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बचपन में पोलियो; उधार के धनुष से की प्रैक्टिस! अब नेशनल चैंपियनशिप का हिस्सा..

बचपन में पोलियो; उधार के धनुष से की प्रैक्टिस! अब नेशनल चैंपियनशिप का हिस्सा..

कोडरमा. जीवन में परिस्थिति चाहे कैसी भी हो, लेकिन यदि कुछ करने का दृढ़ निश्चय कर लिया जाए तो कोई परेशानी बाधा नहीं बन सकती है. कुछ ऐसा ही उदाहरण कोडरमा की श्रेया ने लोगों के बीच पेश किया है. बचपन में अचानक पोलियो अटैक से एक पैर से दिव्यांग श्रेया आज अपने हुनर के दम पर जयपुर में आयोजित होने वाले राष्ट्रीय पैरा तीरंदाजी चैंपियनशिप में झारखंड का प्रतिनिधित्व करने के लिए चयनित हुई है.

खुद का धनुष नहीं होने पर छूट गया था अभ्यास

कोडरमा के करमा निवासी श्रेया कुमारी ने लोकल 18 से विशेष बातचीत में बताया कि वर्ष 2017 में जब वह कक्षा 6 में पढ़ रही थी तब उनके सीनियर तीरंदाज विशाल सिंह से प्रेरित होकर स्कूल में वह तीरंदाजी का प्रशिक्षण ले रही थी. स्कूल से पास आउट होने के बाद खुद का धनुष नहीं होने पर कुछ समय के लिए उसका अभ्यास छूट गया था. इसके बाद जिला तीरंदाजी संघ के अंतर्गत संचालित फोकस एंड फेथ तीरंदाजी सेंटर के प्रशिक्षक विशाल सिंह के मार्गदर्शन में श्रेया ने करीब डेढ़ वर्ष पहले दोबारा से तीरंदाजी का अभ्यास शुरू किया.

खिलाड़ी से उधार में कंपाउंड धनुष लेकर राज्य स्तर पर जीता था सिल्वर मेडल

श्रेया ने बताया कि भुरकुंडा के जुबली कॉलेज में आयोजित इंटर कॉलेज तीरंदाजी चैंपियनशिप में चयन होने पर उसने दूसरे खिलाड़ी से कंपाउंड धनुष उधार लेकर प्रैक्टिस किया था और चैंपियनशिप में हिस्सा लेकर सिल्वर पदक प्राप्त किया था. इसके अलावा जिला स्तर पर आयोजित अलग-अलग प्रतियोगिता में उन्होंने स्वर्ण और रजत पदक भी प्राप्त किया है. फिलहाल वह बीएससी केमिस्ट्री ऑनर्स की पढ़ाई कर रही हैं. श्रेया ने बताया कि 8 से 12 जनवरी तक जयपुर में आयोजित राष्ट्रीय चैंपियनशिप में स्वर्ण पदक को लक्ष्य में रखकर वह नियमित घर से करीब 8 किलोमीटर दूर बागीटांड़ स्टेडियम जाकर कोच मुकेश तुरी एवं मुंबई में रह रहे कोच विशाल सिंह से गूगल मीट के माध्यम से मार्गदर्शन प्राप्त कर अभ्यास कर रही है. 

मेडल जीतकर लौटे और ओलंपिक में खेलने के लक्ष्य की तरफ बढ़े
श्रेया के पिता रूपेश कुमार सिंह महाराणा प्रताप चौक के समीप इलेक्ट्रिकल उपकरण रिपेयरिंग की दुकान चलाते हैं. राष्ट्रीय चैंपियनशिप में बेटी का चयन होने पर उन्होंने कहा कि वह श्रेया को बेटे की तरह रखते हैं. सभी लोगों का एक ही सपना है कि वह अपने पसंदीदा तीरंदाजी की क्षेत्र में ऊंचे मुकाम पर पहुंचे. वहीं माता कंचन बाला ने कहा कि बेटी चैंपियनशिप से मेडल जीतकर वापस लौटे एवं ओलंपिक में खेलने के अपने लक्ष्य को हासिल करें यही प्रार्थना ईश्वर से करती हूं. श्रेया की मौसी आराधना सिंह ने कहा कि घर की बेटी का राष्ट्रीय प्रतियोगिता में चयन होने से पूरा परिवार गौरांवित है. सभी लोगों का आशीर्वाद श्रेया के साथ है वह चैंपियनशिप में बेहतर प्रदर्शन कर झारखंड का नाम रोशन करेंगी.

FIRST PUBLISHED : January 1, 2025, 18:22 IST

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