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जब तेंदुआ किसी गांव और घर में घुसा ही नहीं तो फिर नहीं कर सकते रेस्क्यू

तेंदुए के रेस्क्यू की बातों पर भी मध्‍य प्रदेश के उमरिया में बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व के डिप्टी फील्ड डायरेक्टर पीके वर्मा सहमत नहीं हैं। उनका कहना है कि तेंदुए ने किसी के घर में घुसकर तो उस पर हमला किया नहीं है। जब लोगों ने जंगल में जाकर उसे छेड़ा तब उसने आत्मरक्षा के लिए हमला किया है। ऐसी स्थिति में तेंदुए का रेस्क्यू करना उचित नहीं है।

By SanjayKumar Sharma

Publish Date: Thu, 24 Oct 2024 01:43:11 PM (IST)

Updated Date: Thu, 24 Oct 2024 01:43:11 PM (IST)

लाइव वीडियो मे एक युवक खुद तेंदुए के पास जाता दिखाई दे रहा है।

HighLights

  1. तेंदुआ खतरनाक तो फिर उसे बांधवगढ़ मे भी खुले में रखना होगा मुश्किल।
  2. या तो तेंदुआ को किसी बड़े इंक्लोजर में अथवा जू में ही रखा जा सकता है।
  3. जंगलों में सक्रिय तेंदुए ने महिला सहित पांच को नोंच कर घायल कर दिया था।

नईदुनिया, उमरिया (Umaria News)। शहडोल जिले के गोहपारू और जैतपुर रेंज में लोगों पर हमला करने वाला तेंदुआ एक ही है इसे लेकर फिलहाल वन विभाग संशय में है। बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व के डिप्टी फील्ड डायरेक्टर पीके वर्मा का कहना है कि अगर तेंदुआ खतरनाक है तो फिर उसे खुले में रखा भी नहीं जा सकता। या तो उसे किसी बड़े इंक्लोजर में अथवा जू में ही रखा जा सकता है।

अलग-अलग क्षेत्रों में घटना

गोहपारू परिक्षेत्र के जंगलों में सक्रिय तेंदुए ने एक महिला सहित पांच ग्रामीणों को नोंच कर घायल कर दिया था। जिन्हे मेडिकल कॉलेज शहडोल मे भर्ती कराया गया, जहां उनका उपचार किया जा रहा है। इसके बाद जैतपुर रेंज में तेंदुए ने एक अधेड़ पर हमला किया।

तेंदुए ने पिकनिक मना रहे तीन लोगों को घायल कर दिया था

गोहपारू रेंज के खितौली बीट में एक तेंदुए ने पिकनिक मना रहे तीन लोगों को घायल कर दिया था। हालांकि इस घटना के लाइव वीडियो मे एक युवक खुद तेंदुए के पास जाता दिखाई दे रहा है। इस तरह तीन अलग-अलग क्षेत्रों में अभी तक कुल 8 लोग तेंदुए के हमले में घायल हो चुके हैं।

वन विभाग ने शासन के साथ पत्राचार किया

इन घटनाओं के बाद तेंदुए को बांधवगढ राष्ट्रीय उद्यान पहुंचाने की तैयारी किए जाने की चर्चा शुरू हुई है। बताया जा रहा है कि वन विभाग ने इस कार्य के लिये शासन के साथ पत्राचार किया है।

तीनों क्षेत्रों की दूरी कम नहीं

बांधवगढ़ के अधिकारियों का कहना है कि जिन तीन स्थानों पर तेंदुए के हमले में आठ लोग घायल हुए हैं उनकी दूरी बहुत ज्यादा नहीं तो बहुत कम भी नहीं है। इसलिए कहना ठीक नहीं होगा कि एक ही तेंदुए ने तीन अलग-अलग स्थानों पर आठ लोगों को घायल किया है।

तीनों स्थानों पर तीन अलग-अलग वन्य प्राणी तो नहीं है…

पहले यह तय करना होगा कि तीनों स्थानों पर तीन अलग-अलग वन्य प्राणी तो नहीं है। इसके बाद ही इस मामले में किसी निष्कर्ष पर पहुंचना ठीक होगा।

सतर्क रहने की आवश्यकता

बांधवगढ़ के डिप्टी फील्ड डायरेक्टर पीके वर्मा का कहना है कि जंगल में जाने से लोगों को बचना चाहिए। इसके साथ ही ग्रामीणो को को सावधान रहन चाहिए और बिना कार्य के जंगल की ओर नहीं जाना चाहिए। वन्य प्राणियों को उकसाने से वे आत्मरक्षा के लिए ज्यादा हिंसक हो जाते हैं और हमला कर देते हैं।

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