सागर पुलिस ने IPL सट्टेबाजी रैकेट का पर्दाफाश किया। महाराष्ट्र के थाणे से संचालित इस गिरोह में 8 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया। पुलिस ने लाखों रुपये का हिसाब, बैंक खातों, मोबाइल, लैपटॉप बरामद किया। यह रैकेट मध्य प्रदेश और अन्य राज्यों में युवकों को काम पर रखता था।
By Anurag Mishra
Publish Date: Mon, 24 Mar 2025 10:54:00 PM (IST)
Updated Date: Mon, 24 Mar 2025 10:57:07 PM (IST)
HighLights
- पुलिस ने थाणे में IPL सट्टेबाजी रैकेट का खुलासा किया।
- गुना में भी सट्टेबाजों पर कार्रवाई, 2 सटोरिए गिरफ्तार।
- सट्टेबाजी रेड डी एप से चल रही थी, 125 सदस्य जुड़े थे।
नईदुनिया प्रतिनिधि, सागर। इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) शुरू होते ही ऑनलाइन सट्टेबाजी के मामले तेजी से सामने आ रहे हैं। इस बार सागर पुलिस ने एक ऐसे संगठित गिरोह का पर्दाफाश किया है, जो मध्य प्रदेश और अन्य राज्यों के युवकों को 20 हजार रुपये मासिक वेतन पर रखकर करोड़ों रुपये का सट्टा संचालित कर रहा था।
महाराष्ट्र के थाणे शहर से संचालित इस रैकेट के 8 आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। यह खुलासा तब हुआ, जब एक सप्ताह पहले सागर में पकड़े गए सटोरिए आकाश ने पूछताछ में इस नेटवर्क की जानकारी दी। पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए थाणे में छापेमारी कर इस गिरोह के नियंत्रण कक्ष तक पहुंच बनाई।
पकड़े गए युवकों के पास से 14 लाख रुपये की आय और 7 लाख रुपये के भुगतान का हिसाब, दर्जन भर बैंक खाते, मोबाइल फोन, लैपटॉप और अन्य सामग्री बरामद हुई है। पुलिस अब इस नेटवर्क के मास्टरमाइंड तक पहुंचने के लिए पूछताछ कर रही है।
कैसे शुरू हुई जांच?
- सागर जिले के मोतीनगर थाना पुलिस ने 18 मार्च को राहतगढ़ बस स्टैंड के पास सिंधी कॉलोनी निवासी आकाश को सट्टेबाजी करते हुए गिरफ्तार किया था। पूछताछ में आकाश ने खुलासा किया कि यह सट्टेबाजी का कारोबार महाराष्ट्र के थाणे से संचालित हो रहा है।
- उसके पास से सट्टे की आईडी और एक बुकी का नंबर मिला। इस सूचना के आधार पर सागर पुलिस ने दो टीमों को तुरंत महाराष्ट्र भेजा। वहां जांच के बाद पुलिस थाणे के एक किराए के कमरे में चल रहे सट्टेबाजी के नियंत्रण कक्ष तक पहुंची। इस ऑपरेशन में पुलिस ने जबलपुर, कटनी और दिल्ली के 8 युवकों को हिरासत में लिया।
- गिरफ्तार आरोपियों में पीयूष अहूजा (21, जबलपुर), तुषार नागदेव (21, कटनी), साहिल वाधवानी (21, कटनी), राहुल देवानी (25, कटनी), अंश बोधवानी (18, कटनी), विशाल वाधवानी (26, कटनी), दिनेश चेलानी (22, कटनी) और साद खान (20, दिल्ली) शामिल हैं। इनके पास से बरामद सामग्री में 8 मोबाइल फोन, 3 पासबुक, 9 चेकबुक, 15 एटीएम कार्ड और एक लैपटॉप शामिल है।
सट्टेबाजी का तरीका
- पुलिस पूछताछ में सामने आया कि यह सट्टेबाजी रेड डी मोबाइल एप के जरिए संचालित हो रही थी। प्रत्येक खिलाड़ी को इस एप की यूजर आईडी और पासवर्ड प्रदान किया जाता था। यूजर बनने के बाद उन्हें बैलेंस के रूप में क्वाइन और चिप्स दिए जाते थे, जिन्हें ऑनलाइन रकम कहा जाता है। इन्हीं क्वाइन और चिप्स के जरिए खिलाड़ी IPL मैचों में एक-एक गेंद पर लाखों रुपये का दांव लगाते थे।
- यह आईडी चुनिंदा पान की दुकानों और सैलून में उपलब्ध कराई जा रही थी। पिछले डेढ़ महीने से ये लोग थाणे के एक कमरे से देश भर में सट्टा संचालित कर रहे थे। पुलिस को 125 से अधिक सक्रिय सदस्यों की जानकारी मिली है, जो इस नेटवर्क से जुड़े थे।
किराए के खातों से होता था भुगतान
- इस सट्टेबाजी गिरोह का संचालन साइबर ठगों की तर्ज पर हो रहा था। पकड़े गए आरोपियों ने बताया कि उनके बीच काम का बंटवारा था। कोई बुकिंग लेता था, तो कोई जीतने वाले खिलाड़ियों को रकम का भुगतान करता था।
- दांव के अगले दिन सुबह 11 बजे से दोपहर 2 बजे के बीच विजेताओं को रकम ट्रांसफर कर दी जाती थी। इसके लिए किराए के बैंक खातों का इस्तेमाल होता था। ये खाते 2 प्रतिशत कमीशन पर सट्टेबाजों द्वारा किराए पर लिए जाते थे। पुलिस को बरामद बैंक खातों और हिसाब-किताब से करोड़ों रुपये के लेन-देन का पता चला है।
20 हजार रुपये वेतन पर रखे गए युवक
- पुलिस अधिकारियों के अनुसार, इस गिरोह में काम करने वाले युवकों को 20 हजार रुपये मासिक वेतन दिया जाता था। ज्यादातर युवक मध्य प्रदेश के जबलपुर और कटनी जैसे शहरों से थे। इन्हें थाणे में किराए के कमरे में रखा गया था, जहां से वे पूरे देश में सट्टा संचालित करते थे।
- थाना प्रभारी जसवंत सिंह राजपूत ने बताया, “आरोपियों ने मोबाइल के जरिए देश भर में सट्टा खिलाया। उनके पास से बरामद सामग्री से बड़े नेटवर्क का खुलासा हुआ है।” पुलिस अब इनसे पूछताछ कर स्थानीय स्तर पर जुड़े लोगों और संचालकों तक पहुंचने की कोशिश कर रही है।
गुना में भी सट्टेबाजों पर कार्रवाई
सट्टेबाजी के खिलाफ कार्रवाई सिर्फ सागर तक सीमित नहीं रही। गुना जिले में कैंट थाना पुलिस ने आयकर भवन के पास IPL क्रिकेट मैच पर सट्टा खिलाते दो सटोरियों को गिरफ्तार किया। इनकी पहचान सकल वाल्मीकि (25, मथुरा नगर) और मौक्सी जैन (24, नई सड़क) के रूप में हुई है। इनके कब्जे से सट्टे का हिसाब-किताब, कैलकुलेटर और 1100 रुपये नकद बरामद किए गए। दोनों के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी गई है।
आगे की जांच में बड़े खुलासे की उम्मीद
- सागर पुलिस का मानना है कि पकड़े गए आरोपियों से पूछताछ में सट्टेबाजी के इस नेटवर्क से जुड़े बड़े संचालकों और स्थानीय सहयोगियों का पता चल सकता है। थाणे से संचालित यह रैकेट देश भर में फैला हुआ था और IPL के दौरान हर दिन करोड़ों रुपये का दांव लगाया जा रहा था।
- पुलिस अब बरामद मोबाइल फोन, लैपटॉप और बैंक खातों की डिटेल्स की जांच कर रही है ताकि इस अवैध कारोबार के पीछे के मास्टरमाइंड तक पहुंच सके। यह कार्रवाई IPL के दौरान सट्टेबाजी पर नकेल कसने की दिशा में बड़ा कदम मानी जा रही है।
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