दुकानदार फुटपाथ पर पार्क करवा रहे वाहन, कई जगह पार्किंग की जगह में दुकानें लगीं
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एक तरफ प्रशासन, ट्रैफिक पुलिस, नगर निगम, आईडीए सहित सभी जिम्मेदार एजेंसियां सड़कों पर ट्रैफिक सुधार के लिए लगातार प्रयास कर रही हैं। ब्लैक स्पॉट, हॉट स्पॉट चिह्नित कर इन्हें सुधारने की कवायद चल रही है। और तो और आधुनिक इंटीग्रेटेड ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम से 14 चौराहों पर डिजिटली ट्रैफिक कंट्रोल भी किया जा रहा है। इन सबके बावजूद चौराहों के लेफ्ट टर्न पर बनी दुकानों का अतिक्रमण सड़क पर फैला रहता है, ग्राहकों के वाहन सड़क सहित फुटपाथ पर खड़े रहते हैं, जिससे बार-बार जाम लगता है। लोग परेशान होते रहते हैं।
अतिक्रमण के कारण लेफ्ट टर्न की चौड़ाई 4 से 6 फीट तक कम हो गई है। कई बार जगह नहीं होने के कारण लेफ्ट टर्न के वाहन मिक्स लेन में घुस जाते हैं, जिससे अनके साथ अन्य वाहन चालकों को भी परेशानी होती है। पीक ऑवर्स सुबह 9 से 12 और शाम 5 से 8 बजे तो स्थिति और भी बदतर हो जाती है। अतिक्रमण के कारण वाहन गुत्थम-गुत्था होते हैं और बार-बार जाम की स्थिति बनती है।
कई चौराहों पर लेन सिस्टम नहीं
इंजीनियरिंग संस्थानों के रिसर्च स्कॉलर्स ने टर्म प्रोजेक्ट में चौराहों की इंजीनियरिंग, ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम व अन्य आधार पर अध्ययन किया तो पता चला चौराहों पर लेन सिस्टम सहीं नहीं होने व लेफ्ट टर्न पर दुकानदार द्वारा अतिक्रमण करने, अवैध पार्किंग से जाम लग रहा है। कई जगह फुटपाथ नहीं होने से पैदल चलने वालों को भी परेशान होना पड़ रहा है।
इसलिए लग रहा जाम
- लेन मार्किंग नहीं है।
- वाहन चालक रोड पर ट्रैफिक पैटर्न का पालन नहीं करते।
- फुटपाथ पर अतिक्रमण होने से पैदल चलने वालों को सड़क पर चलना पड़ता है।
- लोक परिवहन के स्टाफ नहीं होने से ई रिक्शा, वैन व सिटी बसें चौराहों के समीप ही रुकती हैं।
यह उपाय करने चाहिए
- चौराहों पर बने बस स्टॉप, ऑटो स्टॉप हटाकर कम से कम 50 मीटर की दूरी पर बनाएं।
- चौराहों से लगे फुटपाथ कम से कम 50 से 75 मीटर तक क्लियर रखें, इन पर पार्किंग की अनुमति भी नहीं दी जाए।
- प्रमुख चौराहों पर डिवाइडर लेन की लंबाई कम से कम 30 से 50 मीटर रखें।
- चौराहों पर दुकानों को लाइसेंस नहीं दिए जाएं।
- फुटपाथ व सड़क पर वाहन खड़े किए जाएं तो इसकी जिम्मेदारी दुकानदारों की होना चाहिए।
- भंवरकुआं चौराहा : यह विवि और स्टूडेंट कोचिंग एरिया है। इस चौराहे के लेफ्ट टर्न पर लेन सिस्टम नहीं होने से वाहन गुत्थम-गुत्था होते हैं। यहां भी तीन ओर के टर्न अतिक्रमण के कारण संकरे हैं। एबी रोड से खंडवा रोड की ओर जाने वाला टर्न धर्म स्थल के कारण संकरा हो गया। इसके आगे बस स्टॉप नहीं होने से लोक परिवहन के वाहन रुकते हैं। राजीव गांधी चौराहे से टॉवर चौराहे की ओर जाने वाला टर्न फूड जोन के कारण संकरा हो गया।
- महू नाका चौराहा : यहां चारों लेफ्ट टर्न संकरे हैं। मुख्य मार्ग से तो चौड़ाई मिलती है, लेकिन गोलाई पर दुकानें व अन्य अतिक्रमण होने से आने वाले वाहनों को निकलने में परेशानी होती है। रणजीत हनुमान रोड से लाबरिया भेरू की ओर लेन सिस्टम नहीं होने से वाहन बार-बार फंसते हैं। यहां दुकानों के वाहन भी सड़क पर खड़े रहते हैं। मालगंज से कलेक्टोरेट की ओर जाने वाला लेफ्ट टर्न पहले ही 6-7 फीट का है। दुकान, सिटी बस स्टॉप होने से और संकरा हो जाता है। कलेक्टोरेट से अन्नपूर्णा रोड वाले टर्न के मुहाने पर शराब दुकान और सिटी बस स्टॉप होने से परेशानी होती है।
- ढक्कनवाला कुआं : यहां से मधुमिलन व गीता भवन की ओेर से ट्रैफिक की आवाजाही होती है। मुधमिलन से तुकोगंज की ओर जाने वाले लेफ्ट टर्न पर कमर्शियल कॉम्प्लेक्स वालों ने फुटपाथ व सड़क तक वाहनों की पार्किंग कर रखी है।
- टॉवर चौराहा : यह चौराहा शहर के प्रमुख कमर्शियल रोड सपना संगीता और भंवरकुआं रोड पर है। चौराहे से 50 मीटर तक फुटपाथ पर अतिक्रमण फैला है। इससे लेफ्ट टर्न से निकलने की जगह नहीं बचती। चौराहे से लगी खान-पान की दुकानों के कारण जूनी इंदौर की ओर से आने वाले वाहन चालकों को खासी परेशानी होती है।
- पाटनीपुरा चौराहा : यह सघन रहवासी क्षेत्र का चौराहा है। इसके चारों लेफ्ट टर्न अतिक्रमण के चलते जाम रहते हैं। यहां पर सही लेन सिस्टम नहीं है। परदेशीपुरा से रसोमा चौराहे की ओर जाने वाले लेफ्ट टर्न पर अस्थाई दुकानें, ई रिक्शा व अन्य वाहन रहते हैं। यहां भी लेफ्ट टर्न 8 से 10 फीट भी नहीं बचता है। रसोमा से एलआईजी की ओर जाने वाले टर्न पर दुकानदारों का कब्जा है।
समाधान– प्रोफेसर शरद नाईक, ट्रैफिक विशेषज्ञ
इंजीनियरिंग की कई कमियां
शहर के प्रमुख चौराहों पर लेफ्ट टर्न की इंजीनियरिंग में कई तरह की कमियां हैं। सामान्य तौर पर 8 से 15 फीट चौड़ाई के इन लेफ्ट टर्न का अधिकांश हिस्सा चौराहों पर बनी दुकानों की पार्किंग और फुटपाथों पर कब्जे के कारण छोटा हो गया है। कुछ चौराहे पर तो यह मार्किंग है, कई चौराहों पर तो सही मार्किंग नहीं होने से पीक ऑवर में मिक्स लेन का ट्रैफिक बाधक बनता है।
यह उपाय करने चाहिए
- चौराहों पर बने बस स्टॉप, ऑटो स्टॉप हटाकर कम से कम 50 मीटर की दूरी पर बनाएं।
- चौराहों से लगे फुटपाथ कम से कम 50 से 75 मीटर तक क्लियर रखें, इन पर पार्किंग की अनुमति भी नहीं दी जाए।
- प्रमुख चौराहों पर डिवाइडर लेन की लंबाई कम से कम 30 से 50 मीटर रखें।
- चौराहों पर दुकानों को लाइसेंस नहीं दिए जाएं।
- फुटपाथ व सड़क पर वाहन खड़े किए जाएं तो इसकी जिम्मेदारी दुकानदारों की होना चाहिए।
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