रात 9:30 बजे के बाद हवा में और भी बढ़ गई ठंडक
.
मंगलवार को शहर में तेज हवा चलने से गर्मी के तेवर नरम पड़ गए। दोपहर में 30 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से हवा चलनी शुरू हुई। इससे सोमवार के मुकाबले दोपहर में ही तापमान 2 डिग्री तक गिर गया। रात में हवा की रफ्तार थोड़ी कम होकर 22 किमी तक आ गई, लेकिन इनका रुख उत्तरी होने से ठंडक बढ़ गई।
तेज ठंडी हवा चलने के कारण मंगलवार शाम 5:30 बजे से रात 11:30 तक 6 घंटे में पारा 10.4 डिग्री तक गिर गया। शाम 5:30 बजे पारा 28.4 डिग्री पर था, जो रात 11:30 बजे गिरकर 18 डिग्री पर आ गया था। मौसम वैज्ञानिकों ने बताया कि बुधवार को न्यूनतम तापमान में भी 3 से 4 डिग्री तक की गिरावट हो सकती है।
ठंडी हवा का असर सिर्फ शाम ही नहीं दोपहर के तापमान पर भी दिखा। मंगलवार को दिन का तापमान 31 डिग्री दर्ज किया गया। सोमवार के मुकाबले इसमें 1.2 डिग्री की गिरावट दर्ज की गई। हवा की रफ्तार के असर से सोमवार के मुकाबले मंगलवार दोपहर 2:30 बजे तक तापमान 2 डिग्री कम होकर 30.6 के मुकाबले 28 डिग्री के आसपास बना रहा।
पहाड़ों पर बर्फबारी, मैदानी इलाकों तक पहुंचा असर…
- मौसम वैज्ञानिक वीरेंद्र सिंह यादव ने बताया उत्तर भारत में पहुंचे वेस्टर्न डिस्टरबेंस के कारण मौसम बदला है। पहाड़ों पर बर्फबारी हुई, इसका असर देश के उत्तरी हिस्से के मैदानी इलाकों में हुआ है।
- इन इलाकों में रात के तापमान में गिरावट हुई है। मंगलवार को दिन में हवा का रुख उत्तर पश्चिमी रहा। रात को यह उत्तरी हो गया था। पहाड़ों और उत्तर के मैदानी इलाकों से आई ठंडी हवा से ही तापमान गिरा।
आगे क्या… रात में ठंडक बढ़ेगी : यादव ने बताया कि अगले दो, तीन दिन ऐसा ही मौसम बना रह सकता है। तापमान में और गिरावट हो सकती है। इस कारण रात में ठंडक थोड़ी और बढ़ सकती है।
आम के बौर-धूल के कणों से आंखों में एलर्जी
बसंत का मौसम आमतौर पर मनभावन होता है, लेकिन बार-बार बदलाव से यह लोगों के लिए मुश्किलें बढ़ा रहा है। आंखों में एलर्जी, इन्फेक्शन, सर्दी-जुकाम और अस्थमा के मरीज ज्यादा परेशान हैं। इसकी प्रमुख वजह आम के पेड़ों पर आने वाला बौर (फूल) है। आम के बौर के पराग कण (पोलेन) इतने महीन होते हैं कि वे हवा में उड़ते हुए न सिर्फ आंखों में एलर्जिक कंजेक्टिवाइटिस की वजह बन रहे हैं, बल्कि सर्दी-जुकाम भी बढ़ा रहे हैं। पिछले एक हफ्ते में इन परेशानियों वाले मरीज ओपीडी में बढ़े हैं।
इन्फेक्शन से धुंधला हो सकता है विजन
- एलर्जिक कंजक्टिवाइटिस एलर्जी के कारण होने वाली आंखों की परेशानी है। इसके चलते आंखों की कॉन्जंक्टिवा (ऊपरी परत) पर सूजन के साथ ही लालिमा बढ़ जाती है।
- आंखों में खुजली, जलन और पानी आने जैसी परेशानी होती है। इंफेक्शन बढ़ने पर धुंधलापन या स्पष्ट नजर नहीं और आंखों के आसपास खुजली की परेशानी हो सकती है।
एक्सपर्ट बोले- एक ही ड्रॉप को सभी लोग न डालें किशोर और युवाओं में आंखों में एलर्जी ज्यादा हो रही है। ऐसे में आंखों को साफ पानी से धोएं। एक ही आई ड्रॉप को सभी लोग उपयोग नहीं करें। -डॉ. भावना शर्मा, नेत्र रोग विशेषज्ञ, एम्स भोपाल
https%3A%2F%2Fwww.bhaskar.com%2Flocal%2Fmp%2Fbhopal%2Fnews%2Fcold-wind-started-blowing-from-3-pm-temperatures-dropped-by-10-degrees-in-6-hours-weather-remains-the-same-for-3-days-134585926.html
#शहर #म #बदल #मसम #दपहर #बज #स #चल #ठड #हव.. #घट #म #डगर #लढ़क #पर #दन #ऐस #ह #मसम #Bhopal #News
https://www.bhaskar.com/local/mp/bhopal/news/cold-wind-started-blowing-from-3-pm-temperatures-dropped-by-10-degrees-in-6-hours-weather-remains-the-same-for-3-days-134585926.html