रिपोर्ट में कहा गया है कि 3D प्रिंटर चंद्रमा की गड्ढे वाली सतह की ऊपरी परत से रॉक चिप्स और खनिज टुकड़ों से बने कंक्रीट का इस्तेमाल करेगा। नासा की डायरेक्टर ऑफ टेक्नॉलजी मैच्युरेशन निकी वेरखाइजर के हवाले से रिपोर्ट में लिखा गया है कि हम निर्णायक मोड़ पर हैं और कुछ मायनों में सपने जैसा लगता है।
मून मिशन के लिए नासा यूनिवर्सिटीज और प्राइवेट कंपनियों के साथ साझेदारी कर रही है। वेरखाइजर ने कहा कि हमें सही समय में सभी लोग मिले हैं। मुझे लगता है कि हम अपने लक्ष्य तक पहुंचेंगे। अगर हमने अपनी क्षमताओं को डेवलप कर लिया तो यह काम संभव बनाया जा सकता है।
नासा की योजना अगले साल ही चांद पर एक 3D प्रिंटर को भेजने की है। फिलहाल इसकी टेस्टिंग की जा रही है। सबकुछ ठीक रहा तो फरवरी में इसे रवाना कर दिया जाएगा। नासा ने चंद्रमा के लिए आर्टिमिस (Artemis) मिशन को तैयार किया है। इसका पहला भाग सफल रहा है। अब आर्टेमिस 2 मिशन के जरिए अंतरिक्ष यात्रियों को चांद का चक्कर लगाने भेजा जाएगा। यह मिशन भी अगले साल लॉन्च हो सकता है।
मिशन में चार अंतरिक्ष यात्री शामिल होंगे। ये सभी चंद्रमा तक जाएंगे जरूर, लेकिन वहां लैंड नहीं करेंगे। इंसान को चांद पर उतारने के लिए आर्टिमिस 3 मिशन को रवाना किया जाएगा, जो साल 2025 या 2026 में उड़ान भर सकता है।
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2023-10-03 08:11:27
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