0

गाजीपुर की कीर्ति ने रचे कई कीर्तिमान, ऐसे बनीं इस खेल का चर्चित चेहरा

गाजीपुर की कीर्ति ने रचे कई कीर्तिमान, ऐसे बनीं इस खेल का चर्चित चेहरा

Agency:News18 Uttar Pradesh

Last Updated:

Volleyball Player Kriti Tiwari Ghazipur : कीर्ति के करियर का टर्निंग पॉइंट तब आया जब उन्होंने अंडर-18 एशियन वॉलीबॉल चैंपियनशिप में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ मैच खेला. शून्य से शिखर की उनकी ये यात्रा रोमांचक है

X

गाजीपुर की बेटी ने वॉलीबॉल में रचा इतिहास, अब सीनियर टीम की बारी

गाजीपुर. अपनी मेहनत और जुनून से वॉलीबॉल की दुनिया में अलग पहचान बनाने वाली कीर्ति तिवारी सुर्खियों में हैं. आज वे भारतीय टीम का हिस्सा बनकर अंतरराष्ट्रीय स्तर पर खेलने की तैयारी कर रही हैं. हालांकि उनका ये सफर आसान नहीं रहा. शून्य से शिखर की ये यात्रा रोमांचक है. कीर्ति गाजीपुर के करहिया गांव की रहने वाली हैं. बचपन में वे अपने गांव के दूसरे बच्चों के साथ वॉलीबॉल खेला करती थीं, लेकिन उन्हें नहीं पता था कि वॉलीबॉल ही उनका भविष्य बनेगा. उनके टैलेंट को सबसे पहले गांव के कोच देव कुमार सिंह ने पहचाना और कहा कि इस बच्ची में वॉलीबॉल की गजब की समझ है, इसे ट्रेनिंग मिलनी चाहिए. यही वो पल था जब कीर्ति ने पहली बार इस खेल को गंभीरता से लिया.

इसके बाद उन्होंने गाजीपुर के प्राथमिक विद्यालय में वॉलीबॉल की शुरुआती ट्रेनिंग ली. लेकिन असली ट्रेनिंग तब शुरू हुई जब वे अयोध्या की GB वॉलीबॉल अकादमी पहुंचीं और राष्ट्रीय खिलाड़ी प्रियेश दुबे से कोचिंग लेने लगीं. कीर्ति के करियर का टर्निंग पॉइंट तब आया जब उन्होंने अंडर-18 एशियन वॉलीबॉल चैंपियनशिप में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ मैच खेला. कीर्ति कहती हैं कि ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ी फिजिकली ज्यादा स्ट्रॉन्ग थे, लेकिन हमने माइंड गेम्स खेले और उनकी कमजोरी को पकड़कर स्ट्रेटजी बनाई. इसी से हमें जीत मिली.

इस वक्त कीर्ति KIIT यूनिवर्सिटी में स्पोर्ट्स कोटा से पढ़ाई कर रही हैं. उन्होंने अपनी यूनिवर्सिटी को पहली बार ऑल इंडिया इंटर यूनिवर्सिटी वॉलीबॉल चैंपियनशिप में ब्रॉन्ज मेडल जिताया. उनके इस प्रदर्शन पर यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर अच्युत सामंता ने उनकी खूब सराहना की. अब कीर्ति का अगला सपना भारतीय सीनियर वॉलीबॉल टीम में जगह बनाना और बड़े टूर्नामेंट्स में देश के लिए गोल्ड जीतना है.

टैलेंट नहीं रिसोर्स कम

बनारस के कोच अश्विनी यादव की नि:शुल्क वॉलीबॉल अकादमी और टैलेंट अकादमी वॉलीबॉल ने  भी कीर्ति को आगे बढ़ाने में महती भूमिका निभाई. कीर्ति कहती हैं कि अगर सही ट्रेनिंग और सुविधाएं मिलें, तो हम जैसे छोटे शहरों की लड़कियां भी वॉलीबॉल में देश का नाम रोशन कर सकती हैं. उन्होंने वाराणसी में चल रही नि:शुल्क वॉलीबॉल अकादमी की जमकर तारीफ की जहां लड़कियों को मुफ्त ट्रेनिंग दी जाती है.

homesports

गाजीपुर की कीर्ति ने रचे कई कीर्तिमान, ऐसे बनीं इस खेल का चर्चित चेहरा

[full content]

Source link
#गजपर #क #करत #न #रच #कई #करतमन #ऐस #बन #इस #खल #क #चरचत #चहर