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इन्वेस्टर्स समिट में इंदौर से ज्यादा भोपाल–उज्जैन में निवेश प्रस्ताव: ग्वालियर–चंबल में सबसे कम 1–1 प्रस्ताव; जानिए आपके शहर में कितने करोड़ लगेंगे – Madhya Pradesh News

भोपाल में दो दिन तक चली ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट में सबसे ज्यादा 5.82 लाख करोड़ रुपए के निवेश प्रस्ताव भोपाल संभाग को मिले हैं। निवेश के मामले में इंडस्ट्रियलिस्ट की पहली पसंद रहने वाला इंदौर इस बार उज्जैन से भी पिछड़ता दिख रहा है। उज्जैन में 4.77 लाख क

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दो दिन की समिट में कुल 30.77 लाख करोड़ के निवेश प्रस्तावों की जानकारी मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने दी है। इनमें पिछले साल हुई रीजनल इंडस्ट्री कॉन्क्लेव और इंटरेक्टिव सेशन के 4.16 लाख करोड़ के प्रस्ताव भी शामिल हैं। ये प्रस्ताव जमीन पर उतरे तो इसमें कुल 21 लाख 40 हजार नौकरियां मिलने की संभावना जताई गई है।

भोपाल को मिला मेजबानी का फायदा भोपाल को इन्वेस्टर्स समिट की मेजबानी करने का फायदा मिला है। यहां कुल 21 प्रस्ताव मिले हैं। इसमें सबसे ज्यादा पर्यटन के क्षेत्र में 4 प्रपोजल हैं। नए अस्पताल और कॉलेज खोलने में भी यहां इन्वेस्टर्स ने दिलचस्पी दिखाई है।

मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा कि इससे पहले जीआईएस के आयोजन की तैयारियों के चलते इंदौर ने अच्छी प्रगति की है। अब भोपाल के लिए भी अलग से बजट रखकर इसे बेहतर बनाएंगे। भोपाल संभाग में कुल 5.82 लाख करोड़ के प्रस्ताव मिले हैं।

इंदौर में 29 निवेश प्रस्ताव, सबसे ज्यादा शहरी विकास के इंदौर में कुल 4.76 लाख करोड़ के निवेश प्रस्ताव मिले हैं। यहां जीआईएस का आयोजन नहीं होने का असर दिखा है। हालांकि अब भी निवेशकों के सबसे ज्यादा 29 प्रस्ताव इंदौर के लिए ही हैं। लेकिन निवेश की राशि भोपाल के मुकाबले कम है।

रीवा में अडाणी और बिड़ला ग्रुप का फोकस रीवा संभाग के लिए आए निवेश प्रस्तावों में सबसे ज्यादा प्रस्ताव खनन क्षेत्र से जुड़े हैं। यहां अडाणी और बिड़ला ग्रुप दोनों ने खनन क्षेत्र में दिलचस्पी दिखाई है। इसके अलावा ऊर्जा क्षेत्र में भी प्रस्ताव मिले हैं।

जबलपुर में रिन्यूएबल एनर्जी पर फोकस जबलपुर संभाग के लिए 1.06 लाख करोड़ रुपए के निवेश प्रस्ताव मिले हैं। इसमें सबसे ज्यादा फोकस रिन्यूएबल एनर्जी पर है। अवाडा ग्रुप भी यहां बड़ा निवेश करने की घोषणा कर चुका है।

शहडोल में 1.58 लाख करोड़, फोकस खनन पर आमतौर पर निवेश के मामले में पिछड़ा रहने वाले शहडोल में इस बार 1.58 लाख करोड़ के निवेश प्रस्ताव मिले हैं। इसमें ज्यादातर प्रस्ताव खनन से जुड़े हैं। मुख्यमंत्री ने इस बार शहडोल में भी रीजनल इंडस्ट्री समिट में उद्योगपतियों को भरोसा दिलाया था कि वे यहां निवेश करें, सरकार उन्हें पूरी मदद करेगी।

उज्जैन में 4.77 लाख करोड़ के प्रस्ताव मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव का गृहक्षेत्र होने का फायदा इस बार उज्जैन को मिलता दिख रहा है। उज्जैन में 4.77 लाख करोड़ रुपए के निवेश प्रस्ताव मिले हैं। यहां गोल्डक्रेस्ट सीमेंट ने इंडस्ट्री लगाने की इच्छा जताई है। इसके अलावा हेक्सा क्लाइमेट ने एनर्जी सेक्टर में काम करने में दिलचस्पी दिखाई है।

सागर में 53 हजार करोड़ के प्रस्ताव सागर में मेडिकल रिसर्च और शहरी विकास के अलग–अलग प्रस्ताव आए हैं। यहां कुल 53 हजार करोड़ रुपए के प्रस्ताव आए हैं।

नर्मदापुरम में 2. 93 लाख करोड़ के प्रस्ताव नर्मदापुरम में इस बार निवेशकों की खास दिलचस्पी दिखी है। यहां कुल 2.93 लाख करोड़ रुपए के प्रपोजल मिले हैं। ज्यादातर निवेशकों ने इंडस्ट्री लगाने पर जोर दिया है। नर्मदापुरम का बाबई नया इंडस्ट्रियल एरिया बनकर उभरा है।

ग्वालियर और चंबल में सिर्फ 1–1 प्रपोजल ग्वालियर और चंबल में निवेशकों ने ज्यादा दिलचस्पी नहीं दिखाई है। यहां केवल एक–एक प्रस्ताव मिले हैं। चंबल में 52 और ग्वालियर में 27 हजार करोड़ रुपए के निवेश प्रस्ताव मिले हैं। ग्वालियर में HYD टेक इंजीनियर्स कंपनी ने शहरी विकास में रुचि दिखाई है।

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