मृतक सुरेश सिंह अपनी ब्रिगेड के साथ पहली लाइन में दूसरे नंबर पर इनसेट में मृतक सुरेश सिंह
ग्वालियर में डेंगू के बाद अब चिकन गुनिया के मामले भी तेजी से बढ़ने लगे हैं। इस जानलेवा बुखार ने शुक्रवार को ग्वालियर के रिटायर्ड फौजी की जान ले ली। सुरेश सिंह चौहान (65) का दिल्ली में इलाज चल रहा था। 36 दिन पहले दिल्ली में रिटायर्ड फौजी की डेंगू और चि
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मृतक फौजी के घर के बाहर बैठे गमगीन परिजन
मृतक के बेटे अमित सिंह चौहान ने बताया कि पिता (सुरेश सिंह चौहान) की लगातार तबीयत खराब होने के कारण 15 अक्टूबर को उन्हें गोला का मंदिर स्थित निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया था। यहां डॉक्टरों ने लापरवाही करते हुए डेंगू और चिकन गुनिया की जांच नहीं कराई। जबकि सुरेश सिंह को सारे लक्षण चिकन गुनिया के थे। जब हालत में सुधार नहीं आया तो परिजन उनको लेकर दिल्ली पहुंचे और वहां मैक्स हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया। यहां 22 अक्टूबर को हुई जांच में चौहान को डेंगू व चिकन गुनिया दोनों की पुष्टि हुई। कुछ दिन भर्ती रखकर इलाज के बाद हालत में सुधार होने पर उन्हें वापस ग्वालियर भेज दिया गया था। हालांकि उनके हाथ-पैर और पेट में सूजन थी और वह बिस्तर पर ही थे। 22 नवंबर को उनकी हालत बिगड़ी तो फिर मैक्स ले गए। लेकिन वहां डॉक्टरों ने दवा देने के बाद घर ले जाने के लिए कहा। इस पर परिवार ने वहीं कालरा हॉस्पिटल में भर्ती करा दिया जहां गुरुवार को उनकी मौत हो गई। 22 लाख रुपए की धोखाधड़ी के थे शिकार मृतक के बेटे ने बताया कि ग्वालियर में डेंगू व चिकन गुनिया को लेकर डॉक्टर काफी लापरवाह थे। उनके पिता का पूरा शरीर टूट रहा था। वह चलने फिरने में भी असमर्थ थे। इसके बाद भी प्राइवेट हॉस्पिटल में उनकी चिकन गुनिया की जांच नहीं कराई। अमित का कहना है कि 2007 में पिता रिटायर्ड हुए थे। रिटायर्ड होने के बाद उनको मिले 22 लाख रुपए पास ही एक रहने वाले एक रिश्तेदार युवक ने हड़प लिए थे। उससे भी पिता काफी टूट गए थे। मृतक के हैं तीन बेटे मृतक सुरेश सिंह चौहान के तीन बेटे हैं। बड़ा बेटे विवेक सिंह चौहान ठेकेदारी करते हैं। विवेक से छोटे अमित सिंह चौहान एयरफोर्स में LAC के पद पर पदस्थ हैं। सबसे छोटे शैलेन्द्र सिंह चौहान भी आर्मी में हैं।
डीडी नगर, पुष्कर कॉलोनी, गोला का मंदिर बना डेंजर जोन शहर के डीडी नगर, गोला का मंदिर, पुष्कर कॉलोनी क्षेत्र में चिकन गुनिया का कहर सबसे ज्यादा है। यहां लगभग हर घर में चिकन गुनिया जैसे लक्षण वाले मरीज मौजूद हैं। बावजूद इसके प्रशासन ने अब तक न तो सर्वे किया है और न ही चिकन गुनिया के वैरिएंट का पता लगाया। पुष्कर कॉलोनी में स्वास्थ्य विभाग की टीम 19 नवंबर को आई थी। उस दिन फॉगिंग और कीटनाशक दवाओं का छिड़काव किया गया। लेकिन उसके बाद से विभाग ने कोई सुध नहीं ली। स्थानीय लोगों का कहना था कि स्वास्थ्य विभाग और मलेरिया विभाग ने उनकी कॉलोनी को भगवान भरोसे छोड़ दिया है।
एडवोकेट का दावा हर घर में चिकन गुनिया पुष्कर कॉलोनी में रहने वाले एडवोकेट अवधेश सिंह भदौरिया ने बताया कि डॉक्टरों ने सर्वे और नियमित जांच का वादा किया था। लेकिन कोई भी टीम एक बार आने के बाद वापस नहीं आई। रिपोर्ट के मुताबिक, पूरे दीनदयाल नगर क्षेत्र में हर घर में चिकन गुनिया के मरीज हैं। इस इलाके में तीन से चार हजार मरीज चिकन गुनिया जैसे लक्षण से जूझ रहे हैं। बलराम नगर और कुंज विहार समेत आसपास की कॉलोनियों में भी हालात गंभीर हैं।
हाईकोर्ट की फटकार, अधिकारियों को नोटिस के बाद भी कार्रवाई नहीं स्वास्थ्य व्यवस्था की खामियों को लेकर हाईकोर्ट ने 2018 में प्रशासन को सख्त निर्देश दिए थे। हाल ही में इस मामले में कोर्ट ने कलेक्टर, सीएमएचओ और अन्य अधिकारियों को कारण बताओ नोटिस जारी किया है। इसके बाद भी कुछ नहीं हुआ। सीएमएचओ डॉ.सचिन श्रीवास्तव ने कहा है कि पुष्कर कॉलोनी में शुक्रवार को डॉक्टरों की टीम भेजी जा रही है। मलेरिया विभाग को सतर्क रहने के निर्देश दिए गए हैं।
शहर में चिकन गुनिया के 203, डेंगू के 1265 मरीज मिले शहर का मौसम ठंडा होने के बाद भी डेंगू और चिकन गुनिया का प्रकोप कम होने का नाम नहीं ले रहा है। शहर में इस साल चिकन गुनिया का पहला मरीज 7 सितंबर को मिला था। गुरुवार को चिकन गुनिया के 14 नए मरीज मिले हैं। इस तरह शहर में 7 सितंबर से लेकर गुरुवार तक चिकन गुनिया के मरीजों की संख्या 203 पर पहुंच गई है। जीआरएमसी और जिला अस्पताल में चिकन गुनिया के 48 सैंपल की जांच की गई। जांच में 14 मरीज ग्वालियर के और एक मरीज मुरैना का है। वहीं गुरुवार को डेंगू के 22 मरीज मिले हैं। इसी तरह 89 दिन में डेंगू के 1265 मरीज मिले हैं। CMHO ने फिर जारी की एडवाइजरी डेंगू और चिकन गुनिया के बढ़ते मामले को देखते हुए सीएमएचओ डॉ. सचिन श्रीवास्तव ने गुरुवार को फिर एडवाइजरी जारी की है। उन्होंने कहा है कि डेंगू व चिकन गुनिया एडीज नामक मच्छर के काटने से फैलने वाली बीमारी है। डेंगू का मच्छर सामान्यतः दिन में काटता है और उत्पत्ति स्थल के 400 मीटर के दायरे में सक्रिय रहता है। इसलिए घर के आसपास पानी जमा नहीं होने दें। गंदे पानी में इस मच्छर के पनपने का सबसे ज्यादा खतरा रहता है। मच्छर से बचाव करें। बुखार आने पर जांच अवश्य कराएं।
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