सतना में मकर संक्रांति का त्योहार आस्था और उल्लास के साथ मनाया गया। मंगलवार को पूरे शहर में उत्सव का माहौल दिखा, जहां धार्मिक गतिविधियों से लेकर सांस्कृतिक कार्यक्रमों तक की धूम रही।
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सतना नदी के किनारे लगे मेले में ग्रामीण परिवेश की झलक देखने को मिली। मेले में लगे झूलों पर न केवल बच्चों ने, बल्कि बड़ों ने भी खूब आनंद लिया। बच्चों ने जहां अपनी पसंद के खिलौने खरीदे, वहीं बड़ों ने अपने बचपन की यादों को ताजा किया।
सरस्वती स्कूल में आयोजित सांस्कृतिक कार्यक्रम में विद्यार्थियों ने एकल नृत्य, नाटिका और गायन की प्रस्तुतियां दीं। शहर के आसमान में पतंगों की बहार रही, जहां महिलाओं ने बच्चों को भी पीछे छोड़ दिया और पतंगबाजी का भरपूर आनंद लिया।
त्योहार की शुरुआत सुबह से ही मंदिरों में पूजा-अर्चना के साथ हुई। शहर के विभिन्न स्थानों पर भंडारे का आयोजन किया गया, जिसमें बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं ने प्रसाद ग्रहण किया। इस प्रकार मकर संक्रांति का पर्व धार्मिक आस्था और सामाजिक समरसता का संगम बनकर मनाया गया।
फोटो में देखें मेला
सतना नदी के किनारे लगे मेला में उमड़ी भीड़।
महिला क्लब ने की पतंगबाजी।
बच्चों के झूले का आनंद लेते बड़े।
सरस्वती स्कूल में हुए कल्चरल प्रोग्राम।
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