ISS पर पहुंचने के बाद स्पेसक्राफ्ट में आए लीक
5 जून को स्टारलाइनर ने आईएसएस के लिए उड़ान भरी और अगले दिन वहां पहुंच गया। जब भी कोई स्पेसक्राफ्ट आईएसएस पर पहुंचता है तो उसके साथ डॉक हो जाता है और फिर तय वक्त के बाद एस्ट्रोनॉट्स को लेकर धरती पर आ जाता है। हालांकि आईएसएस तक पहुंचने के दौरान स्टारलाइनर को 4 बार हीलियम लीक्स और थ्रस्टरों में दिक्कतों का सामना करना पड़ा है।
पहली बार एस्ट्रोनॉट्स को लेकर पहुंचा ISS पर
बोइंग के स्टारलाइनर स्पेसक्राफ्ट ने वैसे तो कई उड़ानें भरी हैं, लेकिन वह आईएसएस पर एस्ट्रोनॉट्स को लेकर पहली बार पहुंचा है। पहले ही मिशन में उसे तकनीकी खामियों का सामना करना पड़ रहा है, जिसकी जांच की जा
रही है। यही वजह है कि सुनीता विलियम्स और उनके साथी की वापसी में देरी हुई है।
कब तक हो पाएगी वापसी?
नासा ने बताया है कि सुनीता विलियम्स और बुच विल्मोर की एक स्पेसवॉक पहले से तय है, जो 24 जून को होगी। दोनों एस्ट्रोनॉट्स 26 जून तक धरती पर लौट पाएंगे। अमेरिकी स्पेस एजेंसी कोई भी रिस्क नहीं लेना चाहती। वह तभी स्टारलाइनर को धरती पर लौटने की मंजूरी देगी, जब तकनीकी दिक्कतें ठीक कर ली जाएंगी।
6 महीनों का मिशन भी उड़ा सकता है स्टारलाइनर
स्टारलाइनर को इस तरह से डिजाइन किया गया है कि भविष्य में वह 6 महीनों के लिए मिशन को लेकर उड़ सकता है। मौजूदा मिशन अधिकतम 45 दिनों तक डिजाइन हुआ है। यानी 26 जून को भी वापसी नहीं हो पाई तो नासा के पास कुछ दिन और होंगे।
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2024-06-20 07:19:54
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