इस दौरान जुटाए गए डेटा से वहां प्राचीन तटरेखा की मौजूदगी दर्शाने वाली भूगर्भीय विशेषताओं का पता चला है। सबूत जुटाने के लिए रोवर ने यूटोपिया प्लैनिटिया (Utopia Planitia) नाम की जगह पर एक चट्टान का विश्लेषण किया।
रिसर्चर्स ने कहा है कि चीन के तियानवेन-1 ऑर्बिटर, नासा के मार्स रिकॉनसेंस ऑर्बिटर और छह पहियों वाले रोबोटिक रोवर से मिले डेटा से संकेत मिले हैं कि मंगल पर तब भी पानी का महासागर था, जब शायद वह पहले से ही ठंडा और शुष्क हो गया था और उसने अपना ज्यादातर वायुमंडल खो दिया था।
रिसर्चर्स ने मौजूदा इलाके की सतह की विशेषताओं जैसे गर्त, तलछट चैनल और मिट्टी ज्वालामुखी फॉर्मेशंस के बारे में बताया है जो वहां एक समुद्र तट होने का संकेत देते हैं।
हांगकांग पॉलिटेक्निक यूनिवर्सिटी के प्लैनेटरी साइंटिस्ट बो वू का कहना है कि हमारा अनुमान है कि मंगल ग्रह पर यूटोपिया प्लैनिटिया इलाके में बाढ़ लगभग 3.68 अरब साल पहले आई थी। रिसर्चर्स का कहना है कि ऐसा लगता है कि महासागर लगभग 3.42 अरब साल पहले विलुप्त हो गया।
स्टडी के सह-लेखक सर्गेई कसीसिलनिकोव ने कहा है समुद्र के उस पानी में भारी मात्रा में गाद जमा थी, जिससे आज की तलछट की संरचना नजर आती है। रिपोर्ट के अनुसार, हमारे सौरमंडल के अन्य ग्रहों की तरह मंगल भी करीब 4.5 अरब साल पहले बना था। तब वहां एक वातावरण था और ग्रह पर समुद्र भी मौजूद था।
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2024-11-08 10:09:42
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