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बांग्लादेश में चिन्यम प्रभु पर एक और केस: समर्थकों पर भी हमला करने का आरोप; बांग्लादेशी फॉरेन एडवाइजर से मिले भारतीय विदेश सचिव

ढाका3 मिनट पहले

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चिन्मय प्रभु देशद्रोह के आरोप में 25 नवंबर से जेल में बंद हैं। - Dainik Bhaskar

चिन्मय प्रभु देशद्रोह के आरोप में 25 नवंबर से जेल में बंद हैं।

बांग्लादेश के चटगांव में हिंदू धर्मगुरु चिन्मय प्रभु और उनके समर्थकों पर कोर्ट परिसर के भीतर झड़प को लेकर केस दर्ज किया गया है। ढाका ट्रिब्यून के मुताबिक, 26 नवंबर को कोर्ट से वापस लौटते वक्त चिन्मय कृष्ण दास के समर्थकों ने इस्लामी वकालत संगठन हिफाजत-ए-इस्लाम बांग्लादेश के कार्यकर्ता इनामुल हक समेत अन्य लोगों पर हमला किया था।

हक की शिकायत पर दर्ज किए गए केस में चिन्मय प्रभु को मुख्य आरोपी बनाया गया है। इसके अलावा 164 नामजद और लगभग 500 अज्ञात लोग भी आरोपी हैं।

इनामुल हक का दावा है कि उन्हें पंजाबी कुर्ता और टोपी पहनने के कारण निशाना बनाया गया। इस हमले में उनके हाथ और सिर में चोटें आईं। रिपोर्ट के मुताबिक कुछ लोगों ने उन्हें बचाकर चटगांव मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल में भर्ती कराया।

चिन्मय प्रभु पर देशद्रोह का आरोप लगा है। 26 नवंबर को ढाका की एक अदालत ने उनकी जमानत याचिका खारिज कर दी थी। चिन्मय दास की जमानत पर सुनवाई 2 जनवरी तक के लिए टाल दी गई है।

चिन्मय प्रभु पर देशद्रोह का आरोप लगा है। 26 नवंबर को ढाका की एक अदालत ने उनकी जमानत याचिका खारिज कर दी थी। चिन्मय दास की जमानत पर सुनवाई 2 जनवरी तक के लिए टाल दी गई है।

बांग्लादेश और भारत के बीच अधिकारी स्तर की वार्ता दोनों देशों के बीच तनाव के बीच आज भारत के फॉरेन सेक्रेटरी विक्रम मिस्री ने बांग्लादेश के फॉरेन एडवाइजर मोहम्मद तौहीद हुसैन से मुलाकात की। इस मुलाकात के बाद विक्रम मिस्री ने कहा- हमने हाल के घटनाक्रमों पर भी चर्चा की और अल्पसंख्यकों की सुरक्षा से जुड़ी हमारी चिंताओं के बारे में उन्हें बताया। आज की बैठक ने हम दोनों को अपने रिश्तों का जायजा लेने का मौका दिया है।

बता दें कि शेख हसीना के देश छोड़ने के बाद दोनों देशों के अधिकारी स्तर पर यह पहली बैठक थी।

विदेश सचिव विक्रम मिस्री (बाएं) और बांग्लादेश के विदेश सलाहकार मोहम्मद तौहीद हुसैन (दाएं) के मुलाकात की तस्वीर।

विदेश सचिव विक्रम मिस्री (बाएं) और बांग्लादेश के विदेश सलाहकार मोहम्मद तौहीद हुसैन (दाएं) के मुलाकात की तस्वीर।

कट्टरपंथियों के निशाने पर हिंदू अल्पसंख्यक बांग्लादेश में पिछले मंगलवार भी एक व्यापारी पर हमले का मामला दर्ज कराया गया था। इसमें इस्कॉन के कुछ सदस्यों समेत 40-50 अनजान लोगों को आरोपी बनाया गया था।

बांग्लादेश में 5 अगस्त 2024 को शेख हसीना सरकार गिरने के बाद से भारत विरोधी भावनाओं को बल मिला है। इसके अलावा अल्पसंख्यकों से जुड़े धार्मिक स्थलों को लगातार निशाना बनाया जा रहा है।

हिंदू नेताओं को धमकियां मिल रही हैं। इस्कॉन से जुड़े धर्मगुरु चिन्मय कृष्ण दास देशद्रोह के आरोप में 25 नवंबर से पुलिस हिरासत में हैं।

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