केन-बेतवा लिंक परियोजना बुंदेलखंड की तस्वीर बदलने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी। यह परियोजना मध्य प्रदेश और उत्तर प्रदेश के जल संकट को हल करने के लिए शुरू की गई है। इसके तहत केन और बेतवा नदियों का पानी आपस में जोड़ा जाएगा, जिससे 10 लाख हेक्टेयर से ज्यादा कृषि भूमि को सिंचाई के लिए पानी मिलेगा।
By Prashant Pandey
Publish Date: Wed, 25 Dec 2024 08:06:24 AM (IST)
Updated Date: Wed, 25 Dec 2024 08:19:28 AM (IST)
HighLights
- केन-बेतवा लिंक परियोजना से बुंदेलखंड का जल संकट होगा समाप्त।
- परियोजना से एमपी और उत्तर प्रदेश के 14 जिलों को मिलेगा लाभ।
- इसके जरिये बुंदेलखंड में औद्योगीकरण और रोजगार को मिलेगा बढ़ावा।
नईदुनिया प्रतिनिधि, छतरपुर(Ken Betwa Link Project)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बुधवार को खजुराहो आ रहे हैं और बुंदेलखंड की तस्वीर बदलने वाली इस 44 हजार 605 करोड़ की परियोजना का शिलान्यास करेंगे। पीएम मोदी की सभा के लिए खजुराहो के मेला ग्राउंड में भव्य पंडाल सजाया गया है।
यहां दो लाख से ज्यादा लोगों की मौजूदगी के बीच पीएम मोदी केन बेतवा लिंक परियोजना के निर्माण का आगाज करेंगे। जानिए इस परियोजना के बारे में जिससे बदलने जा रही है बुंदेलखंड अंचल की तस्वीर।
इसलिए खास है यह परियोजना
- केन बेतवा लिंक परियोजना के अंतर्गत पन्ना टाइगर रिजर्व में केन नदी पर 77 मीटर ऊंचाई एवं 2.13 किलोमीटर लंबाई के दौधन बांध बनाया जाएगा।
- 2 टनल का निर्माण कर बांध में 2,853 मिलियन घन मीटर जल का भंडारण किया जाएगा।
- केन नदी पर दौधन बांध से 221 किमी लंबी लिंक नहर के द्वारा एमपी यूपी राज्यों के 14 जिलों को लाभ मिल सकेगा।
- मध्य प्रदेश के 10 जिले पन्ना, दमोह, छतरपुर, टीकमगढ़, निवाड़ी, सागर, रायसेन, विदिशा, शिवपुरी एवं दतिया के 2 हजार ग्रामों में 8.11 लाख हेक्टेयर क्षेत्र में सिंचाई हो सकेगी। इससे लगभग 7 लाख किसान परिवार लाभान्वित होंगे।
- केन- बेतवा परियोजना से उत्तरप्रदेश में 59 हज़ार हेक्टेयर क्षेत्र में वार्षिक सिंचाई सुविधा होगी एवं 1.92 लाख हेक्टेयर क्षेत्र में मौजूदा सिंचाई का स्थिरीकरण किया जाएगा। जिससे उत्तरप्रदेश के महोबा, झांसी, ललितपुर एवं बांदा जिलों में सिंचाई सुविधा प्राप्त होगी।
- परियोजना से मध्यप्रदेश की 44 लाख एवं उत्तर प्रदेशकी 21 लाख आबादी को पेयजल की सुविधा मिल सकेगी। साथ ही परियोजना से 103 मेगावाट जल विद्युत एवं 27 मेगावाट सौर ऊर्जा का उत्पादन होगा।
- परियोजना के अंतर्गत चंदेल कालीन तालाबों को सहेजने का कार्य होगा। मध्य प्रदेश के छतरपुर, टीकमगढ़ एवं निवाड़ी जिलों में चंदेल कालीन 42 तालाबों का मरम्मत जीर्णोधार किया जाएगा।
ऐसे चली परियोजना की प्रक्रिया
- प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की उपस्थिति में परियोजना के कियान्वयन के लिए मध्यप्रदेश और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री एवं केन्द्रीय जल शक्ति मंत्री के मध्य 22 मार्च 2021 को त्रिपक्षीय सहमति ज्ञापन हस्ताक्षरित किया गया।
- केन बेतवा लिंक परियोजना की लागत राशि 44 हजार 605 करोड़ रूपये है।
- परियोजना का व्यय निर्धारण केन्द्र सरकार द्वारा 90 प्रतिशत एवं राज्य सरकार द्वारा 10 प्रतिशत के अनुपात में रहेगा।
- परियोजना से 8.10 लाख हेक्टेयर क्षेत्र में सिंचाई सुविधा मिलेगी, 02 हजार ग्रामों के लगभग 7 लाख 18 हजार किसान परिवार लाभान्वित होंगे।
परियोजना से मिटेगा सूखा और पलायन का कलंक
बुंदेलखंड का सूखा और पलायन लोगों की कमर तोड़ता रहा है। परिवारों को पलायन करने पर यह सूखा मजबूर करता रहा है। लेकिन केन बेतवा परियोजना बुंदेलखंड के लिए मील का पत्थर साबित होगी।
क्योंकि दौधन बांध से लेकर केन बेतवा तक परियोजना आकार लेगी और बुंलेखंड का सूखा मिटाएगी। सूखाग्रस्त बुंदेलखण्ड क्षेत्र में भूजल स्तर की स्थिति में सुधार, औद्योगीकरण, निवेश एवं पर्याटन को बढ़ावा मिलेगा और रोजगार के अवसर उपलब्ध होंगे।
Source link
https%3A%2F%2Fwww.naidunia.com%2Fmadhya-pradesh%2Fchhatarpur-ken-betwa-link-project-to-bring-revolutionary-changes-in-bundelkhand-8373690
#कन #बतव #लक #परयजन #स #बदलग #बदलखड #क #तसवर #मटग #सख #और #पलयन #क #कलक