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110 किसानों के साथ डेढ़ करोड़ की धोखाधड़ी … चना अमानक घोषित होने पर वापस नहीं किया

मध्‍य प्रदेश के जबलपुर में हल एग्री फार्मर प्रड्यूसर लिमिटेड कंपनी ने एफपीओ के माध्यम से 2023-24 में न्यूतम समर्थित मूल्य पर किसानों से चना खरीदे थे। अमानक होने पर वापस नहीं किए, जिसकी शिकायत सीएम समाधान आनलाइन के जरिए किसान जेलू सिंह पटेल ने शिकायत की कि किसान हीरालाल के चने की खरीदी होने के बाद भी उनके खाते में एक लाख 670 रुपये की राशि नहीं आई है।

By Dheeraj kumar Bajpai

Publish Date: Sat, 26 Oct 2024 01:31:12 PM (IST)

Updated Date: Sat, 26 Oct 2024 01:31:12 PM (IST)

नरेंद्र सिंह तोमर पर धोखाधड़ी समेत विभिन्न धारा में मामला दर्ज।

HighLights

  1. हल एग्री फार्मर प्रड्यूसर लिमिटेड कंपनी के संचालक नरेंद्र सिंह।
  2. चना वापस करने की पावती ली, पेश की। 43 पावती संदेहास्पद।
  3. चना वापस हुआ या नहीं इसकी जांच के लिए कमेटी बनाई गई।

नईदुनिया,जबलपुर (Jabalpur News)। थाना चरगवां में हल एग्री फार्मर प्रड्यूसर लिमिटेड कंपनी के संचालक नरेंद्र सिंह तोमर पर किसानों के साथ 1.68 करोड़ रुपये से ज्यादा की धोखाधड़ी का आरोप है।

नरेंद्र सिंह तोमर पर धोखाधड़ी समेत विभिन्न धारा में मामला दर्ज

कंपनी ने किसानों से न्यूनतम समर्थन मूल्य पर 110 किसानों से 3162 क्विंटल चना की खरीदी की, जिसे अमानक घोषित करने के बाद किसानों को वापस नहीं किया गया। सहायक संचालक कृषि ,कृषि कल्याण एवं कृषि विकास विभाग रवि आम्रवंशी ने थाने में शिकायत दर्ज करवाई है। पुलिस ने संचालक नरेंद्र सिंह तोमर के खिलाफ धोखाधड़ी समेत विभिन्न धारा में मामला दर्ज किया है।

नान एफ्यू घोषित करने के कारण रिजेक्ट किया गया है

इस मामले में जिला विपणन अधिकारी मार्कफेड ने बताया कि मयंक वेयर हाउस चरगवां में भंडारित 5078 बोरी 2539 क्विंटल चना काे नान एफ्यू घोषित करने के कारण रिजेक्ट किया गया है। इसी वजह से किसान का भुगतान नहीं हुआ है।

चना वापस हुआ या नहीं, जांच के लिए कमेटी बनाई

किसान को उसकी फसल हल एग्री फार्मर प्रड्यूसर लिमिटेड कंपनी द्वारा वापस कर दी गई है। इस मामले में किसानों को चना वापस हुआ या नहीं इसकी जांच के लिए कमेटी बनाई गई। कमेटी ने हल एग्री फार्मर प्रड्यूसर लिमिटेड कंपनी के संचालक नरेंद्र सिंह तोमर को सुनवाई के लिए बुलाया, लेकिन वो नहीं आए और अपने प्रतिनिधि दुष्यंत त्रिपाठी को कमेटी के समक्ष भेजा।

खरीदी सूची में किसानों के मोबाइल नंबर नहीं दर्ज थे

जांच में पता चला कि 110 किसानों से वर्ष 2023-24 में 3162 क्विंटल चना खरीदा गया था। खरीदी सूची में किसानों के मोबाइल नंबर नहीं दर्ज थे। मप्र वेयर हाउसिंग कार्पोरेशन भेड़ाघाट के शाखा प्रबंधन सुनील मंडलोई ने कि चना उपार्जन के समय शाखा की प्रबंधक प्रियंका पठारिया थीं।

नान एफएक्यू पाने की वजह से स्वीकृत पत्रक नहीं जारी

उस वक्त विभाग से जारी पत्र की छायाप्रति प्रशासन को दी जिसमें नफेड द्वारा वर्ष 2023-24 में 5078 बोरी चना नान एफएक्यू पाने की वजह से स्वीकृत पत्रक नहीं जारी करने तथा समिति को वापस करने का लेख किया गया था।

जांच समिति के समक्ष आरोपित नरेंद्र सिंह प्रस्तुत हुए

मंडलोई ने दो पंचनाम भी प्रशासन को दिए, जिसमें मप्र वेयरहाउस कार्पोरेशन लिमिटेड की शाखा प्रबंधक प्रियंका पठारिया ने जिला विपणन अधिकारी के पत्र जारी किया। पत्र में परिपालन में हल एग्री फार्मर प्रड्यूसर लिमिटेड कंपनी के संचालक नरेंद्र सिंह तोमर के द्वारा जारी अधिकृत पत्र में निरपत सिंह जो कि नरेंद्र सिंह के छोटे भाई और मोनू सिंह को नरेंद्र के भतीजे हैं इन्हें 5078 बोरी चना वापस किया गया। इसके पश्चात जांच समिति के समक्ष आरोपित नरेंद्र सिंह प्रस्तुत हुए।

किसानों को चना वापस किया, जिसकी पावती भी ली

नरेंद्र सिंह ने कमेटी को बताया कि चना मेरे कर्मचारियों के द्वारा किसानों को वापस किया गया है जिसकी पावती भी ली गई है। उन्होंने 43 पावती पेश की। जांच में पावती संदेहास्पद पाई गई, जिसके बाद जांच समिति निष्कर्ष में आई कि 110 किसानों से 1,68,69,270 रुपये की हेराफेरी की गई।

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https://www.naidunia.com/madhya-pradesh/jabalpur-fraud-of-rs-1-crore-50-lakh-with-110-farmers-gram-not-returned-after-being-declared-non-standard-8356896