करीला धाम में रंग पंचमी पर आस्था का अभूतपूर्व सैलाब देखने को मिला। माता जानकी के दर्शन के लिए दो दिनों में करीब 30 लाख श्रद्धालु पहुंचे। अकेले रंग पंचमी के दिन ही 20 लाख भक्तों ने माता के दर्शन किए।
.
मेले में सांस्कृतिक गतिविधियों का विशेष आयोजन रहा। सैकड़ों नृत्यांगनाओं ने परथिली पहाड़ी पर ढोल और लंगड़िया की थाप पर नृत्य प्रस्तुत किया। कई स्थानों पर बधाई नृत्य का आयोजन हुआ। बुंदेली राय के गीतों पर भी नृत्यांगनाओं ने नृत्य किया।
3-4 किमी तक लगी कतारें
बता दें कि, इस वर्ष पिछले साल की तुलना में दोगुने श्रद्धालु पहुंचे। मंदिर की ओर जाने वाले सभी मार्गों पर भीड़ का जमावड़ा रहा। वीआईपी मार्ग सहित आम रास्तों पर 3-4 किलोमीटर तक कतारें लगी रहीं। सभी पार्किंग स्थल पूरी तरह भर गए।

मेले में केवल आसपास के जिलों से ही नहीं, बल्कि पूरे प्रदेश और देश भर से श्रद्धालु पहुंचे। वाहनों में ओवरलोडिंग की स्थिति बनी रही। कुछ लोग वाहनों की छत पर बैठकर तो कुछ ऑटो और मैजिक वाहनों में लटककर यात्रा करते दिखे।
सुरक्षा बल रहा तैनात
सुरक्षा व्यवस्था के लिए पुलिस बल तैनात रहा। कलेक्टर और एसपी ने 24 घंटे निरीक्षण किया। रात 12 बजे तक मंदिर की ओर जाने वालों की भीड़ सबसे अधिक रही। तीन दिवसीय मेले का आखिरी दिन श्रद्धालुओं की वापसी के साथ संपन्न हुआ।

#करल #मल #म #उमड #आसथ #क #सलब #घट #म #लख #शरदधलओ #न #कएदरशन #रत #भर #हए #रई #नतय #Ashoknagar #News
#करल #मल #म #उमड #आसथ #क #सलब #घट #म #लख #शरदधलओ #न #कएदरशन #रत #भर #हए #रई #नतय #Ashoknagar #News
Source link