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एमपी के अमरकंटक-पचमढ़ी सबसे ठंडे: भोपाल-जबलपुर में ग्वालियर से ज्यादा सर्दी; इंदौर-उज्जैन में पारा 18 डिग्री के आसपास पहुंचा – Bhopal News

भोपाल में दिन का तापमान 30 डिग्री सेल्सियस के आसपास बना हुआ है।

नवंबर की शुरुआत होते ही मध्यप्रदेश में रातें ठंडी हो गई हैं। ज्यादातर शहरों में रात का टेम्प्रेचर 20 डिग्री सेल्सियस से कम है। अनूपपुर का अमरकंटक और नर्मदापुरम का पचमढ़ी सबसे ठंडा है। यहां टेम्प्रेचर 13 डिग्री के नीचे चल रहा है। 5 बड़े शहरों की बात करे

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मौसम विभाग के अनुसार​​​​​, उत्तरी हवाओं के असर से ग्वालियर और चंबल संभाग सबसे ठंडा रहता है लेकिन अभी ठंड की शुरुआत है इसलिए भोपाल-जबलपुर की तुलना में ग्वालियर में ठंड कम है। रविवार-सोमवार की दरमियानी रात की बात करें तो भोपाल-जबलपुर में तापमान 17 डिग्री, ग्वालियर में 17.3 डिग्री, उज्जैन में 18.3 डिग्री और इंदौर में 18.6 डिग्री सेल्सियस रहा।

मंडला, रीवा, मलाजखंड-उमरिया में भी पारा लुढ़का अमरकंटक और पचमढ़ी के अलावा मंडला, रीवा, मलाजखंड (बालाघाट), उमरिया समेत कई शहरों में रात का पारा लुढ़क गया है। रविवार-सोमवार की दरमियानी रात अमरकंटक में 12.2 डिग्री, पचमढ़ी में 12.4 डिग्री, मंडला में 13.6 डिग्री, रीवा में 14.4 डिग्री, मलाजखंड में 14.8 डिग्री, उमरिया में 15.3 डिग्री, राजगढ़ में 16 डिग्री सेल्सियस तापमान रहा।

इसी तरह बैतूल-सतना में 16.7 डिग्री, खजुराहो, टीकमगढ़-नौगांव में 17 डिग्री, रायसेन में 17.2 डिग्री, खरगोन में 17.8 डिग्री, खंडवा में 18 डिग्री, सिवनी में 18.4 डिग्री, गुना में 19 डिग्री, रतलाम में 19.2 डिग्री, नर्मदापुरम में 19.4 डिग्री, धार में 19.5 डिग्री, दमोह में 19.8 डिग्री तापमान दर्ज किया गया। ऐसा ही मौसम सोमवार-मंगलवार की रात में भी देखने को मिला।

सोमवार को दो हजार से अधिक पर्यटक पचमढ़ी के धूपगढ़ पर सन सेट देखने पहुंचे।

दिन में 30 डिग्री से ज्यादा तापमान प्रदेश में रात में 20 डिग्री से कम और दिन में 30 डिग्री से ज्यादा तापमान है। सोमवार को पचमढ़ी में 27.2 डिग्री, मलाजखंड में 27.8 डिग्री तापमान रहा। बाकी शहरों में यह 30 डिग्री सेल्सियस से अधिक दर्ज किया गया।

नवंबर के दूसरे सप्ताह में बढ़ेगी ठंड मौसम विभाग के अनुसार, उत्तर भारत में बर्फबारी होने के बाद पूरा मध्यप्रदेश ठिठुरने लगता है। इस बार नवंबर के दूसरे सप्ताह में उत्तर से ठंडी हवाएं आ सकती हैं। जिससे ठंड का असर और भी बढ़ जाएगा। पिछले 10 साल से यही ट्रेंड है।

नवंबर में ऐसा रहता है प्रदेश का मौसम दक्षिण-पश्चिम मानसून के समाप्त होने के बाद मौसम सामान्य होता है लेकिन आसमान बादलों से घिरा रहता है। अक्टूबर की तरह उमस महसूस नहीं होती है। वहीं, रात के पारे में गिरावट आने लगती है। वेस्टर्न डिस्टरबेंस (पश्चिमी विक्षोभ) की वजह से ग्वालियर, चंबल, भोपाल, इंदौर, उज्जैन, जबलपुर समेत कई संभागों में हल्की बारिश हो जाती है। दिन में पारा 30 डिग्री और रात में 15 डिग्री सेल्सियस के नीचे रहता है।

5 बड़े शहरों में नवंबर का ट्रेंड…

भोपाल में गर्मी, ठंड और सर्दी का ट्रेंड नवंबर में भोपाल में रात का तापमान 9 से 12 डिग्री सेल्सियस पहुंच जाता है। पिछले 10 साल से ऐसा ही ट्रेंड रहा है। इस बार भी दूसरे सप्ताह से पारा तेजी से लुढ़केगा। मौसम विभाग के अनुसार, भोपाल में नवंबर में रात का तापमान 6.1 डिग्री तक पहुंच चुका है। यह 30 नवंबर 1941 को दर्ज किया गया था। इस महीने बारिश होने का ट्रेंड भी है। 10 साल में दो बार बारिश हो चुकी है। साल 1936 में महीने में साढ़े 5 इंच से ज्यादा पानी गिर चुका है।

इंदौर में ठंड का असर इंदौर में ठंड का असर रहता है। खासकर दूसरे सप्ताह से पारा तेजी से गिरता है। इस वजह से रातें ठंडी हो जाती हैं और टेम्प्रेचर 10 से 12 डिग्री सेल्सियस के बीच रहता है। हालांकि, 25 नवंबर 1938 को पारा 5.6 डिग्री सेल्सियस तक जा चुका है। कभी-कभार बारिश भी हो जाती है। दिन में 31 से 33 डिग्री सेल्सियस के बीच तापमान रहता है।

नवंबर में सबसे सर्द रहता है ग्वालियर पिछले 10 साल के आंकड़ों पर नजर डालें तो ग्वालियर में पारा 6 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच चुका है। 54 साल पहले वर्ष 1970 में टेम्प्रेचर 3 डिग्री तक गिरा था। यह ओवरऑल रिकॉर्ड है। 2 नवंबर 2001 को दिन का तापमान 37.3 डिग्री तक पहुंच चुका है जबकि यह सामान्य तौर पर 33 से 35 डिग्री सेल्सियस के बीच रहता है। इस महीने बारिश भी होती है। 1927 में पूरे महीने 3 इंच से ज्यादा पानी गिरा था। 10 साल में 3 बार ऐसा ही मौसम रह चुका है।

जबलपुर में 1946 में 6 इंच से ज्यादा बारिश पिछले 10 साल में से 2022 में न्यूनतम पारा 7.8 डिग्री तक जा चुका है। ओवरऑल रिकॉर्ड 12 नवंबर 1989 को दर्ज किया गया था, तब टेम्प्रेचर 3.9 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया था। 1946 में पूरे महीने 6 इंच से ज्यादा पानी गिरा था। 10 साल में दो बार बारिश हो चुकी है। दिन में 30 से 33 डिग्री सेल्सियस के बीच तापमान रहता है।

उज्जैन में न्यूनतम तापमान 10-11° के बीच रहता है उज्जैन में 30 नवंबर 1974 को रात का तापमान 2.8 डिग्री सेल्सियस पहुंच चुका है। यह ओवरऑल रिकॉर्ड है। वहीं, 6 नवंबर 2008 को दिन का तापमान 36.5 डिग्री रहा था। पिछले 10 साल की बात करें तो न्यूनतम तापमान 10-11 डिग्री के बीच रहा है जबकि दिन में यह 33 से 35 डिग्री सेल्सियस के बीच पहुंच चुका है।

ये शहर भी रहते हैं ठंडे

  • बड़े शहरों के अलावा नर्मदापुरम के पचमढ़ी, छतरपुर के नौगांव और खजुराहो भी सबसे ठंडे रहते हैं।
  • पचमढ़ी प्रदेश का एकमात्र हिल स्टेशन है। अक्टूबर में ही यहां रात का तापमान 14 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच चुका है। नवंबर में यह 7 से 10 डिग्री तक पहुंच सकता है।
  • उत्तरी हवाओं की वजह से नौगांव और खजुराहो ठंडे रहते हैं। आसपास का इलाका चट्‌टानी होने से सर्दी बढ़ जाती है। ऐसे में यहां भी 7-8 डिग्री सेल्सियस तक तापमान रहता है।
  • नर्मदापुरम में नवंबर में रात का तापमान 10 से 13 डिग्री के बीच रहा है। ओवरऑल रिकॉर्ड 30 नवंबर 1988 को 2.2 डिग्री सेल्सियस रह चुका है।
  • सिवनी में भी सर्दी का असर रहता है। रात में तापमान 11 से 14 डिग्री तक पहुंच चुका है।
  • सागर में अक्टूबर की तुलना में 5 से 8 डिग्री तक पारा लुढ़क जाता है। यहां न्यूनतम तापमान 10 से 12 डिग्री सेल्सियस के बीच रहता है।
  • बैतूल में 30 नवंबर 1970 को पारा 2.6 डिग्री पहुंच चुका है। यह ओवरऑल रिकॉर्ड है। पिछले 10 साल में टेम्प्रेचर 8 से 11 डिग्री के बीच रहा है।
  • छिंदवाड़ा में भी सर्दी का असर रहता है। 2013 से अब तक 7 से 11 डिग्री सेल्सियस के बीच न्यूनतम तापमान रह चुका है।
  • ग्वालियर के अलावा गुना में भी ठंड बढ़ जाती है। इस वजह से पारा 9 से 12 डिग्री सेल्सियस के बीच ही रहता है।

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