Science Alert के मुताबिक यह चूना पत्थर चट्टान में दबा हुआ पाया गया था। शोधकर्ताओं का कहना है कि स्टार जैसी नई प्रजाति का यह एकमात्र ज्ञात नमूना है। वैज्ञानिकों ने इसे ओफिएक्टिस हेक्स (Ophiactis hex) का नाम दिया है। इसके बारे में बताया गया है कि यह अद्भुत क्षमता वाला जीव था। इसके पास क्लोन करने की क्षमता थी। अपने शरीर के किसी हिस्से से यह अपनी ही कॉपी पैदा कर सकता था। इस प्रक्रिया को विखंडन (fissiparity) कहा जाता है।
यह खोज बहुत महत्वपूर्ण है। क्योंकि वैज्ञानिकों को अब तक भी पता नहीं चल पाया था कि विखंडन की प्रक्रिया आखिर सबसे पहली बार कब घटित हुई थी। 15.5 करोड़ साल पुराना यह जीवाश्म इतने सुरक्षित तरीके से रखा गया है कि इसकी हुक के आकार सभी भुजाएं साफ दिखाई देती हैं, जिन पर कांटें की तरह के छोटे स्ट्रक्चर भी बने हुए नजर आ रहे हैं।
स्टडी से जुड़े Dr Thuy के अनुसार, पुनर्जनन की प्रक्रिया में कई हाथ वाले ओफियुरॉयड्स (ophiuroids) के कंकाल जीवाश्म रिकॉर्ड में पाए जाना आम बात है, लेकिन खुद के शरीर का ही पुनर्जनन करने वाले जीवाश्म बहुत ही ज्यादा दुर्लभ हैं।
प्रकृति अपने आप में बहुत रहस्यमयी है। मरीन खोज करने वाले वैज्ञानिकों को भी समुद्र में अभी भी ऐसे जीवों का पता लग रहा है जो इससे पहले कभी नहीं देखे गए थे और इनके बारे में किसी तरह का रिकॉर्ड भी नहीं है। इसी तरह पृथ्वी के इतिहास में न जाने कितने ही ऐसे जीव रहे होंगे जिनके बारे में अभी जानना बाकी है।
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2024-05-25 03:31:09
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