0

भोपाल-इंदौर समेत पूरे एमपी में कल से तेज ठंड: उत्तरी हवाओं से 2-3° गिरेगा पारा; ग्वालियर-चंबल में सबसे ज्यादा सर्दी रहेगी – Bhopal News

भोपाल-इंदौर में सोमवार सुबह धूप निकली। शाजापुर में कोहरा छाया रहा।

मध्य प्रदेश में 24 घंटे बाद यानी 10 दिसंबर से तेज ठंड का दौर शुरू होगा। वेस्टर्न डिस्टरबेंस (पश्चिमी विक्षोभ) के असर से प्रदेश में बर्फीली हवाएं आएंगी। जिनकी वजह से भोपाल-इंदौर समेत पूरे प्रदेश में 2 से 3 डिग्री सेल्सियस तक पारा गिर जाएगा।

.

मौसम वैज्ञानिक अभिजीत चक्रवर्ती ने बताया कि रविवार को प्रदेश के पूर्वी हिस्से के कुछ जिलों में हल्की बूंदाबांदी हुई। इससे दिन के तापमान में भी गिरावट देखने को मिली।

इसलिए बढ़ेगा ठंड का असर उत्तर-पश्चिम भारत के ऊपर 12.6 किमी की ऊंचाई पर 260 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से जेट स्ट्रीम हवाएं बह रही हैं। यहां पर एक वेस्टर्न डिस्टरबेंस भी एक्टिव हो रहा है। इस वजह से बर्फ पिघलेगी और फिर हवा की रफ्तार तेज हो जाएगी। जिसका असर मध्यप्रदेश में भी देखने को मिलेगा।

दरअसल, वेस्टर्न डिस्टरबेंस के कारण उत्तरी इलाकों और पहाड़ों पर मौसम बदलेगा। इस दौरान पहाड़ों पर बर्फबारी भी होगी। ऐसा होने पर बर्फ पिघलने के बाद बर्फीली हवा मध्यप्रदेश में आएगी।

उत्तरी हिस्से सबसे ज्यादा ठिठुरेंगे मौसम विभाग के अनुसार, रविवार को रीवा में अधिकतम तापमान 24.6 डिग्री, सतना में 26 डिग्री, सीधी में 24.4 डिग्री, मलाजखंड में 25.8 डिग्री, पचमढ़ी में 24.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। बड़े शहरों की बात करें तो भोपाल में 27.8 डिग्री, इंदौर में 27.5 डिग्री, ग्वालियर में 26.7 डिग्री, उज्जैन में 28 डिग्री और जबलपुर में 28.3 डिग्री तापमान रहा।

बर्फीली हवाओं की वजह से उत्तरी हिस्से सबसे ज्यादा ठिठुरेंगे। इनमें ग्वालियर, चंबल और उज्जैन संभाग के जिले शामिल हैं।

रात में ग्वालियर-राजगढ़ सबसे ठंडे रात में ग्वालियर-राजगढ़ शहर सबसे ठंडे हैं। शनिवार-रविवार की रात में यहां पारा 9.6 डिग्री सेल्सियस रहा। शाजापुर के गिरवर में 9.7 डिग्री, खजुराहो में 10.2 डिग्री, चित्रकूट-नौगांव में 10.3 डिग्री, पचमढ़ी में 10.6 डिग्री तापमान दर्ज किया गया। भोपाल, इंदौर, जबलपुर और उज्जैन में भी पारे में गिरावट देखने को मिली है।

20 दिसंबर से कड़ाके की ठंड का दौर मौसम विभाग के अनुसार, 15 दिसंबर तक मौसम में ऐसा ही उतार-चढ़ाव रहेगा। कभी तेज ठंड, कभी बारिश तो कभी बादल छाए रहेंगे। कड़ाके की ठंड का दौर 20 दिसंबर से शुरू होगा, जो जनवरी तक बना रहेगा। इन्हीं 40 दिनों में 20 से 22 दिन कोल्ड वेव यानी सर्द हवाओं की भी स्थिति रह सकती है। सबसे ज्यादा ठंड उज्जैन, ग्वालियर-चंबल संभाग में रहेगी। वजह यहां बर्फीली हवाएं सीधे आना है।

वर्ष 2014 से 2023 तक के ट्रेंड पर नजर डाली जाए तो भोपाल, इंदौर, उज्जैन, ग्वालियर, जबलपुर समेत प्रदेश के अन्य शहरों में दिसंबर के दूसरे पखवाड़े में ही कड़ाके की ठंड पड़ना शुरू होती है। इन पांच बड़े शहरों में पारे में सबसे ज्यादा गिरावट ग्वालियर में होती है। यहां पिछले 10 साल में एक बार टेम्प्रेचर 1.8 डिग्री तक पहुंच चुका है। जबलपुर में यह 4.4 डिग्री और उज्जैन में 2.5 डिग्री तक रहा है। भोपाल और इंदौर में भी टेम्प्रेचर 5 डिग्री सेल्सियस से नीचे रहा है।

नवंबर में सर्दी तोड़ चुकी रिकॉर्ड नवंबर में सर्दी रिकॉर्ड तोड़ चुकी है। भोपाल में तो 36 साल का रिकॉर्ड टूटा है। इंदौर, उज्जैन, जबलपुर और ग्वालियर में भी पारा सामान्य से 7 डिग्री तक नीचे रहा लेकिन कड़ाके की ठंड दिसंबर में पड़ेगी। सीनियर मौसम वैज्ञानिक डॉ. वेदप्रकाश सिंह ने बताया कि इस बार ग्वालियर, उज्जैन और चंबल संभाग सबसे ज्यादा ठिठुरेंगे। यहां कोल्ड वेव यानी सर्द हवाएं भी चलेंगी।

मंदसौर में अधिकतम तापमान 25.7 डिग्री और न्यूनतम 11.5 डिग्री सेल्सियस के आसपास है।

मंदसौर में अधिकतम तापमान 25.7 डिग्री और न्यूनतम 11.5 डिग्री सेल्सियस के आसपास है।

MP के 5 बड़े शहरों में दिसंबर में ऐसा ट्रेंड…

भोपाल में 3.1 डिग्री रिकॉर्ड हो चुका टेम्प्रेचर भोपाल में दिन-रात ठंड और बारिश का ट्रेंड रहा है। 10 में से पिछले 5 साल से भोपाल दिसंबर में भीग रहा है। आधा से पौन इंच तक बारिश होती रही है। इस बार भी बारिश होने के आसार हैं। दिसंबर में ठंड की बात करें तो 11 दिसंबर 1966 की रात में यहां पारा 3.1 डिग्री सेल्सियस पहुंच गया था। यह अब तक का ओवरऑल रिकॉर्ड है। 3 साल पहले 2021 में पारा 3.4 डिग्री पहुंच चुका है।

इंदौर में 5 से 8 डिग्री के बीच रहा है पारा इंदौर में दिसंबर में रात का तापमान 5 से 8 डिग्री सेल्सियस के बीच रहता है। पिछले साल तापमान 10.1 डिग्री तक पहुंच गया था। 10 साल के आंकड़ों पर नजर डालें तो दिन में पारा 28 से 31 डिग्री के बीच ही रहता है। इस महीने इंदौर में बारिश भी होती है। पिछले 4 साल से बारिश हो रही है।

31 दिसंबर 2015 को यहां दिन का सर्वाधिक तापमान 33 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था। 27 दिसंबर 1936 की रात में टेम्प्रेचर 1.1 डिग्री रहा था। सर्वाधिक कुल मासिक बारिश वर्ष 1967 में 108.5 मिमी यानी 4.2 इंच हुई थी। 24 घंटे में सर्वाधिक 53 मिमी यानी 2.1 इंच बारिश 17 दिसंबर 2009 को हुई थी।

ग्वालियर में सबसे ज्यादा सर्दी ग्वालियर में दिन में गर्मी तो रात में ठंड रहती है। पिछले 10 साल में यहां अधिकतम तापमान 26.2 से 31.6 डिग्री तक रह चुका है। वहीं, रात में पारा 1.8 से 6.9 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। 6 दिसंबर 2006 को दिन का तापमान 32.1 डिग्री सेल्सियस पहुंच चुका है। 26 दिसंबर 1961 को न्यूनतम तापमान 0.4 डिग्री पहुंचा था।

वर्ष 1997 में कुल मासिक बारिश 106.6 मिमी यानी 4.1 इंच हुई थी। 24 घंटे में सर्वाधिक बारिश 13 दिसंबर 2013 को 32.1 मिमी यानी 1.2 इंच हुई थी।

जबलपुर में बारिश का भी दौर जबलपुर में दिसंबर में बारिश होने का भी ट्रेंड है। 28 दिसंबर 1960 को दिन का तापमान 33.2 डिग्री पहुंच चुका है। 28 दिसंबर 1902 की रात में रात का तापमान 0.6 डिग्री सेल्सियस रहा था। यह ओवरऑल रिकॉर्ड है।

वर्ष 1885 में सर्वाधिक मासिक बारिश 125 मिमी यानी 4.9 इंच हुई थी। 24 घंटे में सर्वाधिक बारिश का रिकॉर्ड 68.1 मिमी यानी 2.6 इंच 16 दिसंबर 1885 का है।

उज्जैन में भी होती रही है बारिश उज्जैन में दिन का औसत तापमान 28.2 डिग्री और रात में 9.4 डिग्री सेल्सियस है। इस महीने औसत 4.6 मिमी बारिश होती है। पिछले पांच साल से उज्जैन में दिसंबर में बारिश हो रही है। 18 दिसंबर 2002 को दिन में टेम्प्रेचर 34.9 डिग्री पहुंच चुका है। यह ओवरऑल रिकॉर्ड है। 28 दिसंबर 1968 और 29 दिसंबर 1983 को रात में पारा 0.5 डिग्री पहुंच चुका है।

वर्ष 1997 में कुल मासिक बारिश 119.4 मिमी यानी 4.7 इंच बारिश हो चुकी है। 24 घंटे में सर्वाधिक बारिश की बात करें तो 11 दिसंबर 1967 को 35.3 मिमी यानी 1.3 इंच बारिश हुई थी।

#भपलइदर #समत #पर #एमप #म #कल #स #तज #ठड #उततर #हवओ #स #गरग #पर #गवलयरचबल #म #सबस #जयद #सरद #रहग #Bhopal #News
#भपलइदर #समत #पर #एमप #म #कल #स #तज #ठड #उततर #हवओ #स #गरग #पर #गवलयरचबल #म #सबस #जयद #सरद #रहग #Bhopal #News

Source link