0

पर्सनैलिटी वर्सेस पॉपुलैरिटी पर बोले बिग बॉस मेकर्स: सीजन- 18 में ऐसे कंटेस्टेट भी थे जो काफी पॉपुलर नहीं, फिर भी लंबे समय तक रहे

26 मिनट पहले

  • कॉपी लिंक

बिग बॉस का 18वां सीजन खत्म हो चुका है। इस सीजन के लास्ट में दो मीडिया इंटरैक्शन रखे गए थे। इस इंटरैक्शन के दौरान कंटेस्टेंट्स से काफी सवाल-जवाब किए गए। कुछ कंटेस्टेंट्स के फैंस ने सोशल मीडिया पर कई तरह के आरोप भी लगाए। मीडिया पर पेड पीआर के आरोप लगाए गए। सभी मुद्दों पर बिग बॉस के मेकर्स ने बात की है।

सवाल- मीडिया इंटरैक्शन के दौरान कई सवाल उठे, पर्सनैलिटी वर्सेस पॉपुलैरिटी? काफी समय से इन्फ्लुएंसर शो का हिस्सा बन रहे हैं, उनकी फैन फॉलोइंग अच्छी होती है तो इसका उनकी पर्सनैलिटी और वोटिंग पर कितना असर पड़ता है?

जवाब- पहले हमें यह देखना जरूरी है कि हम इन्फ्लुएंसर को मेनस्ट्रीम मीडिया मान रहे हैं या नहीं मान रहे हैं। अगर हम उनको मेनस्ट्रीम मीडिया मान रहे हैं और अगर सारी फिल्म प्रमोशन के लिए इन्फ्लुएंसर के पास जा रही हैं। तो हमे लगता है कि इन्फ्लुएंसर मेनस्ट्रीम हैं। आज से 10 साल पहले टीवी ज्यादा चलता था, जब भी ये सवाल उठ सकते थे कि एक तरफ हम टीवी के बड़े स्टार को लेकर आ रहे हैं। तो वहीं, दूसरी तरफ फिल्म इंडस्ट्री के ऐसे स्टार को लेकर आ रहे हैं जो इंडस्ट्री एग्जिट कर रहा है। लेकिन जब ऐसा नहीं था।

आज के समय में इन्फ्लुएंसर भी सेलिब्रिटी हैं। जैसे- रजत, एल्विश यादव, ये लोग कहीं भी जाए तो लाखों लोग इनके सपोर्ट में होते हैं। लेकिन जब शो के आखिर में देखें तो टॉप- 2 में टीवी के ही लोग हैं, तो ये एक ऐसी चीज है कि अब दायरे ही कम हो गए हैं। इसमें ये देखना होता है कि फैंस सबसे ज्यादा किसको फॉलो कर रहे हैं। ऐसा नहीं है कि रजत की फॉलोइंग कम थी रजत को शायद लाखों लोगों ने फॉलो किया लेकिन अगर एक वोट का भी डिफरेंस आता है तो दूसरा कंटेस्टेंट जीत जाता है। तो इसका मतलब ये नहीं है कि कम वोट मिलने वाले कंटेस्टेंट की फैन फॉलोइंग अच्छी नहीं है। हमें शो के मेकर्स होने के नाते फर्क ही नहीं पड़ता कि शो कौन जीत रहा है।

पर्सनैलिटी वर्सेस पॉपुलैरिटी के सवाल पर मेकर्स ने आगे कहा- सीजन- 18 में आईं श्रुतिका और हेमा शर्मा के पास इतनी पॉपुलैरिटी नहीं थी। श्रुतिका ने साउथ इंडस्ट्री में कुछ फिल्मों में काम किया है। लेकिन उन्होंने शो में रियल पर्सनैलिटी दिखाई जिसके कारण वो लंबे समय तक शो में रहीं। इसलिए इस शो का मतलब यही है जो अपनी रियल पर्सनैलिटी में रहता है, उसे ऑडियंस पसंद करती है।

बिग बॉस से जुड़ी ये खबर भी पढ़ें…

बिग-बॉस हाउस बनाने से तोड़ने का खर्च 3.5 करोड़:वोटों की धांधली संभव नहीं; फिनाले बाद पहली बार किसी मीडिया ग्रुप की यहां एंट्री

बिग बॉस का 18वां सीजन खत्म हो चुका है। अब 9 महीने बाद शो की वापसी होगी। शो खत्म होते ही बिग बॉस हाउस के आधे से ज्यादा हिस्से को डिस्मेंटल, यानी तोड़ दिया जाता है। सिर्फ ढांचा खड़ा रहता है। कैमरा, एसी, झूमर और लाइट्स निकाल ली जाती हैं। ये अधिकतर चीजें किराए की होती हैं। पूरी खबर पढ़ें…

खबरें और भी हैं…

Source link
#परसनलट #वरसस #पपलरट #पर #बल #बग #बस #मकरस #सजन #म #ऐस #कटसटट #भ #थ #ज #कफ #पपलर #नह #फर #भ #लब #समय #तक #रह
2025-01-27 02:00:00
https%3A%2F%2Fwww.bhaskar.com%2Fentertainment%2Fbollywood%2Fnews%2Fbigg-boss-makers-spoke-on-personality-versus-popularity-134362629.html