचार्य विद्यासागर महाराज की समाधि स्थल और प्रदर्शनी आस्था का केंद्र बन गई है। बड़ी संख्या में जैन धर्मावलंबी यहां दर्शन के लिए पहुंच रहे हैं। कल्पवृक्ष वाटिका में प्रतिदिन दर्शन-पूजन हो रहा है। शाम को होने वाले ले

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महावीर नगर ग्राउंड पर चल रहे कल्पद्रुम महामंडल विधान के तीसरे दिन मुनिश्री विनम्र सागर ने कहा कि यह विधान अंतर्मन के पुरुषार्थ को जागृत करने की शक्ति प्रदान करता है। उन्होंने कहा कि जिन पर आचार्य विद्यासागर जी महाराज का प्रभाव है, वे दुनिया में किसी के प्रभाव में नहीं आते। इस दौरान मुनिश्री ने समझाया कि जहां गृहस्थ का पुरुषार्थ संतान की उत्पत्ति में दिखाई देता है, वहीं साधु अपने पुरुषार्थ से रिद्धि-सिद्धि उत्पन्न करता है। यह कार्यक्रम आचार्य विद्यासागर महाराज की प्रथम समाधि तिथि पर आचार्य 108 समय सागर महाराज की आज्ञानुसार आयोजित किया गया है।

मुनि विनम्र सागरजी महाराज

पुण्य की शक्ति हमेशा साथ रहेगी

मुनिश्री ने कहा कि जितनी शक्तियां हैं, उन्हें आप यहीं छोडक़र जाएंगे, लेकिन पुण्य की शक्ति ऐसी शक्ति है जो आप पराभव में भी अपने साथ लेकर जाएंगे। प्रवचनों के दौरान मुनिश्री निस्वार्थ सागर एवं मुनिश्री निसर्ग सागर ने भी धर्मसभा को संबोधित किया। वहीं मुनिश्री के साथ आर्यिका दुर्लभमति माताजी, आर्यिका अनध्र्यमति माताजी, आ. श्वेतमतिजी, आ. पृथ्वीमतिजी, आ.विदेहमतिजी, क्षुल्लक हीरक सागर भी मंचासीन रही।

दयोदय फाउंडेशन चेरिटेबल ट्रस्ट एवं कल्पद्रूम महामंडल विधान महोत्सव समिति संरक्षक राजेश उदावत, अध्यक्ष राहुल जैन (स्पोर्ट्स वर्ल्ड), मनीष नायक एवं मीडिया प्रभारी राजीव जैन ने बताया कि महामंडल विधान के तृतीय दिवस पर सुबह के सत्र में मुनिश्री के सान्निध्य एवं विधानाचार्य ब्रह्मचारी अनिल भैया, डॉ. अभिषेक जैन एवं डॉ. आशीष जैन के निर्देशन में शांतिधारा व पूजन की विधियां संपन्न की गई। इसके पश्चात समवशरण पर विराजित इंद्र-इंद्राणियों ने कल्पद्रुम महामंडल विधान के तहत अक्षत से अर्घ्य समर्पित किए एवं मनवांछित फल देने वाले इस विधान से अपनी मनोकामना सिद्धि के लिए मंगल कामना की। दोपहर के सत्र में तत्वचर्चा क्ला, आचार्य भक्ति एवं शंका समाधान के साथ ही श्रीजी की महाआरती सामूहिक रूप से संपन्न की गई।

इंद्र-इंद्रणी के रूप में विधान करते समाजजन

इंद्र-इंद्रणी के रूप में विधान करते समाजजन

समाजजन को लुभा रही कल्पवृक्ष वाटिका

आयोजन स्थल के बाहर बनी कल्पवृक्ष वाटिका भी यहां आने वाले जैनियों को लुभा रही। कल्पवृक्ष वाटिका के चारों तरफ आकर्षक साज-सज्जा करने के साथ ही आकर्षक लाईटिंग की गई है जो यहां आने वालों के लिए मुख्य आकर्षण का केंद्र बनी है। स्थल के पास ही आचार्यश्री की समाधि स्थल की हुबहू प्रतिकृति बनाई गई हैं। थर्माकोल से बने जिनालय में आचार्यश्री की चरण पादुका के साथ ही उनकी तस्वीर श्रावक-श्राविकाओं के दर्शनार्थ रखी गई है।पूरे देश में एक साथ मनाया जाएगा आचार्यश्री विद्यासागर महाराज का समाधि दिवसअध्यक्ष राहुल जैन (स्पोटर््स वल्र्ड) ने गुरूवार 6 फरवरी को आचार्यश्री विद्यासागर महाराज का समाधि दिवस एक साथ एक समय पर पूरे देश में मनाया जाएगा। महावीर नगर ग्राउंड पर भी 140 से अधिक जिनालयों के अध्यक्षों के साथ ही सभ श्रीसंघ यहां उपस्थित रहेंगे। समाधि दिवस को भव्यता देने के उद्देश्य 15 लोगों की अलग से कमेटियां बनाई गई है। इस कमेटी में राजेश लॉरेल, धर्मेंद्र जैन (सिनकेम), प्रदीप बडज़ात्या, जैनेश झांझरी, डीके जैन, राजकुमार पाटौदी, एमके जैन, हसमुख गांधी, राजेश विनायक्या, विपुल बांझल, अशोक-रानी डोसी, नकुल पाटौदी, दिलीप पाटनी, अजय जैन, अक्षय कासलीवाल, प्रदीप जैन (शास्त्री) को इसकी कमान सौंपी गई है। वहीं मुनिश्री विनम्र सागर महाराज ने इन्दौर में सभी श्रीसंघों से आव्हान किया हैं कि वह समाधि दिवस सामूहिक रूप से मनाएं। सुबह 7 बजे आचार्य छत्तीसी विधान होगा एवं 8.30 बजे से आचार्यश्री की विशेष प्रस्तुतियों के माध्यम से महापूजन एवं समाधि काल का मंचन किया जाएगा। दोपहर 2.30 बजे से गुणानुवाद सभा आयोजित की गई हैं। जिसमें हिंदू, मुस्लिम, सिख व ईसाई धर्मगुरुओं आचार्यश्री विद्या सागर महाराज पर अपना वक्तव्य देने के साथ ही विनयांजलि देंगे। रात 8 बजे आचार्यश्री के जीवन पर आधारित मुंबई की टीम द्वारा लेजर शो की प्रस्तुति दी जाएगी।

सम्मान करते समाजजन

सम्मान करते समाजजन

प्रतिदिन लाभार्थी परिवारों का हो रहा बहुमान

सचिन जैन (उद्योगपति), मनोज बाकलीवाल, जैनेश झांझरी ने बताया कि सात दिवसीय महोत्सव के दौरान इन्दौर सहित 15 राज्यों के पांच हजार जैन धर्मावलंबी इस आयोजन के प्रतिदिन साक्षी बन रहे हैं। वहीं 108 समवशरण विधान में दो हजार इंद्र-इंद्राणियों विधान की विधियां संपन्न कर रहे हैं। इस दौरान प्रतिदिन वरिष्ठजनों के मार्गदर्शन में लाभार्थी परिवारों का सम्मान समारोह भी आयोजित हो रहा है। बुधवार को सांड़ परिवार का बहुमान किया गया। इसी के साथ महावीर नगर में होने वाले विधान की रूपरेखा तैयार करने एवं इस आयोजन को भव्य स्वरूप प्रदान करने वाले विधान अध्यक्ष राहुल जैन एवं राजेश उदावत का भी आचार्यश्री की तस्वीर व माला पहनाकर सम्मानित किया गया।

विधान में शामिल समाजजन

विधान में शामिल समाजजन

जारी रहेगा विधान, इंद्र-इंद्राणी विधान की विधि करेंगे

संरक्षक राजेश उदावत ने बताया कि 5 फरवरी को प्रात: 6 बजे कलश व शांति धारा, प्रात: 7 बजे विधान प्रारंभ, प्रात: 9 बजे मंगल प्रवचन, सुबह 10.30 बजे मुनिश्री की आहारचर्या, दोपहर 3 बजे तत्वचर्चा कक्षा, सांय 6 बजे आचार्य भक्ति व शंका समाधान का कार्यक्रम आयोजित होगा। रात्रि 7.30 बजे समस्त समवशरण में विराजित श्रीजी की महाआरती उदयपुर बैंड़ द्वारा की जाएगी। रात्रि 8.15 बजे प्रवचन एवं 9 से 10 बजे सांस्कृतिक कार्यक्रम की प्रस्तुतियां महिलाओं व युवतियों द्वारा दी जाएगी।

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