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मुरैना में डीएपी खाद लेने गोदाम में घुसे किसान, हंगामा देख शटर बंद कर भागे कर्मचारी

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किसान डीएपी के बोरों को जबरन ले गए। हंगामा बढ़ता देख एसडीएम भूपेंद्र सिंह, तहसीलदार कुलदीप दुबे, कोतवाली थाने का फोर्स मौके पर पहुंचा। किसानों को जैसे-तैसे कर गोदाम से बाहर किया गया।

By Kushagra Valuskar

Publish Date: Wed, 09 Oct 2024 10:33:10 PM (IST)

Updated Date: Wed, 09 Oct 2024 10:37:17 PM (IST)

भरी दोपहरी में खाद के लिए लाइन में लगे किसान।

नईदुनिया प्रतिनिधि, मुरैना। जिले में खाद का संकट बेलगाम होता जा रहा है। किसानों का गुस्सा देख प्रशासन के हाथ-पांव भी फूलने लगे हैं। बुधवार को गोदाम में डीएपी खाद होने के बाद भी वितरण नहीं होने से किसान ऐसे भड़के कि कतार तोड़कर सैकड़ों किसान गोदाम में घुसने लगे और खाद के बोरों को उठाने लगे।

किसानों को डीएपी खाद नहीं मिल रहा

किसानों की भीड़ और आक्रोश देखकर कर्मचारी गोदाम की शटर लगाकर भाग गए। गौरतलब है कि सरसों व गेहूं की बोवनी के लिए जिले के किसानों को डीएपी खाद नहीं मिल रहा है। बुधवार तड़के से कृषि मंडी स्थित गोदाम पर टोकन व खाद के लिए किसान लाइन में लगे थे।

टोकन बंटने के बाद खाद मिलना शुरू हुआ

टोकन बंटने के बाद दोपहर 12 बजे के करीब किसानों को खाद बंटना शुरू हुआ। किसानों को डीएपी की जगह एनपीके, यूरिया, पीडीएम पोटाश आदि खाद दिए जा रहे थे, जिन्हें लेने के लिए किसान राजी नहीं थे। इसी दौरान किसी ने अफवाह उड़ा दी कि विपणन संघ के गोदाम में डीएपी के हजारों बोरे हैं, लेकिन दिए नहीं जा रहे। यह सुनकर किसान भड़क गए और गोदाम में घुसने लगे।

गोदाम के एक हिस्से में डीएपी के बोरे रखे हुए मिल गए। गोदाम से डीएपी बोरों को खींचकर बाहर लाने लगे। कुछ किसान डीएपी के बोरों को जबरन ले गए। हंगामा बढ़ता देख एसडीएम भूपेंद्र सिंह, तहसीलदार कुलदीप दुबे, कोतवाली थाने का फोर्स मौके पर पहुंचा। किसानों को जैसे-तैसे कर गोदाम से बाहर किया गया। इसके बाद गोदाम का शटर बंद कर कर्मचारी गायब हो गए।

कालाबाजारी पर नहीं हो रहा मुकदमा, इसलिए बढ़ रहा संकट

ग्वालियर चंबल अंचल में डीएपी खाद को लेकर सबसे ज्यादा संकट मुरैना में ही है, उधर बीते दस दिनों में यहां तीन स्थानों पर खाद के अवैध भंडारण और कालाबाजारी के मामले सामने आ चुके हैं। इस संबंध में मंत्री ऐंदल सिंह कंषाना का कहना है कि वे कलेक्टर को निर्देशित कर रहे हैं कि जमाखोरों पर मुकदमा हो जिससे किसानों को पर्याप्त खाद मिल सके।

डीएपी की जगह एनपीए खाद की सलाह

डीएपी खाद के लगातार बढ़ रहे संकट और किसानों के आक्रोश को देखकर कृषि विभाग ने किसानों को नसीहत दी है कि वह डीएपी की जगह एनपीके खाद का उपयोग करें। कृषि विभाग के उप संचालक पीसी पटेल ने कहा कि इस सप्ताह डीएपी की दो रैक आ रही हैं, उसके बाद किसानों को पर्याप्त खाद मिलेगा।

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https://www.naidunia.com/madhya-pradesh/morena-farmers-entered-the-warehouse-to-collect-dap-fertilizer-employees-closed-the-shutters-and-ran-away-8354856