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मध्य प्रदेश के अंग प्रत्यारोपण समन्वयकों को इंदौर में दिया जाएगा प्रशिक्षण

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अंग प्रत्यारोपण समन्वयकों को प्रशिक्षण में यह बताया जाएगा कि किस प्रकार सही तरीके से अंगों को प्रदेश और देश के विभिन्न हिस्सों में भेजा जा सकता है, जहां उनकी आवश्यकता है। इंदौर के एमजीएम मेडिकल कॉलेज में 21 से 25 अक्टूबर तक इस कार्यक्रम का आयोजन किया जाएगा।

By Prashant Pandey

Publish Date: Wed, 09 Oct 2024 07:46:50 AM (IST)

Updated Date: Wed, 09 Oct 2024 07:50:48 AM (IST)

मध्य प्रदेश में अंगदान को बढ़ावा देने के लिए दिया जाएगा प्रशिक्षण। प्रतीकात्मक तस्वीर

HighLights

  1. किस प्रकार अंगदान के लिए परिवार के सदस्यों से बातचीत करनी है।
  2. अंगों को सही तरीके से संरक्षित करने के बारे में भी बताया जाएगा।
  3. इसके लिए चिकित्सा विभाग ने मेडिकल कॉलेजों को पत्र लिखा है।

विनय यादव, नईदुनिया इंदौर। अंगदान को बढ़ावा देने के लिए इंदौर में प्रदेशभर के ट्रांसप्लांट कोआर्डिनेटरों (समन्वयक) को प्रशिक्षण दिया जाएगा। इसके लिए स्टेट आर्गन एवं टिशू ट्रांसप्लांट आर्गनाइजेशन (सोटो) एवं एमजीएम मेडिकल कॉलेज के तत्वावधान में 21 से 25 अक्टूबर तक कार्यक्रम आयोजित किया जा रहा है।

इसमें प्रदेशभर के शासकीय मेडिकल कॉलेज और निजी एवं शासकीय अस्पतालों से समन्वयक व आईसीयू स्टाफ को बुलाया गया है। कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य अंगदान को सुचारु और प्रभावी बनाने के लिए आवश्यक तकनीकी और संवाद कौशल को सिखाना है।

देशभर से आने वाले प्रशिक्षक इन समन्वयकों को यह सिखाएंगे कि किस प्रकार अंगदान के लिए परिवार के सदस्यों से बातचीत करनी है, ताकि वे संवेदनशीलता से सहमति प्राप्त कर सकें।

इसके अलावा, उन्हें अंगों को सही तरीके से संरक्षित करने के बारे में भी विस्तार से बताया जाएगा, ताकि अंगों की गुणवत्ता और उपयोगिता बनी रहे। कार्यक्रम में शामिल होने के लिए लोक स्वास्थ्य एवं चिकित्सा विभाग ने सभी मेडिकल कॉलेजों को पत्र भी लिखा है।

नीति नीतियों की जानकारी मिलेगी

बता दें कि कार्यक्रम में राष्ट्रीय अंग एवं ऊतक प्रत्यारोपण संगठन (नोट्टो) के डायरेक्टर डॉ. अनिल कुमार भी शामिल होंगे। वे आयोजन में बताएंगे कि किस प्रकार हम अंगदान में आगे बढ़ सकते हैं। वह सभी राज्यों के अनुभवों को भी यहां साझा करेंगे, जिससे समन्वयक और स्टाफ को अंगदान प्रक्रिया में राष्ट्रीय स्तर पर हो रहे सुधारों और नई नीतियों की जानकारी प्राप्त होगी।

समन्वयक की रहती है अहम भूमिका

अंगदान प्रक्रिया में ट्रांसप्लांट समन्वयक की भूमिका बेहद महत्वपूर्ण होती है। वे परिवार के सदस्यों से संवेदनशील मुद्दों पर चर्चा करने के साथ यह सुनिश्चित करते हैं कि सभी आवश्यक प्रक्रियाएं सही तरीके से पूरी हों।

इंदौर में प्रदेश के 90 प्रतिशत अंगदान

इंदौर में प्रदेश के 90 प्रतिशत अंगदान होते हैं। प्रदेश में अब तक 60 ग्रीन कारिडोर बने हैं, जिससे करीब 200 लोगों को जीवनरूपी उपहार ब्रेनडेड दानदाता द्वारा अंगदान के उपरांत मिला है। साथ ही लगभग 1635 व्यक्तियों को जीवित दानदाता द्वारा अंगदान उपरांत जीवनदान मिला है। देश में अंगदान के लिए शपथ लेने में भी मध्य प्रदेश देश में चौथे स्थान पर है।

अंगदान को बढ़ावा देने के लिए कार्यक्रम

मध्य प्रदेश में अंगदान को बढ़ावा देने के लिए प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किया जा रहा है। कार्यक्रम में शामिल होने वाले सभी की यात्रा और ठहरने की व्यवस्था संस्था द्वारा की जाएगी। – डॉ. संजय दीक्षित, डीन एवं सक्षम प्राधिकारी (सोटो)

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https://www.naidunia.com/madhya-pradesh/indore-organ-transplant-coordinators-of-madhya-pradesh-will-be-given-training-in-indore-8354742