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एमपी में सीजन का पहला मावठा गिरा, कोहरा भी छाया: 27 दिसंबर को ओले- बारिश का स्ट्रॉन्ग सिस्टम; भोपाल, इंदौर-ग्वालियर भी भीगेंगे – Bhopal News

मंगलवार सुबह ग्वालियर-चंबल संभाग में कोहरा छाया रहा।

मध्यप्रदेश में सीजन का पहला मावठा गिर रहा है। पिछले 24 घंटे में 10 से ज्यादा जिलों में हल्की बारिश हुई, जबकि ग्वालियर-चंबल संभाग में कोहरा छाया रहा। ऐसा ही मौसम अगले 4 दिन यानी, 28 दिसंबर तक बना रहेगा। 27 दिसंबर को ओले-बारिश का स्ट्रॉन्ग सिस्टम बनेगा

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मौसम विभाग के अनुसार, सोमवार-मंगलवार की रात में भिंड-सीहोर में बारिश हुई। वहीं, मंगलवार को पन्ना, दतिया, टीकमगढ़, बड़वानी, खजुराहो, निवाड़ी, मुरैना, भिंड, अशोकनगर, श्योपुर में हल्की बारिश दर्ज की गई। भोपाल में पूरे दिन बादल छाए रहे। वहीं, सर्द हवाएं चली। जिससे लोग ठिठुर गए। इंदौर, ग्वालियर, उज्जैन और जबलपुर में भी ऐसा ही मौसम रहा। हालांकि, दिन और रात के तापमान में बढ़ोतरी हुई है।

मंगलवार को भिंड, बड़वानी समेत प्रदेश के कई शहरों में हल्की बारिश हुई।

अगले 4 दिन ऐसा रहेगा मौसम…

  • 25 दिसंबर: गुना, अशोकनगर, शिवपुरी, ग्वालियर, दतिया, भिंड, श्योपुर, सिंगरौली, सीधी, रीवा, मऊगंज, सतना, अनूपपुर, शहडोल, उमरिया, पन्ना, दमोह, सागर, छतरपुर, टीकमगढ़, निवाड़ी, मैहर में हल्के से मध्यम कोहरा रहेगा।
  • 26 दिसंबर: खंडवा, खरगोन, बड़वानी, अलीराजपुर, झाबुआ, धार, रतलाम, मंदसौर और नीमच में गरज-चमक के साथ हल्की बारिश हो सकती है। सिंगरौली, सीधी, रीवा, मऊगंज, अनूपपुर, शहडोल और उमरिया में हल्के से मध्यम कोहरा छाया रहेगा।
  • 27 दिसंबर: इंदौर, विदिशा, रायसेन, सीहोर, नर्मदापुरम, बैतूल, हरदा, बुरहानपुर, खंडवा, खरगोन, देवास, भिंड, मुरैना, श्योपुर, नरसिंहपुर, छिंदवाड़ा, सागर और पांढुर्णा में ओले गिरने के साथ बारिश और 40 से 50Km प्रतिघंटा की रफ्तार से हवा चल सकती है। इसी तरह भोपाल, राजगढ़, बड़वानी, अलीराजपुर, झाबुआ, धार, रतलाम, उज्जैन, शाजापुर, आगर, मंदसौर, नीमच, गुना, अशोकनगर, शिवपुरी, ग्वालियर, दतिया, सीधी, रीवा, मऊगंज, सतना, शहडोल, डिंडौरी, कटनी, जबलपुर, सिवनी, मंडला, बालाघाट, पन्ना, दमोह, छतरपुर, टीकमगढ़ और मैहर में कहीं-कहीं बारिश और तेज हवा चलने का अनुमान है।
  • 28 दिसंबर: अनूपपुर, नरसिंहपुर, छिंदवाड़ा, सिवनी, मंडला, नर्मदापुरम, बैतूल, बालाघाट, पांढुर्णा में ओले गिरने के साथ तेज हवा चल सकती है। इसी तरह रायसेन, हरदा, बुरहानपुर, खंडवा, ग्वालियर, दतिया, भिंड, मुरैना, श्योपुर, सिंगरौली, सीधी, रीवा, मऊगंज, सतना, शहडोल, उमरिया, डिंडौरी, कटनी, जबलपुर, पन्ना, दमोह, सागर, मैहर में गरज-चमक और बारिश होने का अनुमान है। भोपाल, सीहोर, राजगढ़, धार, इंदौर, रतलाम, उज्जैन, देवास, शाजापुर, आगर-मालवा, मंदसौर और नीमच में हल्के से मध्यम कोहरा रहेगा।

एमपी में इसलिए बदला मौसम

मौसम विभाग, भोपाल के सीनियर वैज्ञानिक डॉ. वेदप्रकाश सिंह ने बताया, पश्चिमी विक्षोभ (पश्चिमी विक्षोभ) की वजह से मौसम बदल गया है। ग्वालियर, चंबल और सागर संभाग के कुछ जिलों में बारिश हुई है। बंगाल की खाड़ी में एक लो प्रेशर एरिया (निम्न दाब क्षेत्र) एक्टिव है। वहीं, एक पाकिस्तान के ऊपर पश्चिम विक्षोभ एक्टिव है। 26 दिसंबर की रात में एक और वेस्टर्न डिस्टरबेंस एक्टिव हो रहा है। इस वजह से प्रदेश में स्ट्रॉन्ग सिस्टम बनेगा। 28 दिसंबर तक इसका असर बना रहेगा।

दिसंबर में 10 साल से बारिश का ट्रेंड

मौसम विभाग के अनुसार, दिसंबर के महीने में प्रदेश में बारिश का ट्रेंड रहता है। पिछले 10 साल से ऐसा ही मौसम है। इस बार भी मौसम बदल गया है। शनिवार को छिंदवाड़ा में बारिश भी हुई थी। सोमवार और मंगलवार को भी कई जिलों में पानी गिरा।

सिस्टम गुजरने के बाद ठंड का असर

इस बार मौसम का मिजाज बदला हुआ है। अमूमन दिसंबर के दूसरे पखवाड़े में कड़ाके की ठंड पड़ती है, लेकिन इस बार पहले ही पखवाड़े में ऐसी ठंड रही। आखिरी दिनों में बारिश की एक्टिविटी रहेगी। इसके गुजरने के बाद एक बार फिर कड़ाके की ठंड का दौर शुरू हो जाएगा, जो पूरे जनवरी महीने तक चलेगा।

कई शहरों में पारा 5 डिग्री तक बढ़ा, मंडला में सबसे कम

सोमवार-मंगलवार की रात में प्रदेश के कई शहरों में तापमान 5 डिग्री तक लुढ़क गया। मंडला में सबसे कम 9.3 डिग्री दर्ज किया गया। कल्याणपुर, खजुराहो, नरसिंहपुर, रायसेन, उमरिया, दमोह, रीवा, पचमढ़ी, बैतूल, नौगांव, राजगढ़, मलाजखंड, खंडवा, रतलाम, सतना, खरगोन, गुना, टीकमगढ़ में पारा 14 डिग्री से नीचे रहा। बड़े शहरों की बात करें तो भोपाल, इंदौर, ग्वालियर, उज्जैन और जबलपुर में पारा 13 डिग्री से ज्यादा ही दर्ज किया गया।

इस बार दिसंबर में रिकॉर्ड तोड़ चुकी ठंड

इस बार दिसंबर महीने में ही ठंड रिकॉर्ड तोड़ चुकी है। स्थिति यह रही कि पूरे प्रदेश में जनवरी से भी ठंडा दिसंबर रहा। भोपाल समेत कई शहरों में ठंड ने रिकॉर्ड तोड़ दिए। 9 दिन से शीतलहर चली। भोपाल में दिसंबर की सर्दी ने 58 साल का रिकॉर्ड तोड़ दिया। भोपाल, इंदौर, ग्वालियर समेत कई जिलों में स्कूलों की टाइमिंग बदल दी गई है, जबकि भोपाल के वन विहार नेशनल पार्क में जानवरों को सर्दी से बचाने के लिए हीटर लगाए गए हैं। भगवान को भी ठंड से बचाने के लिए जतन किए जा रहे हैं।

नवंबर में भी सर्दी तोड़ चुकी रिकॉर्ड

बता दें कि नवंबर में भी सर्दी रिकॉर्ड तोड़ चुकी है। भोपाल में तो 36 साल का रिकॉर्ड टूटा है। इंदौर, उज्जैन, जबलपुर और ग्वालियर में भी पारा सामान्य से 7 डिग्री तक नीचे रहा। अब दिसंबर में भी कड़ाके की ठंड पड़ रही है।

MP के 5 बड़े शहरों में दिसंबर में ऐसा ट्रेंड…

भोपाल में 58 साल का रिकॉर्ड तोड़ चुकी ठंड

भोपाल में दिसंबर में दिन-रात ठंड और बारिश का ट्रेंड रहा है। 10 में से पिछले 5 साल से भोपाल दिसंबर में भीग रहा है। आधा से पौन इंच तक बारिश हो गई। हालांकि, इस बार बारिश नहीं हुई, लेकिन लगातार सात दिन से शीतलहर और कोल्ड डे (ठंडा दिन) जैसी स्थिति है। वहीं, रात के पारे में जबरदस्त गिरावट हुई है।

मौसम विभाग के अनुसार, दिसंबर में ठंड की बात करें तो 11 दिसंबर 1966 की रात में पारा 3.1 डिग्री पहुंच गया था। यह अब तक का ओवरऑल रिकॉर्ड है। 3 साल पहले 2021 में पारा 3.4 डिग्री पहुंच चुका है, लेकिन 15-16 दिसंबर की रात में यह 3.3 डिग्री दर्ज किया गया। यानी, पिछले 10 साल में तो पारा सबसे कम रहा ही, साथ में ओवरऑल रिकॉर्ड के करीब भी है।

इंदौर में 5 से 8 डिग्री के बीच रहा पारा

इंदौर में दिसंबर में रात का तापमान 5 से 8 डिग्री के बीच रहता है। पिछले साल तापमान 10.1 डिग्री तक पहुंच गया था। 10 साल के आंकड़ों पर नजर डालें तो दिन में पारा 28 से 31 डिग्री के बीच ही रहता है। इस महीने इंदौर में बारिश भी होती है। पिछले 4 साल से बारिश हो रही है।

31 दिसंबर 2015 को दिन का सर्वाधिक तापमान 33 डिग्री दर्ज किया गया था। 27 दिसंबर 1936 की रात में टेम्प्रेचर 1.1 डिग्री रहा था। सर्वाधिक कुल मासिक बारिश वर्ष 1967 को 108.5 मिमी यानी 4.2 इंच हुई थी। 24 घंटे में सर्वाधिक 53 मिमी यानी 2.1 इंच बारिश 17 दिसंबर 2009 को हुई थी।

ग्वालियर में दिसंबर में हो चुकी बारिश

ग्वालियर में दिन में गर्मी तो रात में ठंड रहती है। पिछले 10 साल में यहां अधिकतम तापमान 26.2 से 31.6 डिग्री तक रह चुका है। वहीं, रात में पारा 1.8 से 6.9 डिग्री दर्ज किया गया। 6 दिसंबर 2006 को दिन का तापमान 32.1 डिग्री सेल्सियस पहुंच चुका है। 26 दिसंबर 1961 को न्यूनतम तापमान 0.4 डिग्री पहुंचा था। साल 1997 में कुल मासिक बारिश 106.6 मिमी यानी 4.1 इंच हुई थी। 24 घंटे में सर्वाधिक बारिश 13 दिसंबर 2013 को 32.1 मिमी यानी 1.2 इंच हुई थी।

जबलपुर में भी बारिश का ट्रेंडजबलपुर में दिसंबर में बारिश होने का भी ट्रेंड है। 28 दिसंबर 1960 को दिन का तापमान 33.2 डिग्री पहुंच चुका है। 28 दिसंबर 1902 की रात का तापमान 0.6 डिग्री रहा था। यह ओवरऑल रिकॉर्ड है। वर्ष 1885 को सर्वाधिक मासिक बारिश 125 मिमी यानी 4.9 इंच हुई थी। 24 घंटे में सर्वाधिक बारिश का रिकॉर्ड 68.1 मिमी यानी 2.6 इंच 16 दिसंबर 1885 को हुई थी।

उज्जैन में भी कड़ाके की ठंड

उज्जैन में दिन का औसत तापमान 28.2 डिग्री और रात में 9.4 डिग्री है। इस महीने औसत 4.6 मिमी बारिश होती है। पिछले 5 साल से उज्जैन में दिसंबर में बारिश हो रही है। 18 दिसंबर 2002 को दिन में टेम्प्रेचर 34.9 डिग्री पहुंच चुका है। यह ओवरऑल रिकॉर्ड है। 28 दिसंबर 1968 और 29 दिसंबर 1983 को रात में पारा 0.5 डिग्री पहुंच चुका है। साल 1997 को कुल मासिक बारिश 119.4 मिमी यानी 4.7 इंच बारिश हो चुकी है। 24 घंटे में सर्वाधिक बारिश की बात करें तो 11 दिसंबर 1967 को 35.3 मिमी यानी 1.3 इंच बारिश हुई थी।

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