चीन के शाईजिंग हॉस्पिटल में प्रोफेसर किन वीजून और प्रोफेसर डोऊ केफेंग की निगरानी में इस सर्जरी को अंजाम दिया गया। सर्जरी में जीन एडिटेड किडनी का इस्तेमाल किया गया। यह ट्रांसप्लांट एक ब्रेन डेड पेशेंट में किया गया। जानवरों से इंसानों में ऑर्गन ट्रांसप्लांट को अंग्रेजी में जिनोट्रांसप्लांट (Xenotransplant) कहा जाता है। चाइनाडेली की रिपोर्ट के अनुसार, किडनी का यह सफल ट्रांसप्लांट, एंड स्टेज रिनल डिसीज (गुर्दे की बीमारी की अंतिम स्टेज) के पेशेंट के लिए बहुत बड़ी आशा लेकर आया है। जीन एडिटिंग में हुई एडवांसमेंट ने जिनोट्रांसप्लांट के लिए दरवाजे पूरी तरह से खोल दिए हैं। जिसके तहत जानवरों से मनुष्यों में अंगों का इस्तेमाल अब संभव हो सका है।
आपको जानकर हैरानी होगी कि हॉस्पिटल के 21 डिपार्टमेंट ने मिलकर एक टीम प्रयास में इस सर्जरी को सफल बनाया है। इसमें यूरोलॉजी, हिपेटोबिलियरी सर्जरी, और एनेस्थिसियोलॉजी भी शामिल थे। जिस सूअर से किडनी ली गई, वह Chengdu Clonorgan Biotechnology Co Ltd द्वारा उपलब्ध करवाया गया था जिसमें जीन एडिटिंग भी की गई, ताकि ऑर्गन ट्रांसप्लांट के रिजेक्ट होने के चांस कम से कम रह जाएं। रिसीवर के परिवार की सहमति के बाद ब्रेन डेड शख्स के शरीर में इस किडनी को ट्रांसप्लांट किया गया।
ट्रांसप्लांट की गई किडनी ने 9 दिन तक सामान्य रूप से काम किया। सफलतापूर्वक इसने यूरीन प्रोडक्शन किया। जीनोट्रांसप्लांट रीसर्च में यह सर्जरी बहुत बड़ा रोल प्ले करेगी। इसमें आगे और भी क्लीनिकल एप्लीकेशन इस्तेमाल किए जाएंगे, जो अनगिनत एंड स्टेज रीनल डिसीज पेशेंट के लिए उम्मीद की किरण लेकर आया है। डॉनर ऑर्गन की कमी को पूरा करने लिए अब मेडिकल सेक्टर के पास विकल्प मौजूद है।
लेटेस्ट टेक न्यूज़, स्मार्टफोन रिव्यू और लोकप्रिय मोबाइल पर मिलने वाले एक्सक्लूसिव ऑफर के लिए गैजेट्स 360 एंड्रॉयड ऐप डाउनलोड करें और हमें गूगल समाचार पर फॉलो करें।
संबंधित ख़बरें
Source link
#सअर #क #कडन #इसन #म #सफल #सरजर #कर #इस #दश #न #रच #इतहस
2024-04-06 14:12:35
[source_url_encoded