बुधवार को कई शहरों में हल्का कोहरा छाया रहा। सुबह 8 बजे के बाद धूप खिली। बादलों के बीच दिनभर धूप-छांव का दौर जारी रहा।
वेस्टर्न डिस्टरबेंस (पश्चिमी विक्षोभ) और साइक्लोनिक सर्कुलेशन के एक्टिव होने से मध्यप्रदेश का मौसम फिर बदला है। रात के टेम्परेचर में 4 से 5 डिग्री की बढ़ोतरी और दिन में गिरावट हुई है, जबकि मावठा भी गिर रहा है। 28 दिसंबर तक ऐसा ही मौसम बना रहेगा।
.
गुरुवार सुबह भोपाल, इंदौर समेत आधे एमपी में कोहरा छाया है। वहीं, मालवा-निमाड़ यानी इंदौर-उज्जैन संभाग के 10 जिलों में बारिश का भी अलर्ट है। 27 दिसंबर से पूरे प्रदेश में ओले-बारिश का स्ट्रॉन्ग सिस्टम रहेगा। आधे से ज्यादा जिलों में 40 से 50 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से हवा चल सकती है।
11 जिलों के लिए ऑरेंज अलर्ट है। इससे पहले बुधवार को पूरे प्रदेश में मौसम बदला रहा। भोपाल, इंदौर, उज्जैन, ग्वालियर, जबलपुर समेत अन्य जिलों में बादल छाए रहे। इस वजह से ठंड बढ़ गई। भोपाल में पारा 22.5 डिग्री रहा। ग्वालियर में 21.8 डिग्री, गुना में 22 डिग्री, नौगांव में 22.5 डिग्री, टीकमगढ़ में 21.5 डिग्री दर्ज किया गया।
वहीं, खजुराहो में 23.2 डिग्री, रीवा-सतना में 23.8 डिग्री, रायसेन, शिवपुरी-रतलाम में 23 डिग्री और उज्जैन में पारा 23.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। इंदौर में 24.3 डिग्री और जबलपुर में पारा 27.4 डिग्री रहा।
सीनियर मौसम वैज्ञानिक डॉ. दिव्या ई. सुरेंद्रन ने बताया-
अभी वेस्टर्न डिस्टरबेंस (पश्चिमी विक्षोभ) एक्टिव है। वहीं, बंगाल की खाड़ी में एक लो प्रेशर एरिया (निम्न दाब क्षेत्र) भी सक्रिय है। 26 दिसंबर की रात में एक और वेस्टर्न डिस्टरबेंस एक्टिव हो रहा है। इस वजह से प्रदेश में स्ट्रॉन्ग सिस्टम बनेगा। 28 दिसंबर तक इसका असर बना रहेगा।
टीकमगढ़ में बुधवार को कोहरा छाया रहा।
अगले 3 दिन ऐसा रहेगा मौसम
- 26 दिसंबर: खंडवा, खरगोन, बड़वानी, आलीराजपुर, झाबुआ, धार, रतलाम, मंदसौर, नीमच और श्योपुर में गरज-चमक के साथ बारिश का अलर्ट है। वहीं, भोपाल, विदिशा, रायसेन, सीहोर, राजगढ़, इंदौर, उज्जैन, देवास, शाजापुर, भिंड, मुरैना, सिंगरौली, सीधी, मऊगंज, सतना, अनूपपुर, शहडोल, उमरिया, पन्ना, दमोह, सागर, छतरपुर और मैहर जिले में कोहरा छाया रहेगा।
- 27 दिसंबर: रायसेन, नर्मदापुरम, बैतूल, हरदा, बुरहानपुर, खंडवा, खरगोन, नरसिंहपुर, छिंदवाड़ा, सागर और पांढुर्णा जिले में ओले गिरने का अनुमान है। 40 से 50 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से हवा और बारिश भी हो सकती है। वहीं, भोपाल, विदिशा, सीहोर, राजगढ़, बड़वानी, अलीराजपुर, झाबुआ, धार, इंदौर, रतलाम, उज्जैन, देवास, शाजापुर, आगर-मालवा, मंदसौर, नीमच, गुना, अशोकनगर, शिवपुरी, ग्वालियर, दतिया, भिंड, मुरैना, श्योपुर, सिंगरौली, सीधी, रीवा, मऊगंज, सतना, अनूपपुर, शहडोल, उमरिया, डिंडौरी, कटनी, जबलपुर, सिवनी, मंडला, बालाघाट, पन्ना, दमोह, छतरपुर, टीकमगढ़, निवाड़ी और मैहर में बारिश होने का अनुमान है।
- 28 दिसंबर: नरसिंहपुर, छिंदवाड़ा, सिवनी, मंडला, बालाघाट और पांढुर्णा में ओले-बारिश का अलर्ट है। भोपाल, विदिशा, रायसेन, सीहोर, बैतूल, खरगोन, झाबुआ, धार, इंदौर, रतलाम, उज्जैन, देवास, शाजापुर, आगर-मालवा, भिंड, मुरैना, सिंगरौली, सीधी, रीवा, मऊगंज, सतना, अनूपपुर, शहडोल, उमरिया, डिंडौरी, कटनी, जबलपुर, पन्ना, दमोह, सागर, छतरपुर, टीकमगढ़, निवाड़ी और मैहर में बारिश होगी और आंधी चलेगी। मंदसौर, नीमच, गुना, अशोकनगर, शिवपुरी, ग्वालियर, दतिया और श्योपुर में मध्यम कोहरा रहेगा।
4 दिन तक ऐसा ही मौसम रहेगा प्रदेश के ज्यादातर हिस्से में अगले 4 दिन तक ऐसा ही मौसम रहेगा। इस वजह से रात के तापमान में बढ़ोतरी हुई है। मंगलवार-बुधवार की रात में नरसिंहपुर, पचमढ़ी, ग्वालियर और नौगांव ही ऐसे शहर रहे, जहां पारा 12 डिग्री से नीचे था। बाकी शहरों में तापमान इससे अधिक ही रहा।
बड़े शहरों की बात करें तो भोपाल में 14 डिग्री, इंदौर में 15.3 डिग्री, उज्जैन में 15.5 डिग्री और जबलपुर में पारा 13.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।
दिसंबर में बारिश का ट्रेंड, इस बार भी ऐसा मौसम विभाग के अनुसार, दिसंबर में प्रदेश में बारिश का ट्रेंड रहता है। पिछले 10 साल से ऐसा ही मौसम है। इस बार भी मौसम बदल गया है। शनिवार को छिंदवाड़ा में बारिश भी हुई थी। सोमवार और मंगलवार को भी कई जिलों में पानी गिरा। बुधवार को भी मौसम बदला रहा।
सिस्टम गुजरने के बाद ठंड का असर इस बार मौसम का मिजाज बदला हुआ है। आमतौर पर दिसंबर के दूसरे पखवाड़े में कड़ाके की ठंड पड़ती है, लेकिन इस बार पहले ही पखवाड़े में ऐसी ठंड रही। आखिरी दिनों में बारिश की एक्टिविटी है। इसके गुजरने के बाद एक बार फिर कड़ाके की ठंड का दौर शुरू हो जाएगा, जो पूरे जनवरी महीने तक चलेगा।
दिसंबर में रिकॉर्ड तोड़ चुकी ठंड
इस बार दिसंबर महीने में ही ठंड रिकॉर्ड तोड़ चुकी है। आलम ये रहा कि पूरे प्रदेश में जनवरी से भी ठंडा दिसंबर रहा। भोपाल समेत कई शहरों में ठंड ने रिकॉर्ड तोड़ा। 9 दिन शीतलहर चली। भोपाल में दिसंबर की सर्दी ने 58 साल का रिकॉर्ड तोड़ दिया।
भोपाल, इंदौर, ग्वालियर समेत कई जिलों में स्कूलों की टाइमिंग बदली गई, जबकि भोपाल के वन विहार नेशनल पार्क में जानवरों को सर्दी से बचाने के लिए हीटर लगाए गए हैं। भगवान को भी ठंड से बचाने के लिए जतन किए गए।
नवंबर में भी रही कड़ाके की सर्दी नवंबर में भी कड़ाके की सर्दी रही। भोपाल में तो 36 साल का रिकॉर्ड टूटा है। इंदौर, उज्जैन, जबलपुर और ग्वालियर में भी पारा सामान्य से 7 डिग्री तक नीचे रहा। अब दिसंबर में भी कड़ाके की ठंड पड़ रही है।
भोपाल में रात का तापमान 14 डिग्री के आसपास बना हुआ है।
MP के 5 बड़े शहरों में दिसंबर में ऐसा ट्रेंड
भोपाल में 58 साल का रिकॉर्ड टूट चुका भोपाल में दिसंबर में दिन-रात ठंड और बारिश का ट्रेंड रहा है। 10 में से पिछले 5 साल से भोपाल दिसंबर में भीग रहा है। आधा से पौन इंच तक बारिश हो गई। हालांकि, इस बार बारिश नहीं हुई, लेकिन लगातार सात दिन से शीतलहर और कोल्ड डे (ठंडा दिन) जैसी स्थिति है। वहीं, रात के पारे में जबरदस्त गिरावट आई है।
मौसम विभाग के अनुसार, दिसंबर में ठंड की बात करें तो 11 दिसंबर 1966 की रात में पारा 3.1 डिग्री पहुंच गया था। यह अब तक का ओवरऑल रिकॉर्ड है। 3 साल पहले 2021 में पारा 3.4 डिग्री पहुंच चुका है, लेकिन 15-16 दिसंबर की रात में यह 3.3 डिग्री दर्ज किया गया। यानी, पिछले 10 साल में तो पारा सबसे कम रहा ही, साथ में ओवर ऑल रिकॉर्ड के करीब भी है।
इंदौर में 5 से 9 डिग्री के बीच रहा पारा इंदौर में दिसंबर में रात का तापमान 5 से 9 डिग्री के बीच रहता है। हालांकि, पिछले साल तापमान 10.1 डिग्री तक पहुंच गया था। 10 साल के आंकड़ों पर नजर डालें तो दिन में पारा 28 से 31 डिग्री के बीच ही रहता है। इस महीने इंदौर में बारिश भी होती है। पिछले 4 साल से बारिश हो रही है।
31 दिसंबर 2015 को दिन का सर्वाधिक तापमान 33 डिग्री दर्ज किया गया था। 27 दिसंबर 1936 की रात में टेम्परेचर 1.1 डिग्री रहा था। सर्वाधिक कुल मासिक बारिश साल 1967 में 108.5 मिमी यानी 4.2 इंच हुई थी। 24 घंटे में सर्वाधिक 53 मिमी यानी 2.1 इंच बारिश 17 दिसंबर 2009 को हुई थी।
ग्वालियर में दिसंबर में हो चुकी बारिश ग्वालियर में दिन में गर्मी तो रात में ठंड रहती है। पिछले 10 साल में यहां अधिकतम तापमान 26.2 से 31.6 डिग्री तक रह चुका है। वहीं, रात में पारा 1.8 से 6.9 डिग्री दर्ज किया गया। 6 दिसंबर 2006 को दिन का तापमान 32.1 डिग्री सेल्सियस पहुंच चुका है।
26 दिसंबर 1961 को न्यूनतम तापमान 0.4 डिग्री पहुंचा था। साल 1997 में कुल मासिक बारिश 106.6 मिमी यानी 4.1 इंच हुई थी। 24 घंटे में सर्वाधिक बारिश 13 दिसंबर 2013 को 32.1 मिमी यानी 1.2 इंच हुई थी।
जबलपुर में भी बारिश का ट्रेंड जबलपुर में दिसंबर में बारिश होने का भी ट्रेंड है। 28 दिसंबर 1960 को दिन का तापमान 33.2 डिग्री पहुंच चुका है। 28 दिसंबर 1902 की रात का तापमान 0.6 डिग्री रहा था। यह ओवर ऑल रिकॉर्ड है। साल 1885 को सर्वाधिक मासिक बारिश 125 मिमी यानी 4.9 इंच हुई थी। 24 घंटे में सर्वाधिक बारिश का रिकॉर्ड 68.1 मिमी यानी 2.6 इंच 16 दिसंबर 1885 को हुई थी।
उज्जैन में भी कड़ाके की ठंड उज्जैन में दिन का औसत तापमान 28.2 डिग्री और रात में 9.4 डिग्री है। इस महीने औसत 4.6 मिमी बारिश होती है। पिछले 5 साल से उज्जैन में दिसंबर में बारिश हो रही है। 18 दिसंबर 2002 को दिन में टेम्परेचर 34.9 डिग्री पहुंच चुका है। यह ओवर ऑल रिकॉर्ड है।
28 दिसंबर 1968 और 29 दिसंबर 1983 को रात में पारा 0.5 डिग्री पहुंच चुका है। साल 1997 में कुल मासिक बारिश 119.4 मिमी यानी 4.7 इंच बारिश हो चुकी है। 24 घंटे में सर्वाधिक बारिश की बात करें तो 11 दिसंबर 1967 को 35.3 मिमी यानी 1.3 इंच बारिश हुई थी।
#भपलइदर #समत #आध #एमप #म #कहर #मलवनमड़ #क #जल #म #आज #बरसत #क #अलरट #कल #स #पर #परदश #म #ओलबरश #क #सटरनग #ससटम #Bhopal #News
#भपलइदर #समत #आध #एमप #म #कहर #मलवनमड़ #क #जल #म #आज #बरसत #क #अलरट #कल #स #पर #परदश #म #ओलबरश #क #सटरनग #ससटम #Bhopal #News
Source link