लाइव साइंस की रिपोर्ट के अनुसार, नासा अब दो नई लैंडिंग स्ट्रैटिजी पर काम कर रही है यानी पृथ्वी तक सैंपल किस तरह से लाए जाएं, उसके लिए दो योजनाएं बनाई जा रही हैं। नासा के प्रमुख बिल नेल्सन के अनुसार, ‘दो संभावित रास्तों पर आगे बढ़ने से यह सुनिश्चित होगा कि हमारी पिछली योजना की तुलना में लागत और समय दोनों की बचत हो साथ ही मंगल ग्रह से सैंपलों को लाया जा सके। उन्होंने कहा कि इन सैंपलों में ऐसी क्षमता हो सकती है कि मंगल ग्रह को लेकर हमारा नजरिया बदल जाए।
मंगल ग्रह पर कभी जीवन था या नहीं, इस बात के फिजिकल सबूत नहीं हैं। लेकिन अगर वहां जीवन था तो यह संभव है कि पर्सवेरेंस रोवर ने इसके सैंपल जुटा लिए हों। उन सैंपलों में क्या है, यह जानने के लिए उन्हें पृथ्वी तक लाना ही होगा। उसके बाद ही लैब टेस्टिंग करके वैज्ञानिक उनके बारे में दुनिया को बता पाएंगे।
शुरुआत में नासा ने मार्स सैंपल रिटर्न का बजट 7 अरब डॉलर आंका था। इसमें अब बढ़ोतरी हो गई है और बजट 11 अरब डॉलर तक पहुंचने का अनुमान है। मिशन में लगातार देरी हुई है, जिसके बाद नासा को कई कदम उठाने पड़े हैं।
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2025-01-11 06:45:51
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