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एमपी में 5 डिग्री से नीचे पहुंचा पारा: सर्द हवा से बढ़ी ठिठुरन, कल से राहत मिलेगी; 1 फरवरी से बारिश का दौर – Bhopal News

इंदौर में भी रविवार सुबह ठंड का असर रहा।

सर्द हवाओं ने मध्यप्रदेश में ठिठुरन बढ़ा दी है। इससे दिन और रात के तापमान में गिरावट हुई है। शहडोल के कल्यापुर में तो पारा 5 डिग्री के नीचे पहुंच गया है। सोमवार को भी मौसम में ठंडक बनी रहेगी। खासकर सुबह और रात में ठंड पड़ेगी, लेकिन इसके बाद पारे में फि

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मौसम विभाग के अनुसार, सोमवार-मंगलवार की रात से पारे में 3 से 4 डिग्री तक की बढ़ोतरी होगी। 28, 29, 30 और 31 जनवरी को दिन में गर्मी और रातें ठंडी रहेगी, लेकिन 1 फरवरी से बारिश का दौर शुरू हो सकता है।

सीनियर मौसम वैज्ञानिक डॉ. वेदप्रकाश सिंह ने बताया, वेस्टर्न डिस्टरबेंस (पश्चिमी विक्षोभ) की वजह से फरवरी के शुरुआती 4 दिन तक मौसम बदला रहेगा। 1 से 4 फरवरी के बीच पूर्वी और दक्षिणी हिस्से में कहीं-कहीं बारिश हो सकती है। इनमें रीवा, शहडोल, जबलपुर, सागर, ग्वालियर, चंबल और नर्मदापुरम संभाग के जिले शामिल हैं। इंदौर, भोपाल और उज्जैन संभाग में मौसम साफ रहेगा।

दक्षिण-पूर्वी हवा से गायब हो गई थी ठंड इससे पहले दक्षिण-पूर्वी हवाओं ने प्रदेश से ठंड जैसे गायब कर दी थी। एक सप्ताह तक दिन-रात के तापमान में खासी बढ़ोतरी देखने को मिली था, लेकिन शुक्रवार से तापमान में गिरावट शुरू हो गई। रात में भी पारा लुढ़का। वहीं, शनिवार-रविवार की रात में पारा फिर से पांच डिग्री के नीचे चला गया।

2 दिन ऐसा रहेगा मौसम

  • 27 जनवरी: प्रदेश के सभी हिस्से में ठंड का असर रहेगा। खासकर सुबह और रात में मौसम सर्द रहेगा।
  • 28 जनवरी: दिन-रात में ठंड का असर रहेगा। कुछ शहरों में हल्का कोहरा भी रह सकता है।

दिन में चल रही सर्द हवाएं, रात में ठंड पिछले दो दिन से मौसम में बदलाव देखने को मिला है। रविवार को दिन में सर्द हवाएं चली। हालांकि, पारे में ज्यादा गिरावट नहीं हुई। कई शहरों में एक से दो डिग्री की बढ़ोतरी ही देखने को मिली। इधर, शनिवार-रविवार की रात में कई शहरों में पारा लुढ़क गया। बड़े शहरों की बात करें तो ग्वालियर में सबसे कम 6.2 डिग्री रहा। भोपाल में 8.2 डिग्री, जबलपुर में 8.8 डिग्री, उज्जैन में 11.4 डिग्री और इंदौर में 13.6 डिग्री रहा।

प्रदेश में सबसे ठंडा कल्याणपुर रहा। यहां न्यूनतम तापमान 4.9 डिग्री दर्ज किया गया। रीवा में 5.4 डिग्री, राजगढ़-नौगांव में 6 डिग्री, उमरिया में 6.4 डिग्री, खजुराहो में 6.8 डिग्री, गुना में 7.2 डिग्री, सतना में 7.5 डिग्री, टीकमगढ़ में 8 डिग्री, मंडला में 8.4 डिग्री, पचमढ़ी में 8.4 डिग्री और सीधी में 9.4 डिग्री रहा।

MP के 5 बड़े शहरों में जनवरी में ऐसा रहा सर्दी का ट्रेंड…

भोपाल में 0.6 डिग्री पहुंच चुका टेम्प्रेचर भोपाल में जनवरी में कड़ाके की ठंड पड़ती है। दिन में गर्मी का अहसास और बारिश का ट्रेंड भी है। 18 जनवरी 1935 को रात का टेम्प्रेचर रिकॉर्ड 0.6 डिग्री सेल्सियस रहा था। वहीं, 26 जनवरी 2009 को दिन में तापमान 33 डिग्री दर्ज किया गया था। पिछले 10 में से 7 साल बारिश हो चुकी है। 24 घंटे में सबसे ज्यादा 2 इंच बारिश 6 जनवरी 2004 को हुई थी। वहीं, सर्वाधिक मासिक 3.8 इंच बारिश जनवरी 1948 को हुई थी।

इंदौर में माइनस 1.1 डिग्री पहुंच चुका पारा इंदौर में जनवरी में सर्दी का रिकॉर्ड माइनस में पहुंच चुका है। 16 जनवरी 1935 को पारा माइनस 1.1 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था। यह ओवरऑल रिकॉर्ड है। वहीं, 27 जनवरी 1990 को दिन का तापमान 33.9 डिग्री रहा था। 24 घंटे में सर्वाधिक बारिश होने का रिकॉर्ड 6 जनवरी 1920 के नाम है। इस दिन 3 इंच से ज्यादा पानी गिरा था। वहीं, वर्ष 1920 में सर्वाधिक मासिक बारिश 4 इंच दर्ज की गई थी।

जबलपुर में 1946 में रिकॉर्ड 1.1 डिग्री रहा था पारा जबलपुर में भी जनवरी में ठंड-बारिश का ट्रेंड है। 7 जनवरी 1946 को रात का पारा रिकॉर्ड 1.1 डिग्री सेल्सियस पहुंच गया था। वहीं, दिन का उच्चतम तापमान 33.4 डिग्री 7 जनवरी 1973 को रहा था। इस महीने बारिश भी होती है। 24 घंटे में सर्वाधिक बारिश 24 जनवरी 1919 को 2.5 इंच हुई थी। इसी साल पूरे महीने 8 इंच से ज्यादा पानी गिरा था।

उत्तरी हवा आने से ग्वालियर सबसे ठंडा उत्तरी हवाओं की वजह से प्रदेश का ग्वालियर-चंबल सबसे ठंडा रहता है। जनवरी में यहां कड़ाके की ठंड का ट्रेंड है। पिछले 10 साल का रिकॉर्ड देखें तो 2018 में तापमान 1.9 डिग्री और 2019 में 2.4 डिग्री दर्ज किया गया था। 24 जनवरी 1954 को रात का तापमान माइनस 1.1 डिग्री सेल्सियस रहा था। ग्वालियर में जनवरी में बारिश भी होती है। साल 2014 से 2024 के बीच 9 साल बारिश हो चुकी है। 24 घंटे में सर्वाधिक बारिश का रिकॉर्ड 8 जनवरी 1926 को है। इस दिन 2.1 इंच पानी गिरा था। वहीं, 1948 को कुल मासिक बारिश 3.1 इंच हुई थी।

उज्जैन में जीरो डिग्री रह चुका पारा उज्जैन में भी उत्तरी हवा का असर रहता है। इस वजह से यहां कड़ाके की ठंड पड़ती है। 22 जनवरी 1962 को पारा 0 डिग्री सेल्सियस रहा था। पिछले 10 साल में टेम्प्रेचर 2 से 5.8 डिग्री तक रह चुका है। 24 घंटे में सर्वाधिक बारिश होने का रिकॉर्ड 11 जनवरी 1987 के नाम है। इस दिन सवा इंच पानी गिरा था। वहीं, सर्वाधिक कुल मासिक 2.2 इंच 1994 को हुई थी।

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