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शिवाय बोला-घर की जिद की तो चांटा मारा: किडनैपर्स की तलाश में जुटीं 8 टीमें; मां ने कहा-बेटे के सकुशल आने की उम्मीद नहीं थी – Madhya Pradesh News

अपहरण कर्ताओं से मुक्त कराए गए बच्चा शिवाय गुप्ता।

ग्वालियर में मां की आंख में मिर्ची झोंक कर 6 साल के शिवाय के अपहरण के आरोपियों की पुलिस सरगर्मी से तलाश कर रही है। बदमाशों की लास्ट लोकेशन और बच्चे की बरामदगी के बाद जांच का दायरा मुरैना पर केंद्रित हो गया है। पुलिस की 8 स्पेशल टीम मुरैना के 11 गांवो

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पुलिस अफसर को कुछ बदमाशों के क्लू मिले हैं। हालांकि, अभी तक कोई अपहरणकर्ता हाथ नहीं आया है। फुटेज में जो बाइक सवार दिख रहे हैं, उसके अलावा एक बदमाश की मौजूदगी नजर आई है। बच्चों को इसी तीसरे आरोपी के खेत पर छिपा कर कुछ घंटे के लिए रखा गया था।

पुलिस के लिए अब इन अपहरणकर्ताओं को पकड़ना चुनौती बनता जा रहा है। इसी बीच दैनिक भास्कर ने बच्चे से बात की। उसने बताया कि मैंने घर जाने की जिद की तो उन्होंने मुझे चांटा मार दिया था। वहीं, बच्चे की मां का कहना है कि जिस तरह से वे मेरे बेटे को ले गए थे, उसके सकुशल लौटने की उम्मीद नहीं थी। पढ़िए यह रिपोर्ट…

पहले जान लीजिए कब क्या हुआ…

पुलिस बच्चों के बयान लेने घर पहुंची शुक्रवार शाम करीब 8:15 बजे मुरार थाना प्रभारी मदन मोहन मालवीय थाने के बल के साथ बच्चे शिवाय के घर पहुंचे थे। बंद कमरे में मां और बेटे के बयान लिए गए। बच्चे से पूछा गया कि अपहरण करने के बाद बदमाशों ने उसे कहां रखा था। उसके साथ क्या-क्या किया था। इसके अलावा पुलिस बच्चों से यही पूछताछ कर रही है कि रास्ते में उसने कोई मंदिर कोई प्रसिद्ध जगह या कोई आवाज तो नहीं सुनी या देखी थी।

बच्चे को लेकर माता-पिता पहुंचे बाल न्यायालय पुलिस को बयान दर्ज कराने से पहले बच्चे को उसके माता-पिता बाल न्यायालय ले गए थे। यहां बच्चे और उसकी मां के बयान दर्ज किए गए। जरूरी कागजी कार्रवाई के बाद माता-पिता घर लौट आए।

बच्चे के पिता राहुल गुप्ता ने फोन पर बताया-

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कोर्ट के अंदर बेटा-पत्नी और मजिस्ट्रेट ही मौजूद थे। जब कोर्ट में पत्नी और बेटे के बयान दर्ज हो रहे थे। उस वक्त मैं कोर्ट के बाहर खड़ा था।

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कुछ दूर जाकर बात कर रहे थे

शिवाय ने दैनिक भास्कर को बताया कि दो बदमाश उसे लेकर गए थे। उनका एक साथी उस मकान पर था, जहां उसे रखा गया था और वह अंकल किसी से मोबाइल पर बातचीत कर रहे थे। तीनों बदमाश उसे बांधने के बाद उससे कुछ दूर जाकर बात कर रहे थे, जो उसे सुनाई नहीं दे रही थी।

जब भी वह उसके पास आते थे उसे डराते थे, जिससे उसकी आवाज भी नहीं निकल पा रही थी। दोनों अंकल के साथ तीसरा अंकल भी चेहरा नकाब से छिपाए हुए थे। उन तीनों के अलावा मकान के अंदर और कोई भी नहीं था।

चांटा मारा और दे दिया धक्का बदमाशों ने मुझे खाने के लिए चॉकलेट और बिस्किट ऑफर किए लेकिन मैंने खाने से इनकार कर दिया। घर जाने की जिद की तो एक ने उसे चांटा मार दिया। गुस्से में मैंने भी उसे लात मार दी। फिर उसने मुझे धक्का दे दिया। जिससे चोट आई। इसके बाद मैं डर गया और चुपचाप बैठ गया।

फिर कोई कॉल आया और दोनों मुझे बाइक से बिठाकर ले गए। आगे सुनसान जगह छोड़ दिया। जाते समय अंकल ने बताया कि थोड़ा आगे घर है। इसके बाद वह काफी आगे पहुंचा तो घर दिखाई दिया। रात में अकेला छोड़ने पर उसे डर लग रहा था।

शिवाय रात करीब 9 बजे मुरैना के कांजी बसई में मिला था। सरपंच ने उसकी मां-पिता से बात कराई।

शिवाय रात करीब 9 बजे मुरैना के कांजी बसई में मिला था। सरपंच ने उसकी मां-पिता से बात कराई।

नहीं थी वापस आने की उम्मीद

15 घंटे पहले अपहरणकर्ताओं के चंगुल से वापस लौटने के बाद शिवाय को एक पल के लिए भी उसकी मां आरती अकेला नहीं छोड़ रही है। आरती का कहना है कि जिस तरह बदमाश उसके कलेजे के टुकड़े को लेकर गए थे। उससे उसके सकुशल आने की उम्मीद नहीं थी।

छोटे बच्चों के साथ कई घटना घटित हो चुकी है और उनका रिजल्ट भी नहीं मिला है। दहशत के कारण ना तो शिवाय सोया और ना ही उनके घर में किसी की पलक तक नहीं छपकी। बदमाशों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए, जिससे बदमाशों को सबक मिल सके। अगर कार्रवाई नहीं हुई तो यह बदमाश फिर किसी मां की आंचल सूनी करेंगे।

घटना के कुछ घंटे बाद बच्चा शिवाय अपने पुराने स्वभाव में लौट आया है और घर में अन्य बच्चों के साथ खेलकूद कर रहा है, साथ ही उसने खाना-पीना भी शुरू कर दिया है। यह देखकर पूरे परिवार ने सुकून की सांस ली है, क्योंकि ज्यादा ऐसी घटनाओं बच्चे कई दिनों तक गुमसुम रहते हैं और कुछ खाते पीते भी नहीं है।

मां ने कहा कि शिवाय का कहना है कि वह जल्दी स्कूल जाना फिर से शुरू कर देगा। लेकिन अभी वह उन दहशत के उन कुछ घंटे को याद करते सहम जाता है।

बच्चे के मिलने के बाद उसके घर पर भीड़ जमा हो गई। लोगों ने नारे लगाए थे।

बच्चे के मिलने के बाद उसके घर पर भीड़ जमा हो गई। लोगों ने नारे लगाए थे।

पुलिस ने किया अपना वादा पूरा शिवाय सुरक्षित मिल जाने के बाद पिता राहुल गुप्ता और दादा दिलीप गुप्ता ने बताया था कि जिन बदमाशों ने शिवाय को अगवा किया था उनके खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए।

शिवाय के अगवा होने के बाद पुलिस अफसर उनके पास आए और दिलासा देकर गए थे कि वह शिवाय को वापस लाने के लिए जो संभव होगा वह करेंगे और उनके शिवाय को लाकर ही दम लेंगे। उन्होंने अपना वादा पूरा किया है,पुलिस अफसर अपने वादे पर खरे उतरे है।

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ग्वालियर से किडनैप बच्चा 14 घंटे बाद मिला

ग्वालियर से अगवा किया गया शिवाय 14 घंटे बाद मुरैना के पास कांजी बसई में मिला।

ग्वालियर से अगवा किया गया शिवाय 14 घंटे बाद मुरैना के पास कांजी बसई में मिला।

ग्वालियर से गुरुवार सुबह करीब 8 बजे किडनैप हुआ शक्कर कारोबारी का 6 साल का बेटा शिवाय 14 घंटे बाद रात करीब 10 बजे मिला। बदमाश उसे मुरैना में बंशीपुर के कांजी बसई गांव में ईंट भट्‌टे के पास छोड़कर भाग गए थे। पूरी खबर यहां पढ़ें…

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