इनमें से क्यूआर कोड स्कैन कर मूर्धन्य कलाकारों को सुनना भी शामिल है। इस फोटो गैलरी को देखने और इन कलाकारों को सुनने काफी संख्या में संगीतप्रेमी पहुंच रहे हैं और हर दिन सैकड़ों लोग क्यूआर कोड स्कैन कर रहे हैं।
By Navodit Saktawat
Publish Date: Tue, 17 Dec 2024 10:52:10 PM (IST)
Updated Date: Tue, 17 Dec 2024 11:07:31 PM (IST)
HighLights
- देश-दुनिया में कहीं से भी क्यूआर कर सकते हैं स्कैन।
- आपको मोबाइल से क्यूआर कोड को स्कैन करना है।
- इसके बाद यूट्यूब की एक लिंक खुलेगी जिसे क्लिक करें।
महेश गुप्ता, ग्वालियर। अगर आप तानसेन समारोह के दशकों पुराने मूर्धन्य कलाकारों की प्रस्तुतियों को सुनना चाहते हैं तो आप नईदुनिया में छपे फोटो के क्यूआर कोड को स्कैन करके उनको सुन सकते हैं। या फिर नईदुनिया के ई-पेपर को डाउनलोड करके उसे स्कैन कर सुन सकते हैं।
इसके लिए आपको अपने मोबाइल से क्यूआर कोड को स्कैन करना है इसके बाद यूट्यूब की एक लिंक खुलेगी जिस पर क्लिक करने के बाद कलाकारों की प्रस्तुति सुन सकते हैं।
दरअसल, तानसेन समारोह के शताब्दी वर्ष में संस्कृति विभाग की ओर से नवाचार किया गया है, जिसके माध्यम से फोटो प्रदर्शनी में 100 कलाकारों के फोटो फ्रेम लगाए गए हैं, जो 1967 से लेकर अभी तक की प्रस्तुतियों के हैं।
इनके जरिए संगीत प्रेमी इन कलाकारों की प्रस्तुतियों को सुन सकते हैं। इन कलाकारों में उस्ताद बिस्मिल्ला खान, किशोरी अमोनकर, हीराबाई बड़ोदकर आदि शामिल हैं। इन फोटो के संकलनकर्ता केदार जैन हैं।
संगीत प्रेमियों को आ रहा पसंद
देश के ख्यातिलब्ध महोत्सवों में से एक अखिल भारतीय तानसेन समारोह की शुरुआत हो चुकी है। देश-विदेश से कलाकार प्रस्तुति देने आ रहे हैं। इस शताब्दी वर्ष को और भी ऐतिहासिक बनाने के लिए कुछ नवाचार किए गए हैं।
इन ख्यातिलब्ध कलाकारों को सुन सकेंगे
- इस नवाचार के माध्यम से संगीत रसिकों को उस्ताद बिस्मिल्ला खान की शहनाई, किशोरी अमोनकर का गायन, हीराबाई बड़ोदकर का गायन, पंडित राम चतुर मलिक का गायन, पं. दिलीप चंद्र बेदी का गायन, पद्मभूषण उस्ताद निसार हुसैन खान का गायन, पद्मश्री बीआर देवधर का गायन
- पद्मविभूषण ठाकुर जयदेव सिंह का गायन, पद्मश्री गंगूबाई हंगल का गायन, पद्मभूषण उस्ताद खादिम हुसैन खान का सितार, पद्मश्री असगरी बाई का गायन, गजानन जोशी का वायलिन, भारत रत्न भीमसेन जोशी का गायन, भारत रत्न पंडित रविशंकर का सितार, उस्ताद नासिर अमीनुद्दीन डागर का गायन
- पद्मभूषण मंगू बाई कोड़ीकर का गायन, शरद चंद्र आरोलकर का गायन, एससीआर भट्ट का गायन, डा. ज्ञान प्रकाश घोष का तबला, राजा छत्रपति सिंह का पखावज, पद्मभूषण गिरजा देवी का गायन, बाला साहब पूंछ वाले का गायन, पंडित हनुमान प्रसाद मिश्र की सारंगी, पद्मभूषण उस्ताद हलीम जाफर खान का सितार
- पंडित सियाराम तिवारी का गायन, पंडित सीआर व्यास का गायन, उस्ताद गुलाम मुस्तफा खान का गायन, शिव कुमार शर्मा का संतूर, पद्मश्री मालिनी राजोरकर का गायन, पद्मश्री पंडित कृष्ण राव शंकर का गायन, पंडित लक्ष्मण पंडित का गायन, पद्मभूषण शरण रानी बाकलीवाल का गायन सुनाई देगा।
सस
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