शिवपुरी के जिला अस्पताल में मरीज के शिफ्टिंग दौरान ऑक्सीजन सिलेंडर की पाइप लाइन फट गई। इससे तेज धमाका हुआ और भगदड़ मच गई। अटेंडर अपने-अपने मरीजों को लेकर जिला अस्पताल से भागकर अस्पताल के बाहर परिसर में खड़े हो गए। उन्हें करीब आधा घंटे बाद समझाइश देकर व
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ऑक्सीजन सपोर्ट के साथ व्हील चेयर पर ले जाया जा रहा था मरीज
शिवपुरी शहर के जवाहर कॉलोनी के रहने वाले रफीक खान(45) को घबराहट होने पर मंगलवार को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया था। उन्हें दिनभर जिला अस्पताल की पहली मंजिल पर बने आईसीयू में रखा गया था। रात आठ बजे ग्वालियर रेफर करने की तैयारी की जा रही थी। जब मरीज को ऑक्सीजन सपोर्ट के साथ वार्ड बॉय व्हील चेयर आईसीयू से ट्रॉमा सेंटर ले जा रहा था। तभी रैंप पर ले जाते वक्त ऑक्सीजन सिलेंडर की पाइप लाइन फट गई। ऑक्सीजन न मिलने से मरीज की मौत हो गई थी।
धमाके से मची भगदड़, आधा घंटे दहशत में रहे लोग
ऑक्सीजन सिलेंडर की पाइप लाइन फटने से हुए धमाके की आवाज सुनकर जिला अस्पताल में मौजूद मरीज और उनके अटेंडर घबरा गए थे। इसके बाद अटेंडर अपने अपने मरीजों को लेकर वार्ड से निकलकर जिला अस्पताल के परिसर में इकट्ठा हो गए। बाद में अस्पताल प्रबंधन ने मरीजों और उनके अटेंडर को सब कुछ बताया तब जाकर परिजन मरीजों को वार्ड में ले जाने को राजी हुए। कुल मिलकर आधा घंटे तक जिला अस्पताल में दहशत का माहौल बना रहा।
सिलेंडर का पाइप फटने पर अस्पताल में भगदड़ मच गई।
वार्ड में नर्सिंग स्टाफ ने भागने को बोला
अशोक कुमार शाक्य ने बताया कि धमाके की आवाज हुई थी। इसके बाद जिला अस्पताल में भगदड़ मच गई थी। कमलागंज घोसीपुरा के रहने वाले दिलीप शाक्य ने बताया कि वह जिला अस्पताल में भर्ती मोहन सिंह ठेकेदार को देखने जिला अस्पताल में पहुंचे ही थे। अस्पताल में धमाके के बाद आग लगने की अफवाह उड़ा दी थी। जिससे अस्पताल में भगदड़ मच गई थी। पिछोर के रहने वाले राकेश परिहार ने बताया कि वार्ड में धामके की आवाज सुन उन्हें नर्सिंग स्टाफ ने वार्ड से जाने के लिए कहा था। वहीं उजाय गांव के रहने वाले रामजीलाल ने बताया कि वह पहले मंजिल पर बैठे हुए थे तभी रैंप पर तेज धमाके की आवाज हुई थी। इसके बाद अटेंडर हाथ में बोटल लेकर मरीजों को उठाकर भागने लगे थे।
आग लगाने की अफवाह सुन लोग अपने परिजनों को लेकर भागने लगे।
परिजनों ने लगाया वार्ड बॉय पर आरोप
मरीज रफीक खान के परिजन आरिफ खान ने बताया कि उसके चाचा रफीक को घबराहाट की शिकायत के बाद जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया था। उन्हें आईसीयू से ट्रॉमा के लिए ऑक्सीजन सपोर्ट पर व्हील चेयर पर बैठाकर ले जाया जा रहा था। तभी वार्ड बॉय ने ऑक्सीजन सिलेंडर से छेड़छाड़ की थी। इसके बाद तेज धमाका हुआ था। ऑक्सीजन सिलेंडर के मीटर और अन्य सामग्री उछल कर उनको लगी। ऑक्सीजन न मिलने के चलते उनके चाचा की मौत हो गई।
पाइप लाइन फटने से सिलेंडर पर लगा समान उछलकर इधर-उधर गिर गया।
सिविल सर्जन बोले- गंभीर था मरीज
इस मामले में जिला अस्पताल के सिविल सर्जन डॉ बीएल यादव का कहना हैं कि मरीज ग्वालियर से आकर जिला अस्पताल में भर्ती हुआ था। उसका हीमोग्लोबिन 3 ग्राम खून रह गया था। उनका ब्लड भी AB- था। दो यूनिट ब्लड बैंक से उपलब्ध कराई गई थी। मरीज की किडनी भी फेल थी। इसी के चलते उन्हें ग्वालियर रेफर करने की प्रक्रिया पूरी की जा रही थी। मरीज को रेफर करने के लिए आईसीयू से ट्रॉमा सेंटर ले जाया जा रही था। इसी दौरान आक्सीजन सिलेंडर में लगी सिलिकॉन की पाइप लाइन निकल गई थी। पेशेंट कुछ देर सर्वाइव नहीं कर सका, इसके चलते उसकी मौत हो गई।
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