बीजिंग31 मिनट पहले
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विक्रम मिस्री 1989 बैच के IFS अधिकारी हैं। वे 2020 में चीन में भारत के राजदूत के रूप में नियुक्त किए गए थे। फाइल फोटो
भारतीय विदेश सचिव विक्रम मिस्री रविवार को दो दिवसीय यात्रा पर चीन पहुंचे है। छह हफ्ते से भी कम समय में यह भारत की तरफ से चीन की दूसरी हाई-प्रोफाइल यात्रा है। भारतीय विदेश सचिव की इस यात्रा में पूर्वी लद्दाख में बॉर्डर पर तनाव कम करने के तरीके और कैलाश मानसरोवर यात्रा को फिर से शुरू करना शामिल है।
इसके अलावा दोनों देशों के बीच सीधी उड़ानें फिर शुरू करने और चीनी नागरिकों को आसानी से वीजा जारी करने जैसे मुद्दे शामिल हैं। इसके साथ ही राजनीतिक, आर्थिक और पीपुल टू पीपुल कनेक्शन के मुद्दे पर भी बात होगी।
शुक्रवार को चीन ने भी इस यात्रा का स्वागत किया। चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता माओ निंग ने कहा कि हम चीन और भारत के बीच विदेश सचिव-उपमंत्री की बैठक के लिए भारतीय विदेश सचिव विक्रम मिस्री की चीन यात्रा का स्वागत करते हैं।
पिछले महीने भारतीय NSA चीन पहुंचे थे
इससे पहले भारत के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (NSA) अजीत डोभाल पिछले महीने भारत और चीन के बीच विशेष प्रतिनिधि स्तर की 23वीं बैठक में शामिल होने पहुंचे थे। इस बैठक में दोनों देशों के अधिकारी तिब्बत से कैलाश मानसरोवर यात्रा को जल्द शुरू करने, सीमा-पार नदी सहयोग और नाथूला सीमा व्यापार को बढ़ावा देने पर सहमत हुए थे।
चीनी प्रवक्ता माओ ने कहा कि पिछले साल अक्टूबर में रूस के कजान में ब्रिक्स सम्मेलन के दौरान राष्ट्रपति शी जिनपिंग और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बीच आपसी संबंधों को बेहतर बनाने और आगे बढ़ाने पर सहमति बनी थी।
पिछले महीने बीजिंग में चीन के विदेश मंत्री वांग यी और भारत के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल के बीच बैठक हुई।
गलवान में 15 जून 2020 को झड़प में 20 भारतीय सैनिक शहीद हुए थे
15 जून 2020 को चीन ने ईस्टर्न लद्दाख के सीमावर्ती इलाकों में एक्सरसाइज के बहाने सैनिकों को जमा किया था। इसके बाद कई जगहों पर घुसपैठ की घटनाएं हुई थीं। भारत सरकार ने भी इस इलाके में चीन के बराबर संख्या में सैनिक तैनात कर दिए थे। हालात इतने खराब हो गए कि LAC पर गोलियां चलीं।
इसी दौरान 15 जून को गलवान घाटी में चीनी सेना के साथ हुई झड़प में 20 भारतीय सैनिक शहीद हो गए थे। बाद में भारत ने भी इसका मुंहतोड़ जवाब दिया था। इसमें करीब 60 चीनी जवान मारे गए थे। इसके बाद से दोनों देशों के रिश्ते काफी तनावपूर्ण हो गए थे।
तस्वीर लद्दाख की गलवान घाटी में 15 जून 2020 को भारत-चीन के सैनिकों के बीच हुई खूनी झड़प की है। इसी के बाद दोनों देशों के बीच विवाद गहराया।
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