0

कैलाश मकवाना एमपी के 32वें डीजीपी बने: CM के विदेश जाते ही आधी रात जारी हुआ आदेश, सुधीर सक्सेना की जगह लेंगे – Bhopal News

कैलाश मकवाना मप्र के 32वें डीजीपी होंगे।

मध्यप्रदेश के नए पुलिस महानिदेशक (DGP) कैलाश मकवाना होंगे। सीएम के विदेश यात्रा पर जाने के बाद देर रात गृह विभाग के अपर मुख्य सचिव (ACS) एसएन मिश्रा ने मकवाना के डीजीपी बनाए जाने का आदेश जारी किया। वे प्रदेश के 32वें डीजीपी होंगे। वे सुधीर सक्सेना का

.

सीएम के लौटने के बाद संभाल सकते हैं पदभार सीएम आज यानि 24 नवंबर से 30 नवंबर तक यूके और जर्मनी की यात्रा पर हैं। संभावना जताई जा रही है कि सीएम के विदेश दौरे से लौटने के बाद कैलाश मकवाना विधिवत पदभार ग्रहण करें।

साढ़े तीन साल में हुआ था सात बार तबादला

मकवाना ने अपनी एसीआर (गोपनीय चरित्रावली) सुधरवाने के लिए मप्र शासन से 9 महीने पहले अपील की थी। उन्होंने रिप्रेजेंटेशन भेजते हुए सरकार से कहा था कि लोकायुक्त संगठन में डीजी रहने के 6 महीने के दौरान उनकी एसीआर खराब कर दी गई। कमल नाथ सरकार में महज एक साल में उनका तीन बार तबादला किया गया था। साढ़े 3 साल में उनका 7 बार तबादला किया गया था।

मकवाना के ऐसे होते रहे तबादले साल 2019

  • 10 फरवरी- एडीजी इंटेलिजेंस
  • 1 अक्टूबर- एडीजी प्रशासन

साल 2020

  • 20 फरवरी- एडीजी नारकोटिक्स
  • 31 मार्च- एडीजी सीआईडी

साल 2021

  • 1 दिसंबर- चेयरमैन मप्र पुलिस हाउसिंग कॉर्पोरेशन

साल 2022

  • 31 मई – महानिदेशक लोकायुक्त संगठन
  • 2 दिसंबर- चेयरमैन मप्र पुलिस हाउसिंग कॉर्पोरेशन

लोकायुक्त का बनाया गया था महानिदेशक मकवाना को वर्ष 2022 में विशेष पुलिस स्थापना लोकायुक्त में महानिदेशक बनाया गया था। वे यहां ईमानदारी से काम कर रहे थे। उसी दौरान महाकाल लोक कॉरिडोर की जांच तत्कालीन लोकायुक्त के अधीन टेक्निकल सेल ने शुरू कर दी। लेकिन सरकार ने कैलाश मकवाना पर नाराजगी दिखा दी। उन्हें हटाकर मप्र पुलिस हाउसिंग कॉरपोरेशन में चेयरमैन बना दिया था। तब शिवराज के ओएसडी योगेश चौधरी को एडीजी विशेष पुलिस स्थापना लोकायुक्त पदस्थ किया गया था। तब मकवाना की एसीआर( गोपनीय चरित्रावली) कम कर दी गई थी।

3 नामों का पैनल हुआ था फाइनल प्रदेश सरकार की ओर से DGP के लिए 9 नाम भेजे गए थे। दिल्ली में बीते गुरुवार को हुई बैठक में 3 नामों का पैनल तैयार किया गया था। इनमें 1988 बैच के आईपीएस कैलाश मकवाना का नाम पहले नंबर पर था। इसके बाद 1988 बैच के आईपीएस और डीजी होमगार्ड अरविंद कुमार और 1989 बैच के आईपीएस और डीजी ईओडब्ल्यू अजय शर्मा के नाम शामिल थे।

यह पुरस्कार मकवाना को 15 अगस्त 1983 को मिला था।

यह पुरस्कार मकवाना को 15 अगस्त 1983 को मिला था।

समूह गायन में मिला था फर्स्ट प्राइज बीते 18 नवंबर को मकवाना ने सोशल मीडिया पर एक फोटो शेयर की थी। जिसमें उन्होंने लिखा था ‘मिल गया असली खजाना… एमएसीटी/मैनिट कॉलेज भोपाल एमपी, प्रथम पुरस्कार…15 अगस्त 1983’ दरअसल मकवाना जब भोपाल के एमएसीटी (मैनिट) के स्टूडेंट हुआ करते थे उन दिनों उन्हें समूह गायन में प्रथम पुरस्कार मिला था।

यह खबर भी पढ़ें-

एमपी के नए डीजीपी के लिए तीन नामों का पैनल

एमपी के नए डीजीपी को लेकर गुरुवार को दिल्ली में बैठक हुई थी। जिसमें प्रदेश सरकार की ओर से भेजे गए 9 नामों पर चर्चा हुई। बैठक में 3 नामों का पैनल तैयार किया गया था। इनमें से कैलाश मकवाना का नाम डीजीपी के लिए फाइनल किया गया। पूरी खबर यहां पढ़ें…​​​​​​​

#कलश #मकवन #एमप #क #32व #डजप #बन #क #वदश #जत #ह #आध #रत #जर #हआ #आदश #सधर #सकसन #क #जगह #लग #Bhopal #News
#कलश #मकवन #एमप #क #32व #डजप #बन #क #वदश #जत #ह #आध #रत #जर #हआ #आदश #सधर #सकसन #क #जगह #लग #Bhopal #News

Source link