66वें अखिल भारतीय कालिदास समारोह के 7 दिवसीय आयोजन का 18 नवंबर सोमवार को समापन होगा। समापन कार्यक्रम में उच्च शिक्षा मंत्री व सूक्ष्म लघु उद्योग मंत्री की उपस्थिति में वर्ष 2023 व 2024 में आयोजित राष्ट्रीय कालिदास चित्र एवं मूर्तिकला प्रतियोगिता के आ
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कालिदास संस्कृत अकादमी के निदेशक डॉ. गोविंद गन्धे ने बताया कि, अखिल भारतीय कालिदास समारोह का समापन 18 नवंबर को शाम 4 बजे से अकादमी परिसर के भरत विशाला मंच पर होगा। समापन कार्यक्रम में इस वर्ष राष्ट्रीय कालिदास चित्र मूर्ति कला प्रतियोगिता का विषय महाकवि कालिदास के महाकाव्य रघुवंशम पर केंद्रित रखा गया था।
आयोजन में कलाकारों की बनाएं चित्रों को देखते दर्शक
इसमें राजस्थान, मध्य प्रदेश, हिमाचल प्रदेश, उड़ीसा, छत्तीसगढ़, पश्चिम बंगाल, कर्नाटक, नई दिल्ली, महाराष्ट्र, गुजरात, आंध्रप्रदेश, केरल, तेलंगाना, बिहार और उत्तर प्रदेश के कलाकारों से कुल 202 चित्र और 23 मूर्ति कला प्राप्त हुई थी। सभी चित्र व मूर्ति कला को देश के वरिष्ठ चित्रकार और मूर्तिकार के समक्ष निर्णय के लिए रखा गया था, जिसमें से 66 चित्र और आठ मूर्तियों को सर्वसम्मति से प्रदर्शनी के लिए चयन किया गया। इनमें से चार चित्रकला और एक मूर्तिकला को पुरस्कार के लिए चयन किया गया है। दोनों वर्ष के आठ चित्रकार व दो मूर्तिकार को एक लाख रूपए, प्रशस्ति पत्र, शाल-श्री फल भेंट कर सम्मानित किया जाएगा।
प्रदर्शनी को देखने बड़ी संख्या में लोग पहुंच रहे हैं।
उच्च शिक्षा मंत्री व लघु उद्यम मंत्री आएंगे
अभा कालिदास समारोह के समापन अवसर पर संस्कृति, पर्यटन, धार्मिक न्यास और धर्मस्व विभाग के मंत्री धर्मेंद सिंह लोधी शामिल होने वाले थे, लेकिन उनकी व्यस्तता के कारण वे समापन कार्यक्रम में नही आ रहे है। इसलिए सोमवार को प्रदेश शासन के उच्च शिक्षा, आयुष, तकनीकी शिक्षा मंत्री इंदरसिंह परमार और सुक्ष्म, लघु, मध्यम उद्यम मंत्री चैतन्य काश्यप शामिल होंगे। वहीं सारस्वत अतिथि श्री सर्वेश्वर रघुनाथ मंदिर माउण्ट आबु के स्वामी सियारामदास महाराज रहेगें।
चुनाव के कारण नही हुआ था समारोह इस वर्ष देंगे पुरस्कार
अकादमी निदेशक डॉ गंदे ने बताया कि पिछले वर्ष 2023 में विधानसभा चुनाव की आदर्श आचार संहिता लागू होने के कारण अखिल भारतीय कालिदास समारोह का आयोजन नही हो सका था। समारोह के पहले ही देशभर के कलाकारों से महाकवि कालिदास की कृति कुमारसंभवम से अनुप्राणित 168 चित्र एवं 24 मूर्ति कला प्राप्त हो चुकी थी। देश के वरिष्ठ चित्रकार और मूर्तिकारों की पैनल द्वारा 73 चित्र व 8 मूर्तियों का सर्वसम्मति से समारोह में प्रदर्शनी के लिए चयन किया गया था। इन्ही चयनित कृतियों में से चार चित्र और एक मूर्तिकला के लिए पुरस्कृत किया गया था। गत वर्ष समारोह का आयोजन नही होने से इस वर्ष यह पांच कलाकारों को पुरस्कार प्रदान किए जाएंगे।
इन्हे मिलेगा चित्र व मूर्तिकला का पुरस्कार
वर्ष 2023- चित्रकला के लिए सौदामिनी मुदुली, ओडीशा, कैलाश साहू राजस्थान, भुवनेश्वर कुमार हिमाचल प्रदेश, गणेशलाल गौड राजस्थान और मूर्तिकला के लिए संदीप साकरे मध्यप्रदेश है। वर्ष 2024- चित्रकला के लिए डॉ. शंकर शर्मा उदयपुर राजस्थान, संजना मालवीय उज्जैन मप्र, प्रशांत एम पटेल अहमदाबाद गुजरात, निरूपमा कमलेशभाई मोगा भावनगर गुजरात और मूर्तिकला के लिए बिजयकुमार साहू कटक ओडिशा शामिल है।
विश्वविद्यालय द्वारा दिए जाने वाले पुरस्कारों में प्राथमिक व माध्यमिक स्तर पर चित्रकला व श्लोक स्पर्धा, उच्चतर माध्यमिक विद्यालय के लिए भाषण स्पर्धा, अन्तर्महाविद्यालयीन काव्य पाठ व हिंदी वाद-विवाद स्पर्धा, अन्तर्विश्वविद्यालयीन संस्कृत वाद-विवाद स्पर्धा के विजेताओं के अलावा श्रेष्ठ शोध पत्र के लिए विक्रम कालिदास पुरस्कार प्रदान किए जाएंगे।
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