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इंदौर में संविधान यात्रा के नाम पर बिना अनुमति बीआरटीएस की लेन में घुसे वाहन

संविधान यात्रा शुरू होते ही इसमें शामिल चार पहिया वाहनों ने अचानक बीआरटीएस की बस लेन में प्रवेश कर लिया। इसके बाद पूरी बस लेन में कारें ही कारें नजर आने लगीं। विजय नगर चौराहा पर ही पुलिस थाना भी है, लेकिन किसी ने यात्रा को बीआरटीएस में प्रवेश करने से रोकने की कोशिश नहीं की।

By Prashant Pandey

Publish Date: Mon, 25 Nov 2024 10:51:07 AM (IST)

Updated Date: Mon, 25 Nov 2024 11:08:25 AM (IST)

बीआरटीएस कॉरिडोर से गुजरती संविधान गौरव यात्रा।

HighLights

  1. वाहनों ने 11.45 किमी लंबे बीआरटीएस के आठ जंक्शनों को पार किया।
  2. इन्हें जिला प्रशासन और यातायात पुलिस ने रोकने की कोशिश भी नहीं की।
  3. इंदौर में बीआरटीएस हटाने को लेकर याचिका अभी हाई कोर्ट में लंबित है।

नईदुनिया प्रतिनिधि, इंदौर(Indore News)। रविवार को भारतीय जनता पार्टी अजा मोर्चा द्वारा निकाली गई संविधान यात्रा में नियमों का जमकर मखौल उड़ाया गया। विजय नगर चौराहा से शुरू हुई इस यात्रा में शामिल चार पहिया वाहन बेरोकटोक बीआरटीएस की बस लेन में प्रवेश कर गए।

ये वाहन 11.45 किमी लंबे बीआरटीएस के आठ जंक्शनों को पार करते हुए राजीव गांधी चौराहा तक पहुंचे, लेकिन न जिला प्रशासन ने उन्हें रोकने की कोशिश की, न यातायात पुलिस ने। राजीव गांधी चौराहा से आगे यात्रा महू की ओर बढ़ गई और पशु चिकित्सा महाविद्यालय पर समाप्त हुई।

बीआरटीएस को लेकर याचिका हाईकोर्ट में लंबित है

इस कारण आई-बसों को बीआरटीएस के बाहर चलना पड़ा। बता दें कि बीआरटीएस को लेकर याचिका हाई कोर्ट में लंबित है। यह पहले से तय है कि बस लेन में सिर्फ आई-बस और एंबुलेंस ही चलेंगी। दूसरे कोई वाहन नहीं चल सकते। इसके लिए कोर्ट से अनुमति जरूरी है, लेकिन नियमों को ताक पर रखकर पहली बार बीआरटीएस में राजनीतिक यात्रा निकाली गई।

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भाजपा अजा मोर्चा की यात्रा रविवार सुबह बलजीत सिंह चौहान की अगुवाई में विजय नगर चौराहा से शुरू हुई थी। चौराहा पर मैदान में बड़ी संख्या में वाहन खड़े थे। इन पर तिरंगे और भगवा झंडे लगे थे।

मुख्यमंत्री ने चार दिन पहे ही की है हटाने की घोषणा

मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने चार दिन पहले ही इंदौर प्रवास के दौरान कहा 
था कि सरकार की मंशा बीआरटीएस को हटाने की है और वह इस बारे में 
हाई कोर्ट में अपना पक्ष रखेगी। बीआरटीएस को हटाने की अधिकृत घोषणा कोर्ट से हरी झंडी मिलने के बाद ही की जा सकेगी। कानूनन फिलहाल बीआरटीएस को लेकर पूर्व की स्थिति बरकरार है।

आयोजक बलजीतसिंह चौहान से सीधी बात

सवाल – संविधान यात्रा में नियमों का उल्लंघन हुआ। वाहन बीआरटीएस बस लेन में प्रवेश कर गए।

जवाब – हमने प्रशासन से 15 दिन पहले यात्रा की अनुमति ले ली थी। रविवार को जैसे ही यात्रा शुरू हुई वहां मौजूद पुलिस अधिकारियों ने हमें जिधर मोड़ा हम मुड़ गए। हमें किसी ने रोका भी नहीं।

सवाल – बीआरटीएस बस लेन में प्रवेश की अनुमति थी क्या?

जवाब – हमारे पास यात्रा की अनुमति थी। हमें जहां मोड़ा हम 
मुड़ गए। हमें लगा कि यातायात की व्यवस्था के हिसाब से यात्रा को बीआरटीएस पर मोड़ा गया होगा।

यातायात विभाग की कोई कार्रवाई नहीं बनती

यात्रा के बीआरटीएस में प्रवेश करने पर संबंधित थाना पुलिस को कार्रवाई करनी है। यातायात विभाग की कोई कार्रवाई नहीं बनती है। – अरविंद तिवारी, डीएसपी, यातायात विभाग

वैधानिक कार्रवाई करेंगे

मामला संज्ञान में आया है। बीआरटीएस में अन्य वाहनों के प्रवेश की अनुमति नहीं है। हम इस मामले में वैधानिक कार्रवाई करेंगे। – अमरेंद्रसिंह एडीसीपी जोन 2

एडीएम से अनुमति लेना आवश्यक होती है

हमने बीआरटीएस में यात्रा को लेकर कोई अनुमति जारी नहीं की है। यदि पूरे बीआरटीएस पर यात्रा निकली है, तो एडीएम कार्यालय से अनुमति लेने की आवश्यकता होती है। – घनश्याम धनगर, एसडीएम जूनी इंदौर

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