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मेडिकल सीटों की काउंसिलिंग में भारी गड़बड़ी: ऐसे घूमा ‘पैसा’… बाहरी राज्य वालों को मप्र का बताकर NRI कोटे से सीटें दी – Bhopal News

मेडिकल सीटों पर एनआरआई कोटे से प्रवेश पर हाई कोर्ट की रोक हटते ही निजी कॉलेजों की काउंसलिंग में बड़ी गड़बड़ी सामने आई है। चिकित्सा शिक्षा संचालनालय की नीट पीजी काउंसलिंग में एनआरआई कोटे की 31 सीट मप्र का मूल निवासी बताकर उन उम्मीदवारों को अलॉट कर दी गई,

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सीट अलॉटमेंट लिस्ट व नीट पीजी फार्म के डेटा के पड़ताल के बाद इसका खुलासा हुआ है। फर्स्ट राउंड सीट अलॉटमेंट लिस्ट में 91 उम्मीदवारों को निजी मेडिकल कॉलेजों में एनआरआई कोटे के 91 सीटें उम्मीदवारों को अलॉट की गई है। इनमें से 31 सीटें दूसरे राज्यों के निवासियों को अलॉट की गई हैं।

प्रदेश के 8 निजी मेडिकल कॉलेजों में ये सीटें अलॉट हुई है। सबसे ज्यादा 4 कॉलेज भोपाल के हैं। इन कॉलेजों में 7 उम्मीदवारों ने गलत डोमीसाइल सर्टीफिकेट के आधार पर सीट पाईं। इंदौर के 2 कॉलेजों में 17 ऐसी सीटें अलॉट की गई हैं। देवास और उज्जैन में क्रमश: 5 व 2 उम्मीदवारों को सीटें मिलीं।

  • जिन्होंने रजिस्ट्रेशन नहीं कराया, उनके नाम पर भी सीटें अलॉट

आंध के युवक को इंदौर के मेडिकल कॉलेज में मिली सीट

नीरला बालू को मध्य प्रदेश का मूल निवासी बताकर एनआरआई कोटे से एमडी डर्मेटोलॉजी सीट अलॉट की गई है। यह सीट इंदौर के निजी मेडिकल कॉलेज में अलॉट हुई है। ऑनलाइन नीट पीजी के फॉर्म में नीरला ने खुद को आंध्रप्रदेश के गुंटूर शहर का रहने वाला बताया है।

असम की छात्रा को मध्य प्रदेश डोमिसाइल बताकर सीट दे दी

असम में खानपुरा (गुवाहाटी) की रहने वाली आलिभा भारद्वाज ने नीट पीजी- 2024 दी थी। पिछले हफ्ते काउंसलिंग से आलिभा को देवास के निजी मेडिकल कॉलेज में एमडी रेडियोडायग्नोसिस की सीट अलॉट हुई है। उन्हें मप्र का मूल निवासी बताया गया है। जबकि एग्जाम फार्म में वे असम मूल की हैं।

अरुणाचल: रजिस्ट्रेशन नहीं किया, फिर भी सीट अलॉट हुई

नीट पीजी काउंसलिंग से एनआरआई कोटे की सीट अलॉटमेंट में अरुणाचल प्रदेश के डॉ. राहुल सिंह को इंदौर के निजी मेडिकल कॉलेज की जनरल मेडिसिन विषय की पीजी सीट अलॉट हुई है। डॉ. राहुल कहते हैं कि मप्र के मेडिकल कॉलेजों की काउंसलिंग के लिए कोई रजिस्ट्रेशन नहीं कराया है।

दिल्ली – पता भी नहीं कि सीट मिल गई है

नीट पीजी काउंसलिंग 2024 में एनआरआई कोटे से दिल्ली के रहने वाले डॉ. मानस को भोपाल के कोलार रोड स्थित निजी मेडिकल कॉलेज में एनआरआई कोटे की एमडी रेडियोडायग्नोसिस सीट अलॉट की गई है। मानस ने बताया कि वह मप्र की एनआरआई कोटे की नीट नीजी काउसंलिंग में शामिल नहीं हुए हैं। न ही सीट अलॉटमेंट के बारे में उन्हें कोई जानकारी है।

सीट पाने वाले सबसे ज्यादा अभ्यर्थी असम के

14 राज्य… असम के 8, मणिपुर के 4, आंध्र प्रदेश, महाराष्ट्र और उत्तर प्रदेश के 3-3, केरल के 2, पंजाब, हरियाणा, दिल्ली, गुजरात, छत्तीसगढ़, मेघालय, त्रिपुरा व अरुणाचल के 1-1 अभ्यर्थियों को सीट अलॉट हुई।

रजिस्ट्रेशन फीस ही 10 लाख… अभ्यर्थियों को एनआरआई कोटे में च्वाइस लॉकिंग के समय 10 लाख रुपए फीस जमा करना होती है। यह प्रवेश के समय फर्स्ट इयर की फीस में समाहित कर ली जाती है। सीट नहीं मिली तो यह वापस कर दी जाती है।

बिना रजिस्ट्रेशन के सीट अलॉट हुई है तो दस्तावेजों की जांच कर कार्रवाई करेंगे

सीट अलॉटमेंट उन्हीं को किया गया है, जिन्होंने काउंसलिंग के लिए रजिस्ट्रेशन से लेकर च्वाइस फिलिंग तक की प्रक्रिया पूरी की है। यदि बिना रजिस्ट्रेशन सीट अलॉट हुई है तो जांच करेंगे। प्रवेश के समय असली दस्तावेजों में अंतर मिला तो अलॉटमेंट कैंसिल करेंगे। कोर्ट के निर्देश के बाद हमने दूसरी सूची में मप्र के बाहर के लोगों को काउंसलिंग में शामिल किया है।’

-डॉ. एके श्रीवास्तव, संचालक, चिकित्सा शिक्षा

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