एग्जोप्लेनेट GJ 1214 b को वैज्ञानिकों ने एक उपनाम भी दिया है। इसे इनाइपोषा (Enaiposha) कहा गया है। यह ग्रह जब खोजा गया था तो उस समय की तुलना में अब इसकी क्लासिफिकेशन बदल गई है। यह धरती से 47 प्रकाशवर्ष दूर स्थित है। यह एक लाल ड्वार्फ तारे के गिर्द घूमता है। शुरुआती तौर पर इसे छोटा नेप्च्यून माना जा रहा था। लेकिन जेम्स वेब टेलीस्कोप की मदद से इसके बारे में नई खोज सामने आई है।
एग्जोप्लेनेट GJ 1214 b की विशेषताएं शुक्र जैसी हैं, लेकिन यह पैमाने में कई गुना ज्यादा बड़ा है। इसका वातावरण बहुत ज्यादा घना है। वैज्ञानिक कह रहे हैं कि ऐसा पहले किसी ग्रह पर अबतक तो नहीं देखा गया था। वैज्ञानिकों ने इसे एक नई कैटिगरी- ‘सुपर-वीनस’ में डाल दिया है। इस खोज का महत्व इस बात में है कि एग्जोप्लेनेट के बार में अबतक हम जो भी मानते आए थे ये उससे कहीं ज्यादा अलग हैं। यानी सौरमंडल के बाहर के ग्रह विविधताओं से भरे हैं। एग्जोप्लेनेट्स को किन्हीं खास विशेषताओं में नहीं रखा जा सकता है। ये अलग-अलग तरह के हो सकते हैं।
The Independent के अनुसार, जेम्स वेब टेलीस्कोप डेटा सुझाव देता है कि यह खोजा गया एग्जोप्लेनेट बहुत हद तक शुक्र जैसा है, जो कि हमारे सौरमंडल के सबसे गर्म ग्रहों में से है। Enaiposha इससे कहीं ज्यादा बड़ा है। यह अपनी तरह का पहला ग्रह खोजा गया है। वैज्ञानिक इसके बारे में जानकारी जुटाने में लगे हैं लेकिन अभी तक बहुत कुछ छिपा हुआ है। इसका वातावरण इतना घना है कि यह आसानी से देखा भी नहीं जा सकता है।
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2025-01-25 15:32:24
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