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नर्मदापुरम समेत 7 जिलों में आज ओले का अलर्ट: 34 जिलों में होगी बारिश; 13 जनवरी से फिर सर्दी का दौर शुरू होगा – Bhopal News

मध्यप्रदेश में अगले 2 दिन तक कड़ाके की ठंड पर ब्रेक रहेगा। 11 और 12 जनवरी को ग्वालियर-जबलपुर समेत 34 जिलों में बारिश होने का अलर्ट है। वहीं, नर्मदापुरम, शिवपुरी, गुना, अशोकनगर, हरदा, बैतूल और बुरहानपुर में शनिवार को ओले भी गिर सकते हैं।

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मौसम विभाग के मुताबिक, 13 जनवरी से तेज सर्दी का तीसरा दौर फिर से आएगा। इस महीने 20 से 22 दिन तक शीतलहर चलेगी।

मौसम वैज्ञानिक वीएस यादव ने बताया, वेस्टर्न डिस्टरबेंस (पश्चिमी विक्षोभ) की वजह ओले-बारिश का अलर्ट है। इस दौरान दिन-रात के तापमान में बढ़ोतरी होगी, लेकिन सिस्टम के आगे जाने के बाद ठंड का असर बढ़ जाएगा। 13 जनवरी से फिर से पारा लुढ़क जाएगा।

बर्फीली हवा के असर से ठंड

बता दें कि पिछले कुछ दिन से बर्फीली हवा चलने से प्रदेश के शहरों में दिन-रात कड़ाके की ठंड पड़ी। पिछली 4 रात से पारा काफी नीचे लुढ़का है। यह दौर शनिवार से थम जाएगा। मौसम विभाग के अनुसार, जम्मू-कश्मीर, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, लद्दाख में बर्फ पिघलने से ठंड का असर बढ़ेगा। वहीं, हवा की रफ्तार भी बढ़ेगी। शुक्रवार को जेट स्ट्रीम हवा की रफ्तार 250 किमी प्रतिघंटा तक रही।

अगले 3 दिन ऐसा रहेगा मौसम

  • 11 जनवरी: नर्मदापुरम, शिवपुरी, गुना, अशोकनगर, हरदा, बैतूल और बुरहानपुर में बारिश के साथ ओले भी गिर सकते हैं। ग्वालियर, मुरैना, भिंड, दतिया, निवाड़ी, टीकमगढ़, छतरपुर, पन्ना, सतना, विदिशा, सागर, दमोह, नरसिंहपुर, छिंदवाड़ा, सिवनी, पांढुर्णा में गरज-चमक के साथ बारिश हो सकती है।
  • 12 जनवरी: जबलपुर, छतरपुर, पन्ना, सतना, रीवा, मऊगंज, सीधी, सिंगरौली, मैहर, दमोह, कटनी, उमरिया, शहडोल, अनूपपुर, डिंडौरी, मंडला, नरसिंहपुर, सिवनी, छिंदवाड़ा, पांढुर्णा, बैतूल में बारिश हो सकती है।
  • 13 जनवरी: इस दिन मौसम साफ रहेगा।
ठंड के बीच राहत के लिए लोग अलाव का सहारा ले रहे।

ठंड के बीच राहत के लिए लोग अलाव का सहारा ले रहे।

दिन के तापमान में बढ़ोतरी, 2-3 डिग्री और बढ़ेगा

प्रदेश के कई शहरों में शुक्रवार दिन के तापमान में 1 से 3 डिग्री तक की बढ़ोतरी हुई है। मौसम विभाग के अनुसार:

  • शुक्रवार को भोपाल में 25.8 डिग्री, इंदौर में 27.2 डिग्री, ग्वालियर में 21.5 डिग्री, उज्जैन में 28 डिग्री और जबलपुर में पारा 24.8 डिग्री रहा।
  • बैतूल, धार, नर्मदापुरम, खंडवा, खरगोन, रतलाम, मंडला, सिवनी, उमरिया में पारा 26 डिग्री या इससे अधिक रहा। वहीं, सीधी में पारा 22 डिग्री से कम रहा।
  • इससे पहले गुरुवार-शुक्रवार की रात में कुछ शहरों में तापमान में बढ़ोतरी हुई, लेकिन पचमढ़ी, कल्याणपुर, मंडला, अमरकंटक, उमरिया, राजगढ़, रीवा, छतरपुर, छिंदवाड़ा, मलाजखंड, रायसेन, टीकमगढ़, नौगांव, सीधी, सतना, रतलाम, दमोह, धार, सिवनी, बैतूल, नरसिंहपुर और गुना में पारा 10 डिग्री से कम ही रहा।
  • इकलौता हिल स्टेशन पचमढ़ी सबसे ठंडा रहा। यहां पारा 2.3 डिग्री दर्ज किया गया। कल्याणपुर में 2.8 डिग्री, मंडला में 3.5 डिग्री, अमरकंटक में 4.8 डिग्री रहा। बड़े शहरों की बात करें तो भोपाल में 7 डिग्री, इंदौर में 9.8 डिग्री, ग्वालियर में 6 डिग्री, उज्जैन में 9.5 डिग्री और जबलपुर में 6.2 डिग्री दर्ज किया गया।

नवंबर-दिसंबर में भी रिकॉर्ड तोड़ चुकी ठंड

इस बार कड़ाके की ठंड पड़ रही है। नवंबर-दिसंबर में भी ठंड रिकॉर्ड तोड़ चुकी है। नवंबर की बात करें तो भोपाल में तो 36 साल का रिकॉर्ड टूटा है। इंदौर, उज्जैन, जबलपुर और ग्वालियर में भी पारा सामान्य से 7 डिग्री तक नीचे रहा।

वहीं, दिसंबर में भी ठंड ने रिकॉर्ड तोड़ा। स्थिति यह रही कि पूरे प्रदेश में जनवरी से भी ठंडा दिसंबर रहा। भोपाल समेत कई शहरों में ठंड ने रिकॉर्ड तोड़ दिए। 9 दिन से शीतलहर चली। भोपाल में दिसंबर की सर्दी ने 58 साल का रिकॉर्ड तोड़ दिया।

भोपाल, इंदौर, ग्वालियर समेत कई जिलों में स्कूलों की टाइमिंग बदल दी गई है, जबकि भोपाल के वन विहार नेशनल पार्क में जानवरों को सर्दी से बचाने के लिए हीटर लगाए गए। भगवान को भी ठंड से बचाने के लिए जतन किए गए।

MP के 5 बड़े शहरों में जनवरी में ऐसा रहा सर्दी का ट्रेंड…

भोपाल में 0.6 डिग्री पहुंच चुका टेम्प्रेचर

भोपाल में जनवरी में कड़ाके की ठंड पड़ती है। वहीं, दिन में गर्मी का अहसास और बारिश का ट्रेंड भी है। 18 जनवरी 1935 को रात का टेम्प्रेचर रिकॉर्ड 0.6 डिग्री रहा था। वहीं, 26 जनवरी 2009 को दिन में तापमान 33 डिग्री दर्ज किया गया था।

पिछले 10 में से 7 साल बारिश हो चुकी है। 24 घंटे में सबसे ज्यादा 2 इंच बारिश 6 जनवरी 2004 को हुई थी। वहीं, सर्वाधिक मासिक बारिश 3.8 इंच जनवरी 1948 को हुई थी।

इंदौर में माइनस 1.1 डिग्री पहुंच चुका पारा

इंदौर में जनवरी में सर्दी का रिकॉर्ड माइनस में पहुंच चुका है। 16 जनवरी 1935 में पारा माइनस 1.1 डिग्री दर्ज किया गया था। यह ओवरऑल रिकॉर्ड है। वहीं, 27 जनवरी 1990 को दिन का तापमान 33.9 डिग्री रहा था।

24 घंटे में सर्वाधिक बारिश होने का रिकॉर्ड 6 जनवरी 1920 के नाम है। इस दिन 3 इंच से ज्यादा पानी गिरा था। वहीं, साल 1920 में सर्वाधिक मासिक बारिश 4 इंच दर्ज की गई थी। अबकी बार भी कड़ाके की ठंड पड़ने का अलर्ट है। ऐसे में पिछले साल का टेम्प्रेचर का रिकॉर्ड टूट सकता है।

जबलपुर में 1946 को रिकॉर्ड 1.1 डिग्री रहा था पारा

जबलपुर में भी जनवरी में ठंड-बारिश का ट्रेंड है। इस महीने सबसे ज्यादा ठंड पड़ती है। 7 जनवरी 1946 को रात का पारा रिकॉर्ड 1.1 डिग्री सेल्सियस पहुंच गया था। वहीं, दिन का उच्चतम तापमान 33.4 डिग्री 7 जनवरी 1973 को रहा था।

इस महीने बारिश भी होती है। 24 घंटे में सर्वाधिक बारिश होने का रिकॉर्ड 24 जनवरी 1919 को 2.5 इंच हुई थी। इसी साल पूरे महीने 8 इंच से ज्यादा पानी गिरा था। इस बार मावठा गिरने का अनुमान है।

उत्तरी हवा आने से ग्वालियर सबसे ठंडा

उत्तरी हवाओं की वजह से प्रदेश का ग्वालियर-चंबल सबसे ठंडा रहता है। जनवरी में यहां कड़ाके की ठंड का ट्रेंड है। पिछले 10 साल का रिकॉर्ड देखे तो 2018 में तापमान 1.9 डिग्री और 2019 में 2.4 डिग्री दर्ज किया गया था।

24 जनवरी 1954 को रात का तापमान माइनस 1.1 डिग्री रहा था। ग्वालियर में जनवरी में बारिश भी होती है। साल 2014 से 2024 के बीच 9 साल बारिश हो चुकी है। 24 घंटे में सर्वाधिक बारिश का रिकॉर्ड 8 जनवरी 1926 को है। इस दिन 2.1 इंच पानी गिरा था। वहीं, 1948 को कुल मासिक बारिश 3.1 इंच हुई थी।

उज्जैन में जीरो डिग्री रह चुका पारा

उज्जैन में भी उत्तरी हवा का असर रहता है। इस वजह से यहां कड़ाके की ठंड पड़ती है। 22 जनवरी 1962 को पारा 0 डिग्री सेल्सियस रहा था। पिछले 10 साल में टेम्प्रेचर 2 से 5.8 डिग्री तक रह चुका है। 24 घंटे में सर्वाधिक बारिश होने का रिकॉर्ड 11 जनवरी 1987 के नाम है। इस दिन सवा इंच पानी गिरा था। वहीं, सर्वाधिक कुल मासिक बारिश 2.2 इंच 1994 को हुई थी।

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https%3A%2F%2Fwww.bhaskar.com%2Flocal%2Fmp%2Fbhopal%2Fnews%2Fbreak-on-intense-cold-in-mp-hail-will-fall-134273902.html
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