संयुक्त परिवार के साथ 175 एकड़ से अधिक भूमि पर खेती कर रहे गुरुजी।
बुरहानपुर के दापोरा गांव के किसान विठ्ठल पाटिल को इस वर्ष दिल्ली में होने वाले गणतंत्र दिवस समारोह में अतिथि के रूप में आमंत्रित किया गया है। विठ्ठल गुरुजी के नाम से मशहूर 58 वर्षीय पाटिल ने शिक्षक की सरकारी नौकरी को छोड़कर खेती को अपना जीवन समर्पित
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1977 से 1986 तक शिक्षक के रूप में सेवा देने के बाद उन्होंने अपने दिल की सुनी और खेती की ओर रुख किया। उनके पास पटवारी और रेलवे में नौकरी के अवसर भी आए, लेकिन उन्होंने इन्हें भी अस्वीकार कर दिया। आज वे शाहपुर में अपने संयुक्त परिवार के साथ 175 एकड़ से अधिक भूमि पर खेती कर रहे हैं।
30 से 50 लाख रुपए वार्षिक आय विठ्ठल गुरुजी की खेती में नवाचार और आधुनिक तकनीकों का समावेश उन्हें एक सफल किसान बनाता है। उनकी वार्षिक आय 30 से 50 लाख रुपए तक है। उनका कहना है कि खेती के प्रति यह लगन उन्हें अपने माता-पिता से विरासत में मिली है।
2013 में पीएम नरेंद्र मोदी ने किया था सम्मान विठ्ठल गुरुजी की पहचान एक आदर्श किसान के रूप में है। जिला प्रशासन की ओर से भी उन्हें सम्मानित किया जा चुका है। 2013 में भी अहमदाबाद में उन्हें तब मुख्यमंत्री रहे और अब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने श्रेष्ठ किसान के रूप में 51 हजार रुपए के पुरस्कार से सम्मानित किया था।
मैं काफी खुश हूं: विठ्ठल गुरुजी विठ्ठल पाटिल ने कहा 26 जनवरी गणतंत्र दिवस के अवसर पर मुझे अतिथि के बतौर समारोह में शामिल होने के लिए आमंत्रित किया गया है, इससे मैं काफी खुश हूं। अगर मुझे पीएम से चर्चा करने का मौका मिला तो बताऊंगा कि बुरहानपुर जिला एक जिला एक उत्पाद के रूप में चयनित है, लेकिन यहां के किसानों को केला फसल पर बीमा प्रीमियम का लाभ 2018 से नहीं मिल रहा है। यह लाभ किसानों को मिलना चाहिए ताकी प्राकृतिक आपदा की स्थिति मे पर्याप्त मुआवजा किसानों को मिल सके।
आटोमेशन सिस्टम से एरिगेशन कर रहे गुरुजी विठ्ठल गुरुजी ने बताया वे खेत में केला, तुअर, गेहूं, चना, गन्ना, तरबूज आदि फसल लगाते हैं। 175 एकड़ भूमि संयुक्त परिवार की है। 61 एकड़ में ऑटोमेशन ड्रिप एरिगेशन विथ फर्टिगेशन से कम्यूटर सिस्टम से एरिगेशन कर रहे हैं। तीन बार आत्मा योजना के तहत अधिक उत्पादन में पुरस्कार मिल चुका है। ड्रिप एरिगेशन में हाईटेक खेती के लिए भी पुरस्कार मिल चुका है। ऑटोमेशन से 34 एकड़ में एरिगेशन चल रहा था, लेकिन बाद में 25 एकड़ और बढ़ाकर 61 एकड़ में ऑटोमेशन एरिगेशन से खेती शुरू की।
निमंदड़ के एक किसान को भी मिला है निमंत्रण कृषि उप संचालक एमएस देवके ने बताया कि विठ्ठल गुरुजी एक आदर्श किसान हैं। वे अपने खेत मेंकेला, गेहूं, चना, तुअर फसल लगाते हैं। ऑटोमेशन एरिगेशन, फर्टिलाइजर का नवाचार किया है। हर समय नई किस्म लगाने के लिए तत्पर रहते हैं इसलिए उनका चयन बतौर अतिथि 26 जनवरी गणतंत्र दिवस के अवसर पर हुआ है। इसी तरह निमंदड़ के भी एक किसान जितेंद्र पाटिल का चयन हुआ है। वे पहले किसान मित्र रह चुके हैं। वह भी खेती करते हैं।
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