हम तो कहीं मुंह दिखाने लायक नहीं बचे हैं। घर से निकलना तक मुश्किल हो गया है। जिस गली से निकलो, लोग ताने मारते हैं। कहते हैं कि वो देखो गैंगरेप करने वाले का भाई जा रहा है। कपूतों की इस घिनौनी करतूत ने हमारी जिंदगी भी तबाह कर दी है। यह कहना है रीवा गैं
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दिलदहलाने वाली इस वारदात के बाद दैनिक भास्कर की टीम रीवा जिले के गुढ़ के उस वार्ड में पहुंची, जहां 5 आरोपियों का परिवार रहता है। आरोपियों के इस कृत्य के बाद से परिवार बहुत शर्मिंदा है। कहते हैं, अब तो घर से बाहर निकलने का भी जी नहीं करता है। आरोपियों में किसी का परिवार कर्ज में डूबा है तो किसी के यहां बहन की शादी की बात चल रही थी। एक आरोपी की पत्नी तो इस करतूत के बाद से फूट-फूट कर रो रही है। उसे परिवार समेत अपने ढाई साल के बच्चे के भविष्य की चिंता सता रही है।
भांजे के बर्थडे में शामिल होने आए थे गैंगरेप के दो आरोपी
दैनिक भास्कर से बातचीत में आरोपी रामजी उर्फ रामकिशन कोरी की पत्नी कविता कहती है कि उसे अब भी यकीन नहीं हो रहा है कि पति और उसके दो भाई इतनी घिनौनी हरकत कर सकते हैं। रोते हुए कहा- रामजी कोरी मेरे पति हैं। लवकुश कोरी और गरुड़ कोरी भाई हैं। 20 अक्टूबर को मेरे ढाई साल के बेटे का बर्थडे था। सोचा बच्चे के जन्मदिन पर मायके वालों को भी बुला लूं। मेरे बुलावे पर भाई लवकुश और गरुड़ आ गए। रात में केक कटा और सभी ने सेलिब्रेट किया।
अगले दिन 21 तारीख को सुबह मैंने उन्हें कहा- नाश्ता कर लो। उन्होंने मना कर दिया। बोले- बाहर जाना है। सुबह 10 बजे के करीब दोनों भाइयों ने कहा- पिकनिक मनाने जा रहे हैं। उन्होंने अपने जीजा रामजी को भी साथ चलने के लिए तैयार कर लिया।
मैंने कहा- खाना बना देती हूं, खा लो फिर पिकनिक मनाने चले जाना। वे बोले- आज वहीं पर खाना-पीना करेंगे। उन्होंने अपने हाथ से तीन से चार किलो आटा निकाला। आलू-बैगन, टमाटर, नमक-मिर्च के साथ ही कुछ और सामान पॉलीथिन में बांधा।
पिकनिक के नाम पर दोनों भाई मुझसे रुपए मांगने लगे। बोले दीदी बेटे के जन्मदिन पर आए हैं तो पार्टी करने के लिए पैसे नहीं दोगी। मैंने पर्स से निकालकर उन्हें 100 रुपए दे दिए। उन्होंने कहा- दीदी 100 रुपए तो बहुत कम हैं, थोड़े और पैसे दे दो। मैंने उन्हें 100 रुपए और दे दिए। पति भी उनके साथ जा रहे थे, इसलिए 500 रुपए उन्हें भी दे दिए।
आरोपियों ने वारदात के पहले शराब पार्टी की थी।
मां बोली- बेटा जेल चला गया, कर्ज में डूबा है परिवार
आरोपी रामजी कोरी की मां विद्यावती कोरी कहती हैं कि हमें नहीं पता था कि ऐसा दिन भी देखना पड़ेगा। बेटे ने ऐसा काम किया है कि तीन दिनों से पेट में अन्न का एक दाना नहीं गया है। उसने हमें कहीं मुंह दिखाने लायक नहीं छोड़ा है।
20 तारीख को ढाई साल के पोते का जन्मदिन था, जिसमें शामिल होने के लिए मेहमान आए थे। रामजी अपने दो सालों के साथ अगले दिन पिकनिक मनाने के लिए भैरव बाबा मंदिर इलाके में गया हुआ था। साथ में वे खाना बनाने का सामान भी लेकर गए थे। क्या पता था कि इस तरह की घटना को अंजाम देंगे।
वे कहती हैं कि पति की काफी समय पहले मौत हो चुकी है। काम करके और कर्ज लेकर जैसे-तैसे बेटे को बड़ा दिया। परिवार पर बड़ा कर्ज है। दो समूहों से कर्ज ले रखा है। मोबाइल और बाइक के लिए भी कर्ज लिया है। हर महीने 2 हजार रुपए समूह की किश्त भरनी पड़ती है।
मोबाइल भी किस्त से ली है, जिसकी किश्त 1680 रुपए महीना दे रहे हैं। करीब 6 माह पहले किश्त से बाइक उठाई थी, जिसकी किश्त 4 हजार महीना जाती है। मेरा एक हाथ टूटा हुआ है। बेटा ऐसी करतूत करके जेल चला गया। ऐसे में किश्त कैसे भरेंगे। जो थोड़ी-बहुत जमा पूंजी है, वह भी खर्च हो जाएगी।
एक ही घर के दोनों लड़के गैंगरेप के आरोपी
आरोपी दीपक कोरी और राजेंद्र कोरी की मां रामबाई कोरी का कहना है कि मेरे दो बेटे गैंगरेप मामले में दोषी हैं, जिन्हें पुलिस उठाकर ले गई। घटना की जानकारी मुझे 25 अक्टूबर को तब पता चली, जब दीपक को गिरफ्तार करने पुलिस घर आई।
मैंने पुलिस से पूछा- इसने क्या गुनाह किया है, तो वे बोले- सबकुछ जल्द ही पता चल जाएगा। हमने जिद की तो पुलिस ने कहा- गैंगरेप मामले में आरोपी हैं। वे कहती हैं- करीब दो साल पहले घर में तीसरे नंबर की बेटी की शादी होनी थी, घर में चोरी हुई और ज्वेलरी समेत सारा सामान चोरी हो गया। अब दोनों बेटों से उम्मीद थी कि वे बहन की शादी में कुछ सहयोग करेंगे, लेकिन पता नहीं था कि वे इस तरह का काम करेंगे। उन्होंने तो मदद की जगह ऐसा काम कर दिया कि अब हमारे ऊपर समस्याओं का पहाड़ टूट पड़ा है।
पिता बोला- गैंगरेप के बाद खा-पीकर सो रहे थे
दीपक और राजेंद्र के पिता शिवचरण कोरी ने बताया कि दो बेटे और तीन बेटियों हैं। दो बेटी की शादी हो चुकी है, तीसरी की शादी की बात चला रहे थे। कहा- 21 अक्टूबर की घटना के बारे में बेटों ने हमें कोई जानकारी ही नहीं दी थी। वे आराम से घर में थे और खा-पीकर सो रहे थे।
25 अक्टूबर को दीपक को पकड़ने पुलिस घर आई, तब हमें पता चला। राजेंद्र सुबह रामजी और रावेश के साथ मिस्री का काम करने रीवा चला गया था। पुलिस ने उन्हें रीवा से ही गिरफ्तार कर लिया। हमें बिल्कुल नहीं पता था कि हमारे बेटे हमें ऐसा भी दिन दिखाएंगे, जिसकी वजह से हमें लोगों की गालियां सुननी पड़ेगी। दर-दर की ठोकरे खाने पर मजबू होना पड़ेगा। अब तो खाना पीना तक गले से नीचे नहीं उतर रहा है। बस रोने-सिर पीटने के अलावा अब कर भी क्या सकते हैं।
भाई के कारण शर्मिंदगी हो रही है
आरोपी रावेश गुप्ता के भाई विकास गुप्ता का कहना है कि हम चार भाई हैं। रावेश तीसरे नंबर का है। 28 साल से इस मोहल्ले में रह रहे हैं। कभी किसी ने किसी बात को लेकर अंगुली नहीं उठाई। रोज कमाना, रोज खाना… के बाद भी हम खुशी से जीवन यापन कर रहे थे।
आज ऐसी हालत हो गई है कि मुंह दिखाने में खुद को शर्म आ रही है। जिस गली से निकलो लोग ताने मारते हैं। कहते हैं कि वो देखो गैंगरेप करने वाले का भाई जा रहा है। बचपन गरीबी में बीता, सोचा नहीं था कि इस तरह का दिन भी देखना पड़ेगा।
विकास ने बताया कि 25 तारीख को मैं नहाकर पूजा करने बैठ ही रहा था कि दीपक और राजेंद्र को पकड़ने पुलिस आ गई। वहां पता चला कि रावेश भी गैंगरेप के आरोपियों में शामिल है। मैंने तत्काल उसे कॉल किया। पता चला की वह पहले से ही पुलिस की गिरफ्त में है।
वार्ड के लोग बोले-फांसी की सजा दी जाए
मेरा नाम समर बहादुर सिंह है। मैं गुढ़ के वार्ड क्रमांक 8 का रहने वाला हूं। गैंगरेप मामले के पांच आरोपी हमारे ही मोहल्ले के रहने वाले हैं। इस घटना की वजह से हमारे मोहल्ले सहित पूरा गुढ़ शर्मसार हो गया है। देश-विदेश में इस घटना की चर्चा हो रही है। भला इससे अधिक शर्मसार करने वाली चीज और क्या हो सकती है। जो सुन आ रहा है,इस घटना की निंदा कर रहा है। मैं सरकार से ये पूछना चाहती हूं कि सरकार इन्हे फांसी की सजा क्यों नहीं देती। सभी आरोपियो को फांसी की सजा देने पर ही मामले में न्याय हो पाएगा।
पीड़ित इसी जलाशय के किनारे आकर बैठे थे, जहां आरोपी उनके पीछे-पीछे पहुंचे थे।
पार्षद बोले-मोहल्ले का नाम कर दिया बदनाम
महिला के साथ गैंगरेप की वारदात को अंजाम देने वाले रामकिशन कोरी, रावेश कुमार गुप्ता, रजनीश कोरी, दीपक कोरी और राजेन्द्र कोरी पांचों आरोपी एक ही मोहल्ले के रहने वाले हैं। पड़ोसी होने के कारण एक-दूसरे से अच्छी जमती थी।
वार्ड क्रमांक- 8 के पार्षद सोनू प्रजापति का कहना है कि गैंगरेप करने वाले पांच आरोपी हमारे ही मोहल्ले के रहने वाले हैं। उन्होंने जो किया वह बहुत ही शर्मनाक है, जिस प्रकार का घिनौना काम उन्होंने किया है, उससे हमारे पर्यटन स्थल भैरव बाबा क्षेत्र की बदनाम हो रही है। हमारे मोहल्ले की बदनामी हुई है।
ऐसा काम करने वाला यदि मेरा बेटा भी होता तो उसे कड़ी से कड़ी सजा मिले, यही मांग करता। पुलिस-प्रशासन ने यही कहना चाहूंगा कि आरोपियों को इतनी कड़ी सजा दी जाए कि फिर कोई किसी बहन-बेटी के साथ ऐसी हरकत करने से पहले 100 बार सोचे। मैं सरकार से निवेदन करना चाहता हूं कि रेप और गैंगरेप को लेकर और कठोर कानून बनाए जाएं।
पुलिस ने को कोर्ट में पेश किया।
भैरव बाबा क्षेत्र में गंगाजल छिड़ककर शुद्धीकरण किया
महिला कांग्रेस ने भैरव बाबा क्षेत्र पहुंचकर गंगाजल छिड़ककर शुद्धीकरण किया। महिला कांग्रेस की तरफ से कविता पांडेय ने बताया कि जिस तरह की गैंग रेप की घटना रीवा में हुई है। आज उस घटना की चर्चा और निंदा पूरे देश में हो रही है। हर जगह रीवा और विंध्य की किरकिरी हो रही है।
उन्होंने बताया कि इस पवित्र स्थान पर भैरव बाबा का प्रसिद्ध मंदिर लोगों की आस्था का केंद्र है, लेकिन गैंगरेप की घटना से घटनास्थल और आसपास का क्षेत्र अशुद्ध हो गया, जिसे हमने शुद्ध किया है।
कांग्रेस नहीं मनाएगी दीवाली
इस घटना के बाद कांग्रेस पार्टी लगातार कड़ी कार्यवाही की मांग कर रही है। वह महिलाओं पर बढ़ते अत्याचार और युवाओं में फैल रहे नशे को रोकने अब सत्याग्रह करने जा रही है। रीवा कांग्रेस जिला अध्यक्ष राजेंद्र शर्मा ने कहा कि कांग्रेस पार्टी अब पुलिस को जगाने का काम करेगी। इसी कड़ी में 28 से 3 नवंबर तक अलग-अलग आयोजन होंगे।
- रीवा कांग्रेस ने इस साल दीपावली का त्योहार नहीं मनाने का निर्णय लिया है।
- 28 अक्टूबर को सिरमौर चौराहा राजीव गांधी प्रतिमा पास धरना और सत्याग्रह होगा।
- 29 अक्टूबर को जिले के ब्लॉक स्तर पर जनजागरण किया जाएगा।
- 30 अक्टूबर को महिला कांग्रेस, NSUI सहित अन्य कांग्रेसी मशाल जुलूस निकालेंगे।
- 31 अक्टूबर 1, 2 नवंबर को धरना देंगे और 3 नवंबर को रीवा बंद कराया जाएगा।
21 अक्टूबर को किया था गैंगरेप
रीवा के गुढ़ में 21 अक्टूबर की दोपहर घूमने गए पति-पत्नी को 8 नशेड़ियों ने बंधक बना लिया था। 5 आरोपियों ने गैंग रेप की पीड़ितों से मारपीट की थी। पुलिस ने मामले में 8 आरोपियों को गिरफ्तार किया है। इनमें से 5 ने गैंगरेप किया था, जबकि 3 ने इसमें उनका सहयोग किया था।
मामले से जुड़ी ये खबर भी पढ़ें… रीवा गैंगरेप के आरोपियों ने साथियों को कॉल किया, दुष्कर्म के बाद पति को पीटते थे
अच्छे मुर्गे फंसे हैं… जल्दी आओगे तो फायदे में रहोगे…। ये शब्द हैं, रीवा गैंगरेप के आरोपियों के। इन्होंने पति और पत्नी को बंधक बनाने के बाद शराब लेने गए अपने साथियों को फोन कर बुलाने के लिए इन्हीं शब्दों का इस्तेमाल किया था। आरोपियों ने इसके बाद रूह कंपा देने वाली दरिंदगी की थी। पूरी खबर पढ़ें…
गैंगरेप पीड़िता बोली- सिर पर शराब की बोतल फोड़ी:1 घंटे दरिंदगी की
पीड़िता ने बताया कि हम जहां बैठे थे, वहां एक आरोपी आगे से आया और चार ने हमें पीछे से घेरा। हमने भागने की कोशिश की तो मारपीट करने लगे। मैंने पूछा- आप लोग क्यूं मार रहे हो तो, वे हमें जाने से माने की धमकी देने लगे। एक बोला- मैं मीडिया प्रभारी का लड़का हूं, तुम पुलिस या कहीं भी जाओ मेरा कुछ नहीं कर पाओगी। पूरी खबर पढ़ें…
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