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जिले के आदिवासी अंचल में बढ़ रही सिकलसेल बीमारी: प्रदेश में बालाघाट का दूसरे स्थान; अब तक 12 सौ मरीजों की पुष्टि – Balaghat (Madhya Pradesh) News

सिकल सेल एनीमिया अनुवांशिक रोग है जो बालाघाट जिले में साल दर साल बढ़ता जा रहा है। खासकर आदिवासी अंचल में इसके मरीजों की संख्या बढ़ती जा रही है। स्वास्थ्य विभाग के आंकडे़ं अनुसार जिले में सिकलसेल मरीजों की संख्या 12 सौ पहुंच गई है, जिससे सिकलसेल बीमारी

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जिले में एड्स और कुपोषण के बाद सिकलसेल मरीजों की बढ़ती संख्या को लेकर स्वास्थ्य प्रबंधन चिंतिंत है। सिकलसेल बीमारी के उन्मूलन के लिए स्वास्थ्य विभाग अभियान चला रहा है। साथ ही लोगों को जागरूक भी कर रहा है।

चिकित्सक कहते हैं कि सिकलसेल की बीमारी को रोकने के लिए जरूरी है कि विवाह में कुंडली के साथ सिकलसेल की जांच रिपोर्ट भी मिली ली जाए तो सिकलसेल की बढ़ती बीमारी को रोका जा सकता है।

सीएमएसओ और सिविल सर्जन मामले पर चर्चा करते हुए।

जिले में 12 सौ पॉजिटिव मरीज

जिले में सिकलसेल के बढ़ते मामलों के बीच स्वास्थ्य विभाग, बीमारी की रोकथाम के लिए जांच कर सिकलसेल रोगियों को चिन्हित करने का काम कर रहा है। अब तक जांच आंकड़े के अनुसार 2023 से अब तक 2 लाख 38 हजार व्यक्तियों की जांच की गई है। जिसमें 3541 संभावित मरीज मिले हैं, जिसमें 1200 लोग, सिकलसेल पॉजिटिव हैं। इस बीमारी के आंकड़ों में बालाघाट, प्रदेश में दूसरे नंबर पर है।

अस्पताल में दवाएं लेते मरीज।

अस्पताल में दवाएं लेते मरीज।

ये क्षेत्र ज्यादा ग्रस्त

स्वास्थ्य विभाग के आंकड़़े बताते है कि जिले के आदिवासी बाहुल्य बैहर, बिरसा और परसवाड़ा क्षेत्र के अलावा लामता और लांजी क्षेत्र में सिकलसेल के ज्यादा मरीज है। इसके अलावा अन्य क्षेत्र में भी इस बीमारी से पीड़ित, सामने आते रहे है। लेकिन आदिवासी अंचल में यह बीमारी ज्यादा है।

बीमारी का इलाज संभव

सीएचएमओ, डॉ. मनोज पांडेय बताते है कि सिकलसेल बीमारी, आमतौर पर जन्म के समय नवजात के स्क्रीनिंग के दौरान रक्त परीक्षण से पता चलता है। एक दूसरा रक्त परीक्षण जिसे हीमोग्लोबिन इलेक्ट्रोफोरेसिस कहा जाता है। इससे इसके निदान की पुष्टि होती है। सीएमएचओ बताते हैं कि सिकलसेल रोग एक आजीवन बीमारी है। हालांकि इसका इलाज उपलब्ध है।

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https%3A%2F%2Fwww.bhaskar.com%2Flocal%2Fmp%2Fbalaghat%2Fnews%2Fsickle-cell-disease-is-increasing-in-the-tribal-areas-of-the-district-134001052.html
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