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सरकार का यूटर्न-: अब जिला अस्पतालों को पीपीपी मोड पर नहीं बनाएंगे मेडिकल कॉलेज – Bhopal News

प्रदेश के 12 सरकारी जिला अस्पतालों को पब्लिक प्राइवेट पार्टनरशिप (पीपीपी) मोड पर मेडिकल कॉलेज बनाने के लिए दो महीने पहले टेंडर जारी किए थे, लेकिन सरकारी डॉक्टरों ने इसका विरोध किया। इसके बाद, सरकार ने यह निर्णय लिया कि जिला अस्पतालों को पीपीपी मोड पर

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प्राइवेट मेडिकल कॉलेजों के लिए अलग से एक रुपए प्रति वर्गफीट की लीज पर ज़मीन उपलब्ध कराई जाएगी। यह सुविधा तब तक मिलेगी जब तक कि प्राइवेट मेडिकल कॉलेज अपना खुद का अस्पताल नहीं बना लेते। यह निर्णय शनिवार को मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव, डिप्टी सीएम राजेंद्र शुक्ला और सीएस अनुराग जैन की मौजूदगी में हुई बैठक में लिया गया।

कॉर्पोरेट घरानों को देने के लगे थे आरोप पीपीपी मोड के नाम पर कॉर्पोरेट घरानों को जिला अस्पताल सौंपे जाने के आरोप सरकार पर लगे थे। भास्कर ने बताया था कि इससे केंद्र की योजनाओं का क्रिन्यावयन होने, फ्री दवाइयां मिलने और गरीबों के उपचार में परेशानियां आएंगी।

इन 12 जिलों में शुरू होंगे मेडिकल कॉलेज कटनी, टीकमगढ़, बालाघाट, धार, सीधी, खरगोन, पन्ना, बैतूल, भिंड, नर्मदापुरम्, देवास और मुरैना को इस योजना के लिए चुना गया है। यहां पीपीपी मोड पर मेडिकल कॉलेज स्थापित किए जाने थे। जमीन चिह्नित कर ली गई है। मप्र मेडिकल ऑफिसर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष डॉ. माधव हासानी ने कहा कि सरकार ने हमारे विरोध के बाद सही निर्णय लिया है। इसे गरीबों को उचित इलाज से वंचित नहीं रहना पड़ेगा। डॉक्टरों और पैरामेडिकल स्टाफ को इस निर्णय से राहत मिली है।

बैठक में इन मॉडल पर हुई चर्चा, तीसरे पर लगी मुहर

  • पहला मॉडल: ज़मीन और जिला अस्पताल सौंपने का प्रस्ताव। सरकार निजी निवेशकों को जिला अस्पताल के साथ ज़मीन उपलब्ध कराएगी। बदले में निजी भागीदार कुछ बेड और सीटें सरकार के लिए आरक्षित करेंगे।
  • दूसरा मॉडल: जिला अस्पताल का संचालन निजी संस्थाओं को सौंपा जाएगा। इससे मेडिकल कॉलेज के लिए 100 सीटों की मंजूरी मिलेगी। भविष्य में सीटें बढ़ाई जा सकंेगी। जिला अस्पताल को सीधे मेडिकल कॉलेज से जोड़ा जाएगा।
  • तीसरा मॉडल.. केवल प्रैक्टिस के लिए अनुबंध। मेडिकल छात्र केवल अस्पताल में प्रैक्टिस करने के लिए आएंगे। नर्सिंग मॉडल के समान, अनुबंध प्रति छात्र और प्रति बेड के आधार पर होगा।

डिप्टी सीएम बोले- प्रदेश में जल्द 50 मेडिकल कॉलेज होंगे प्रदेश में 2003 तक सिर्फ 5 सरकारी मेडिकल कॉलेज थे। 20 साल में 12 नए मेडिकल कॉलेज शुरू हुए। अब एक साथ 12 अन्य मेडिकल कॉलेज पीपीपी मोड पर शुरू करने की ओर हम बढ़ चुके हैं। जल्द ही प्रदेश में 50 मेडिकल कॉलेज होंगे। –राजेंद्र शुक्ला, डिप्टी सीएम व स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा मंत्री

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