परिवहन आरक्षक सौरभ शर्मा के घर और कार्यालय से करोड़ों रुपये व दस्तावेज मिले हैं, जिससे परिवहन विभाग और कुछ नेताओं की मिलीभगत का खुलासा हुआ है। मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव इन अधिकारियों की जांच नर्सिंग कॉलेजों जैसे कड़े तरीके से करने का आदेश दे सकते हैं।
By Anurag Mishra
Publish Date: Sun, 29 Dec 2024 07:43:46 PM (IST)
Updated Date: Sun, 29 Dec 2024 07:43:46 PM (IST)
HighLights
- सौरभ शर्मा के घर से करोड़ों रुपये और दस्तावेज मिले।
- अधिकारियों और नेताओं की मिलीभगत का खुलासा हुआ।
- मुख्यमंत्री मोहन यादव जांच के आदेश देने की तैयारी में।
नईदुनिया, भोपाल। परिवहन आरक्षक रहे सौरभ शर्मा के आवास और कार्यालय से करोड़ों रुपये मिले थे। उसके बाद से परिवहन चौकियों और परिवहन विभाग में अन्य मलाईदार पदों पर पदस्थ रहे पुलिस अधिकारियों और कर्मचारियों की जांच की तैयारी है। मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव जल्द ही ऐसे अधिकारी-कर्मचारियों की जांच नर्सिंग मामले की तरह करने के आदेश दे सकते हैं।
सौरभ के घर और कार्यालय से जांच एजेंसियों को मिले दस्तावेजों से साफ हो गया है कि इसमें कई नेताओं से लेकर परिवहन विभाग के तत्कालीन कुछ अधिकारियों और आरटीओ का भी हाथ है। जिस कार में 54 किलो सोना और लगभग 10 करोड़ रुपये नकद मिला है, उसमें एक डायरी भी आयकर विभाग को मिली है।
डायरी में कुछ परिवहन अधिकारियों और नेताओं के नामों का उल्लेख बताया जा रहा है। इससे साफ है कि परिवहन नाकों पर पदस्थापना से लेकर वसूली तक का खेल कई अधिकारियों की मिलीभगत से चलता था। सौरभ को आगे बढ़ाने में किन लोगों ने मदद की, यह भी जांच का विषय है।
वसूली का चल रहा था बड़ा खेल
वसूली का सबसे बड़ा खेल परिवहन चौकियों में ही हो रहा था। भोपाल में सौरभ शर्मा के कार्यालय से कई आरटीओ की सील और परिवहन चौकियों में उपयोग होने वाले खाली रसीद-कट्टे मिले हैं। इससे संदेह जताया जा रहा है कि वह कई ऐसे काम भी करता रहा होगा, जो परिवहन विभाग के अधिकारी या आरटीओ के जिम्मे थे।
नर्सिंग कॉलेजों में गड़बड़ी के खिलाफ दिया था आदेश
बता दें कि डॉ मोहन यादव के मुख्यमंत्री बनने के कुछ दिन बाद ही प्रदेश के नर्सिंग कॉलेजों में गड़बड़ी का मामला उछला था। कांग्रेस ने तत्कालीन चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग के मंत्री पद से त्यागपत्र की मांग की थी। इसके बाद मुख्यमंत्री ने सख्त रुख अपनाते हुए मापदंड पूरा नहीं करने वाले कॉलेजों को मान्यता की अनुशंसा करने वाली पूरी टीम को जांच की परिधि में लेने के लिए कहा था। इसमें कई अधिकारियों के विरुद्ध विभागीय जांच प्रारंभ हो गई है।
जांच के घेरे में आएंगे ये अधिकारी
- सौरभ शर्मा की परिवहन विभाग में आरक्षक के पद पर अनुकंपा नियुक्ति नियमानुसार हुई या नहीं? नियमविरुद्ध हुई तो कौन अधिकारी जिम्मेदार हैं?
- सौरभ की किन अधिकारियों से मिलीभगत थी? कॉल डिटेल रिकॉर्ड से यह साफ हो सकता है।
- जिन आरटीओ के सील सौरभ के आवास से मिले हैं, उनकी क्या भूमिका थी?
- सौरभ की सिफारिश पर किन अधिकारियों और कर्मचारियों को चेक पोस्ट पर पदस्थ किया गया था?
Source link
https%3A%2F%2Fwww.naidunia.com%2Fmadhya-pradesh%2Fbhopal-saurabh-sharma-news-difficulties-may-increase-for-these-officers-of-transport-department-in-saurabh-sharma-case-8374196
#सरभ #शरम #ममल #म #परवहन #वभग #क #इन #अधकरय #क #बढ #सकत #ह #मशकल #महन #यदव #दग #जच #क #आदश